क्रिप्टोक्यूरेंसी का परिचय

OBV इंडिकेटर

OBV इंडिकेटर
Bearish डायवर्जन्स होता है तब बिक्री करनी चाहिए।

Stochastic Oscillator क्या है? | Stochastic Oscillator in Hindi

स्टॉक मार्केट में शेयर के प्राइस और ट्रेंड का पता लगाने के लिए OBV इंडिकेटर भिन्न भिन्न प्रकार के इंडिकेटर मौजूद है उन्हीं में से एक इंडिकेटर Stochastic Oscillator है जो मार्केट में ओवरबॉट और ओवरसॉल्ड का संकेत देता है,और ट्रेंडिंग कराने में मदद करता OBV इंडिकेटर है। चलिए अब के Stochastic Oscillator बारे में विस्तार से चर्चा करते हैं ।

Table of Contents

Stochastic Oscillator :

Stochastic Oscillator की रचना जॉर्ज लेन द्वारा 1950 ईस्वी में की गई थी। जिसका उपयोग सपोर्ट और रेसिस्टन्स के अनुसार और ओवरबॉट और ओवरसोल्ड बाज़ार की जाँच करने के लिए किया जाता है।

  • .स्टॉकेस्टिक ओसिलेटर में दो लाईन है % के जो मुख्य लाईन है और दुसरी लाईन % डी है जो % के का मुविंग ऑवरेज होता है।
  • % के लाईन सॉलिड लाईन और % डी डॉटेड लाइन होती है।
  • यह 1 से 100 के दरम्यान घुमनेवाला सूचक है। जिसमें 20 और 80 के स्तर को अधिक महत्व होता है।
  • खरीदी कब करनी चाहिए?
  • जब % के की लाईन उसके ॲवरेज % डी लाईन के ऊपर जाती है तब खरीदी का संकेत मिलता है।
  • जब यह ओसिलेटर किसी निश्चित बॉटम के स्तर OBV इंडिकेटर पर से वापस घुमता है। जैसे कि 20 का स्तर तब खरीदी करनी चाहिए।
  • बिक्री कब करनी चाहिए?
  • उसी तरह से % के की लाईन उसके ॲवरेज % डी की लाईन के नीचे होती हैं तब बिक्री का संकेत मिलता है।
  • जब यह ओसिलेटर किसी निश्चित टॉप के स्तर पर से वापस घुमता है। जैसे कि 80 का स्तर तब बिक्री कर सकते है।

ओवरबॉट और ओवरसोल्ड संकेत हासिल करना :

  • 20 के स्तर के नीचे बाज़ार ओवरसोल्ड और 80 के OBV इंडिकेटर स्तर के ऊपर बाज़ार ओवरबॉट होता है।
  • उसके बॉटम और टॉप के आकार का भी बहुत महत्व होता OBV इंडिकेटर OBV इंडिकेटर है।
  • जब बॉटम बड़ा होता है तब मंदी वालों की पकड़ मजबूत है ऐसा माना जाता है और आने वाली तेजी कुछ कालावधी के लिए होगी ऐसा कहा जा सकता है।
  • जब बॉटम छोटा होता है तब मंदीवालों की दुर्बलता का संकेत देती है OBV इंडिकेटर और आने वाली तेजी मजबूत होगी ऐसा संकेत देता है।
  • टॉप छोटा हो तो तेजीवालों की दुर्बलता दर्शाता है और आनेवाली मंदी दिर्घ कालावधी तक रहेगी ऐसा संकेत देता है OBV इंडिकेटर और टॉप बड़ा हो तो तेजीवालों की मजबूती और आनेवाली मंदी कम कालावधी की होगी ऐसा संकेत देता है।
  • स्टॉकेस्टिक और भाव के दरम्यान सकारात्मक और नकारात्मक डायवर्जन्स का निर्माण होते हुए दिखाई देता है। जिसका फायदा खरीदी और बिक्री के लिए किया जा सकता है।
  • टॉप और बॉटम में OBV इंडिकेटर तैयार होनेवाले आकार का महत्व :
  • जब स्टॉकेस्टिक में छोटा टॉप तैयार होता है तब वह तेजी के खिलाड़ियों की दुर्बलता का संकेत देता है, जो ऐसा संकेत है कि आने वाली मंदी साधारण से भी अधिक समय की होगी।
  • छोटा बॉटम मंदी OBV इंडिकेटर के खिलाड़ियों की दुर्बलता का संकेत देता है। जो ऐसा दर्शाता है कि आने वाली तेजी सामान्य कालावधी से भी अधिक समय के लिए टिक OBV इंडिकेटर सकती है।
  • जब स्टॉकेस्टिक बड़ा टॉप बनाता है तब वह तेजी के खिलाड़ियों की ताकत दर्शाता है। उस पर से आपको संकेत मिलता है कि गिरावट की नहीं के बराबर की संभावना के साथ तेजी सामान्य से भी अधिक समय के लिए टिक सकती है।
  • जब स्टॉकेस्टिक बड़ा बॉटम तैयार करता है तब वह मंदी के खिलाड़ियों की ताकत का अंदाजा देती है। तब आपको ऐसा संकेत मिलता है कि नहीं के प्रमाण में बढ़ोतरी के साथ मंदी आगे बढ़ती है।

ऑन बैलेंस वाल्यूम (On Balance Volume) :

शेअर्स में Volumeहै या डिस्ट्रीबशन यह जाना जाता है।

अटके हुए बाज़ार में बढ़ता हुआ ओबीवी दर्शाता है कि निवेशकों का निवेश शेअर्स में बढ़ा हुआ OBV इंडिकेटर है। उस शेअर्स में ऊपर की दिशा के ब्रेकआऊट की संभावना अधिक होती है।

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