बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज इंडिया

भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर नजर रखेगा IC15, क्रिप्टोवायर ने लॉन्च किया गया देश का पहला क्रिप्टो इंडेक्स
IC15 प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंज पर लिस्टेड सबसे ज्यादा कारोबार करने वाली शीर्ष 15 क्रिप्टोकरेंसी के प्रदर्शन की निगरानी करेगा. IC15 की लॉन्चिंग के बाद कंपनी ने दावा किया है कि उनके प्रोडक्ट से क्रिप्टो बाजार में पारदर्शिता आएगी.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: सुनील चौरसिया
Updated on: Jan 06, 2022 | 5:35 PM
भारत में तेजी से क्रिप्टोकरेंसी का क्रेज बढ़ता जा रहा है. नुकसान की परवाह किए बगैर देश के करोड़ों निवेशक क्रिप्टोकरेंसी में जमकर पैसा लगा रहे हैं. जहां एक तरफ निवेशकों में क्रिप्टोकरेंसी का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है, वहीं दूसरी ओर सरकारी एजेंसियां इसे लेकर लगातार सख्ती दिखा रही हैं. सरकार क्रिप्टो का क्रेज खत्म करना चाहती है तो वहीं क्रिप्टो एक्सचेंज इसके क्रेज को बनाए रखने के लिए जबरदस्त प्रमोशन में जुटी हुई हैं. लिहाजा, देश में क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों पर टैक्स के रूप में शिकंजा कसा जा रहा है. इसी बीच क्रिप्टोकरेंसी पर नजर रखने के लिए देश का पहला इंडेक्स लॉन्च कर दिया गया है.
क्रिप्टोकरेंसी पर नजर रखेगा IC15
सुपरऐप क्रिप्टोवायर ने देश का पहला क्रिप्टोकरेंसी इंडेक्स को लॉन्च किया है. इस क्रिप्टो इंडेक्स को IC15 नाम दिया गया है. IC15 प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंज पर लिस्टेड सबसे ज्यादा कारोबार करने वाली शीर्ष 15 क्रिप्टोकरेंसी के प्रदर्शन की निगरानी करेगा. IC15 की लॉन्चिंग के बाद कंपनी ने दावा किया है कि उनके प्रोडक्ट से क्रिप्टो बाजार में पारदर्शिता आएगी.
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सख्त दिखाई दे रही केंद्र सरकार क्रिप्टो एक्सचेंज से टैक्स वसूलने की तैयारी कर रही है. बताते चलें कि DGGI (Directorate General of GST Intelligence) ने कई क्रिप्टो एक्सचेंज पर छापा मारा है. इन एक्सचेंजों पर टैक्स की चोरी करने की आशंका है.
RBI के बाद SEBI भी हुआ सख्त
बताते चलें कि RBI पहले से ही क्रिप्टो को लेकर काफी सख्त है. और अब SEBI ने भी क्रिप्टो के खिलाफ कठोर कदम उठाया है. सेबी ने म्यूचुअल फंड के क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े प्रोडक्ट लाने पर रोक लगा दी है. शेयर बाजार नियामक ने साफ कर दिया है कि कोई भी म्यूचुअल फंड किसी क्रिप्टोकरेंसी प्रोडक्ट में निवेश नहीं कर सकता है.
बताते चलें कि सेबी ने खुद क्रिप्टो से जुड़े एक बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज इंडिया न्यू फंड ऑफर (NFO) को मंजूरी दी थी. लेकिन अब सेबी चाहता है कि जब तक सरकार कानून नहीं बना देती, तब तक क्रिप्टो से जुड़ा कोई NFO न आए.
क्रिप्टोकरेंसी के लिए शानदार रहेगा ये साल
क्रिप्टोकरेंसी पर रोक लगाने के लिए दुनियाभर में कवायदें चल रही हैं. इसी बीच खबरें आ रही हैं कि ये साल यानी साल 2022 क्रिप्टोकरेंसी के लिए काफी शानदार रहने वाला है. क्रिप्टो लेंडर नेक्सो के मैनेजिंग पार्टनर एंटोनी ट्रेंचेव का मानना है कि इस साल जून के अंत तक बिटकॉइन एक लाख डॉलर तक पहुंच जाएगा.
देश का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज जेबपे हुआ बन्द, फंसा अमाउंट होगा ग्राहकों के वॉलेट में क्रेडिट
यूटिलिटी डेस्क. भारत का सबसे बड़ा और पुराना क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज जेबपे (Zebpay) 28 सितम्बर को बन्द हो गया है। देश के सभी कॉमर्शियल बैंकों ने क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े बिजनेस लेनदेन को सपोर्ट करना बन्द कर दिया था, जिससे इस एक्सचेंज को बन्द करना पड़ा। हालांकि, कंपनी जेबपे वॉलेट की सुविधा अपने ग्राहकों को देती रहेगी।
अप्रैल में आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी को बताया था अवैध: गौरतलब है कि पिछले दिनों रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने देश में होने वाले क्रिप्टोकरेंसी बिजनेस को अवैध घोषित कर दिया था। इस दौरान आईबीआई ने सभी बैंकों और वॉलेटों से तीन महीने के अन्दर क्रिप्टो करेंसी से जुड़े बिजनेस के लिए लेनदेन बन्द करने का आदेश दिया। आरबीआई की इस घोषणा के बाद से देश के सभी बैंकों और वॉलेटों ने धीरे-धीरे करके क्रिप्टोकरेंसी बिजनेस के लिए होने वाले ट्रॉन्जेक्शन को बन्द कर दिया था।
लेनदेन बन्द होने से हुए असहाय: एक्सचेंज को बन्द करने की जानकारी देते हुए ग्राहकों को भेजे गए ईमेल में जेबपे की तरफ से कहा गया है कि बैंक खातों पर नियंत्रण ने हमें और हमारे ग्राहकों को असहाय कर दिया है। इस वजह से हम लेनदेन करने में असमर्थ हो गए हैं। ऐसी परिस्थिति में हमारे लिए अपने क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बिजनेस को बन्द करना ही सबसे उचित रास्ता है। इसलिए 28 सितम्बर शाम 4 बजे से एक्चेंज बन्द कर दिया जाएगा।
नहीं एक्सेप्ट होंगे नए ऑर्डर: इसके अलावा कंपनी की तरफ से कहा गया है कि ग्राहकों द्वारा किए सभी क्रिप्टो से क्रिप्टो ऑर्डर कैंसिल कर दिए जाएंगे और उसके एवज में कॉइन या टोकन उनके जेबपे वॉलेट में क्रेडिट कर दिए जाएंगे। कंपनी ने कहा कि अगली नोटिस तक अब कोई नए ऑर्डर भी एक्सेप्ट नहीं किए जाएंगे।
क्रिप्टो करेंसी: क्रिप्टो करेंसी वर्चुअल मुद्रा होती है। यह नोट्स और सिक्कों की तरह फिजिकल रूप में नहीं उपलब्ध होती। ये ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित होती हैं। इन करेंसियों को डेटा माइनिंग करके बनाया जाता है। इन पर किसी देश का अधिकार नहीं होता है। आज के समय बिटकॉइन सबसे भरोसे वाली क्रिप्टो मुद्रा है। इसकी शुरुआत जापान के सतोसी नाकामोटो ने 2009 में की थी।
Crypto Currency में निवेश का है इरादा, तो जान लें इनकी ट्रेडिंग पर लगती है कौन-कौन सी फीस
अगर आप क्रिप्टो करेंसी में निवेश की योजना बना रहे हैं तो इनकी ट्रेडिंग के लिए लगने वाली तीन तरह की ट्रांजैक्शन फीस के बारे में जरूर जान लें.
जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो इसे बेच सकते हैं. (Representative Image)
Trading in Crypto Currencies: दुनिया भर में निवेशकों के बीच क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है. इसमें क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज के जरिए ट्रेडिंग होती है. इस एक्सचेंज पर मौजूदा मार्केट वैल्यू के आधार पर क्रिप्टो करेंसीज को खरीदा-बेचा जाता है. जहां इनकी कीमत मांग और आपूर्ति के हिसाब से तय होती है. जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो बेच सकते हैं. स्टॉक एक्सचेंज की तरह ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर भी ट्रेडिंग के लिए फीस चुकानी होती है. इसलिए अगर आपने क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो पहले इनकी ट्रेडिंग पर लगने वाली तीन तरह की ट्रांजैक्शन फीस के बारे में जरूर जान लें.
एक्सचेंज फीस
- क्रिप्टो खरीद या बिक्री ऑर्डर को पूरा करने के लिए एक्सचेंज फीस चुकानी होती है. भारत में अधिकतर क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज का फिक्स्ड फीस मॉडल है, लेकिन ट्रांजैक्शन की फाइनल कॉस्ट उस प्लेटफॉर्म पर निर्भर होती है जिस पर ट्रांजैक्शन पूरा हुआ है. ऐसे में इसे लेकर बेहतर रिसर्च करनी चाहिए कि कौन सा क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज सबसे कम ट्रांजैक्शन फीस ले रहा है.
- फिक्स्ड फीस मॉडल के अलावा क्रिप्टो एक्सचेंज में मेकर-टेकर फी मॉडल भी है. क्रिप्टो करेंसी बेचने वाले को मेकर कहते हैं और इसे खरीदने वाले को टेकर कहते हैं. इस मॉडल के तहत ट्रेडिंग एक्टिविटी के हिसाब से फीस चुकानी होती है.
नेटवर्क फीस
- क्रिप्टोकरेंसी माइन करने वालों को नेटवर्क फीस चुकाई जाती है. ये माइनर्स शक्तिशाली कंप्यूटर्स के जरिए किसी बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज इंडिया ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करते हैं और ब्लॉकचेन में जोड़ते हैं. एक तरह से कह सकते हैं कि कोई ट्रांजैक्शंन सही है या गलत, यह सुनिश्चित करना इन माइनर्स का काम है. एक्सचेंज का नेटवर्क फीस पर सीधा नियंत्रण नहीं होता है. अगर नेटवर्क पर भीड़ बढ़ती है यानी अधिक ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करना होता है तो फीस बढ़ जाती है.
- आमतौर पर यूजर्स को थर्ड पार्टी वॉलेट का प्रयोग करते समय ट्रांजैक्शन फीस को पहले से ही सेट करने की छूट होती है. लेकिन एक्सचेंज पर इसे ऑटोमैटिक एक्सचेंज द्वारा ही सेट किया जाता है ताकि ट्रांसफर में कोई देरी न हो. जो यूजर्स अधिक फीस चुकाने के लिए तैयार हैं, उनका ट्रांजैक्शन जल्द पूरा हो जाता है और जिन्होंने फीस की लिमिट कम रखी है, उनके ट्रांजैक्शन पूरा होने में कुछ समय लग सकता है. माइनर्स को इलेक्ट्रिसिटी कॉस्ट और प्रोसेसिंग पॉवर के लिए फीस दी जाती है.
वॉलेट फीस
- क्रिप्टो करेंसी को एक डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है. यह वॉलेट एक तरह से ऑनलाइन बैंक खाते के समान होता है जिसमें क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षित रखा जाता है. अधिकतर वॉलेट में क्रिप्टो करेंसी के डिपॉजिट और स्टोरेज पर कोई फीस नहीं ली जाती है, लेकिन इसे निकालने या कहीं भेजने पर फीस चुकानी होती है. यह मूल रूप से नेटवर्क फीस है. अधिकतर एक्सचेंज इन-बिल्ट वॉलेट की सुविधा देते हैं.
- क्रिप्टो वॉलेट्स सिस्टमैटिक क्रिप्टो करेंसी खरीदने बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज इंडिया का विकल्प देते हैं और इसके इंटीग्रेटेड मर्चेंट गेटवे के जरिए स्मार्टफोन व डीटीएस सर्विसेज को रिचार्ज कराया जा सकता है.
(Article: Shivam Thakral, CEO, BuyUcoin)
(स्टोरी में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दिए गए सुझाव लेखक के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)
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क्रिप्टोकरेंसी में कैसे भारतीय रूपये (INR) में ट्रेड बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज इंडिया करें? (How to trade in cryptocurrency in INR?)
भारत क्रिप्टो क्रांति में सबसे आगे रहा है, और मार्च 2020 में आरबीआई का क्रिप्टोकरेंसी के लिए बैंकिंग सपोर्ट पर दो साल से चला आ रहा प्रतिबंध उठाने के साथ ही नया और सुधरा हुआ पीयर-टू-पीयर एक्सचेंज तेजी से सामने आया है। स्थानीय क्रिप्टो ट्रेडिंग, खास तौर पर भारत में P2P पर क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बहुत ऊपर उठ गया क्योंकि अधिक से अधिक भारतीय भारत में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने और बेचने और भारी मुनाफा कमाने के लिए उत्सुक हो रहे हैं।
क्रिप्टोकरेंसी, जिसे पहले संदेह की नज़र से देखा जाता था और तकनीकी जानकारों के तेजी से पैसा कमाने के साधन के रूप में देखा जाता था, अब एक्सचेंज के लिए सुरक्षित साधन और डिजिटल फाइनेंसियल संसार में एक उपयुक्त रास्ता देखा जाता है।
कुछ तो यह भी दावा करते हैं कि पूरे फिंटेक स्पेस में क्रिप्टो सबसे अच्छा उत्पाद है। यदि आप अपने मेहनत से कमाए पैसे अच्छे रिटर्न के साथ ठीक जगह पर लगाने की सोच रहे हैं, तो भारत में आप यहाँ WazirX में भारतीय रुपये (INR) में क्रिप्टोकरेंसी खरीद और बेच सकते हैं !
1. WazirX में अपना अकाउंट बनाएं।
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। या एंड्रॉइड या iOS के लिए WazirX ऐप डाउनलोड करें। जब आप इस पेज में रिडायरेक्ट हो जाएँ तो एक मजबूत पासवर्ड के साथ अपनी इच्छित ईमेल भरें।
- ‘साइन अप’ बटन पर क्लिक करने से पहले, यह सुनिश्चित कर लें कि आपने सभी नियम व शर्तें ठीक से पढ़ ली हैं और फिर ‘मैं WazirX’s की सेवा शर्तों से सहमत हूँ’ के बॉक्स को टिक करें।
- एकाउंट बनाने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए ‘साइन अप’ पर क्लिक करें।
- आगे बढ़ने और अपना फ्री WazirX एकाउंट एक्सेस करने के लिए अपना ईमेल एड्रेस वेरिफाई करना होगा। वेरिफिकेशन मेल के लिए अपना ईमेल देखें, और प्रक्रिया को पूरा करने के लिए ‘वेरिफाई मेल’ पर क्लिक करें। यदि आपको एक बार में वह नहीं मिलती तो आप अपना ‘स्पैम’ फोल्डर देखें या अपनी ईमेल पर इसे फिर से भेजने के लिए ‘यहां दुबारा भेजें’ पर क्लिक करें।
- जब आप अपना ईमेल सफलतापूर्वक वेरिफाई कर लेंगे तो आप यह मैसेज देखेंगे।
KYC वेरिफिकेशन
- आपके फ्री WazirX एकाउंट को एक्सेस करने के लिए यह आखिरी स्टेप है।
- ड्रॉपडाउन मेनू से अपना देश चुनें। फिर आपसे KYC वेरिफिकेशन के लिए पूछा जाएगा।
बस हो गया! एक बार आप KYC वेरिफिकेशन पूरा कर लेंगे, तो आपके पास आसानी से क्रिप्टो ट्रेड करने के लिए WazirX पर चालू एकाउंट होगा।
2. अपने WazirX एकाउंट में फंड जमा करें।
आपके WazirX अकाउंट में जमा करने की प्रक्रिया करने के लिए दो तरीके हैं।
- WazirX में भारतीय रुपया (INR) जमा करना।
यह ध्यान देना जरूरी है कि आप अपने WazirX एकाउंट में फंड जमा करने का निर्णय लें उससे पहले आपका KYC वेरिफिकेशन पूरा हो जाना चाहिए।
WazirX में भारतीय रुपया (INR) जमा करने के लिए, आप UPI/IMPS/NEFT/RTGS जैसे तरीके इस्तेमाल कर सकते हैं। वेरिफिकेशन के लिए आपको अपने ट्रांजेक्शन के विवरण WazirX में जमा करने होंगे।
- WazirX में क्रिप्टोकरेंसी जमा करना
WazirX, भारत का टॉप क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज है, जो अपने यूज़र को उनके WazirX एकाउंट में क्रिप्टोकरेंसी जमा करने की सुविधा देता है। इस प्रक्रिया को सरल, सहज बनाया गया है और आप भारत में अपने इच्छित क्रिप्टो को अन्य वॉलेट और क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज से WazirX एकाउंट में जमा या ट्रांसफर कर सकते हैं। सबसे बढ़िया बात? किसी भी जमा पर यह प्रक्रिया बिना किसी फीस के बिलकुल फ्री है!अपने फ्री WazirX एकाउंट से आप अपना ‘डिपाजिट एड्रेस’ प्राप्त करके शुरू कर सकते। एक बार आप यह कर लें, तो अपने होल्डिंग वॉलेट से डिपाजिट एड्रेस साझा करते हुए आसानी से अपने WazirX वॉलेट में अपने पसंद के क्रिप्टो ट्रांसफर कर सकते हैं।
3. भारत में क्रिप्टो करेंसी खरीदें।
एक बार आप अपना फंड अपने WazirX में जमा कर दें, चाहे वह भारतीय रुपये (INR) में हो या आपकी पसंद के क्रिप्टो में, तो आप बड़े आसान तरीके से भारत में क्रिप्टोकरेंसी बेच या खरीद सकते हैं। उदाहरण के लिए आइए जानें कि आप WazirX द्वारा बिटकॉइन कैसे खरीद सकते हैं ।
आप नीचे स्क्रॉल करके अपने डैशबोर्ड में ‘खरीद’ और ‘बिक्री’ का विकल्प देख सकते हैं। बस भारतीय रुपये (INR) में अपनी मनपसंद कीमित और बिटकॉइन की जितनी राशि खरीदना चाहते हैं वह डाल कर आप खरीदने की प्रक्रिया में आगे बढ़ कर खरीद कर सकते हैं।
‘प्लेस बाय ऑर्डर’ पर क्लिक करें और ट्रांजेक्शन पूरा होने की प्रतीक्षा करें। एक बार ऑर्डर पूरा हो जाए, आप अपने WazirX वॉलेट में BTC प्राप्त कर लेंगे।
भारतीय रुपए (INR) में क्रिप्टोकरेंसी का ट्रेड करने के लिए WazirX क्यों चुनें।
WazirX भारत का टॉप क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज है क्योंकि यह अपने यूज़र से भारतीय रुपये (INR) में बेहद तेज गति से जमा करने और निकालने का वायदा करता है। ये हैं कुछ महत्वपूर्ण कारण कि आपको भारत में क्रिप्टोकरेंसी बेचने और खरीदनेके लिए WazirX को क्यों चुनना चाहिए :
WazirX भारत का सबसे भरोसेमंद क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज है और यह सुनिश्चित करने के लिए बेहद सुरक्षित है कि नियमित सुरक्षा ऑडिट करते हुए सुरक्षा के ऊंचे मानक स्थापित करते हुए जो भी ट्रांजेक्शन किया जाएगा वह सुरक्षित और सत्यापित होगा।
विभिन्न प्लेटफॉर्म में बेहतरीन एक्सेस के कारण WazirX भारत में एक लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज है खासतौर से जब आप भारत में क्रिप्टोकरेंसी बेचना और खरीदना चाहते हैं । यह विभिन्न प्लेटफॉर्म जैसे वेब, मोबाइल पर अद्भुत ट्रेडिंग अनुभव देता है और इसकी एप्लीकेशन एंड्रॉइड और iOS दोनों पर कम्पेटिबल है।
- तत्काल ट्रांजेक्शन
WazirX का एडवांस ट्रेडिंग इंटरफेस पहली बार क्रिप्टो निवेशक से लेकर प्रोफेशनल और अनुभवी ट्रेडर तक सबको तत्काल ट्रांजेक्शन की सुविधा देता है।
- रेफर करने का कमीशन
WazirX यूज़र को एप्लीकेशन पर रेफर करने पर 50% का जबरदस्त कमीशन मिलता है ताकि वर्तमान यूज़र को अपने मित्रों, सहकर्मियों, और परिवार को इस क्रिप्टो की दुनिया में लाने और ब्लॉकचेन की शानदार क्रांति बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज इंडिया का हिस्सा बनाने की प्रेरणा मिले।
- हर मिनट की प्राइस ट्रैकिंग
आखिर में, जब आप WazirX को चुनते हैं, जो भारत का #1 क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज है, तो आपको खास तरह के चार्ट की भी एक्सेस मिलती है जो क्रिप्टोकरेंसी की पूरी रेंज के लिए एक-एक मिनट की प्राइस ट्रैकिंग की सुविधा देते हैं। इसके साथ ही, सरल और बढ़िया यूज़र इंटरफेस यह सुनिश्चित करता है कि यूज़र को सहज और आसान ट्रेडिंग अनुभव मिले।
अस्वीकरण: क्रिप्टोकुरेंसी कानूनी निविदा नहीं है और वर्तमान में अनियमित है। कृपया सुनिश्चित करें कि आप क्रिप्टोकरेंसी का व्यापार करते समय पर्याप्त जोखिम मूल्यांकन करते हैं क्योंकि वे अक्सर उच्च मूल्य अस्थिरता के अधीन होते हैं। इस खंड में दी गई जानकारी किसी निवेश सलाह या वज़ीरएक्स की आधिकारिक स्थिति का प्रतिनिधित्व नहीं करती है। वज़ीरएक्स अपने विवेकाधिकार में इस ब्लॉग पोस्ट को किसी भी समय और बिना किसी पूर्व सूचना के किसी भी कारण से संशोधित करने या बदलने का अधिकार सुरक्षित रखता है।
Cryptocurrency का भारत में भविष्य क्या?
भारत में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का भविष्य क्या होगा. ये संसद में आने वाले बिल के बाद तय होगा. क्योंकि बहुत जल्द सरकार संसद में क्रिप्टो करेंसी रेगुलेशन बिल पेश करने वाली है. ऐसे में निवेशकों के मन में सबसे बड़ा सवाल है कि क्या क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लग गया तो उनके पैसे का क्या होगा. तो हम आपको पूरी रिसर्च के बात बताते हैं कि क्रिप्टो करेंसी पर आगे की राह क्या होगी. ऐसे में अगर बैन लग गया तो बैंक और आपके क्रिप्टो एक्सचेंज के बीच लेनदेन बंद हो जाएगा. क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए रुपये को डॉलर या दूसरी करेंसी में कन्वर्ट नहीं कर पाएंगे. साथ ही दूसरी करेंसी में खरीदे गए क्रिप्टो कॉ़इन को बेचकर रुपये में ट्रांजेक्शन नहीं होगा.
भारत में कितना बड़ा है क्रिप्टो मार्केट?
आपको बता दें कि फिलहाल भारत में 10 करोड़ ऐसे निवेशक हैं. जिनका पैसा क्रिप्टोमार्केट में लगा है. दावा है कि करीब 6 लाख करोड़ रुपया इस वक्त भारतीयों का क्रिप्टो मार्केट में लगा है. इसमें औसतन हर निवेशख का 9 हजार बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज इंडिया रुपये का इनवेस्टमेंट है. क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकार की चिंता इसलिए है, क्योंकि 60 फीसदी निवेशक ऐसे हैं, जो छोटे शहरों से आते हैं। इसके अलावा निवेशकों की औसत उम्र 24 साल है. मतलब ज्यादातर युवा इस नए तरह के इनवेस्टमेंट मार्केट से जुड़े हैं.
क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल करेंसी में क्या फर्क?
क्रिप्टोकरेंसी आम करेंसी से अलग है. इसे न तो छू सकते हैं, न ही इससे कुछ खरीद सकते हैं, बल्कि इसे सिर्फ ऑनलाइन रख सकते हैं. चिंता की वजह ये है कि इस करेंसी को लेकर कोई रेग्युलेटर नहीं है. दुनिया की किसी सरकार का इस पर कंट्रोल नहीं है. इस वक्त दुनिया में 1,000 से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी चलन में है और 308 से ज्यादा क्रिप्टो एक्सचेंज हैं. इस मार्केट की शुरुआत 2009 में हुई थी. इस करेंसी की कीमतों बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज इंडिया बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज इंडिया में उतार-चढ़ाव काफी ज्यादा होता है. कोरोना काल में तो भारत में क्रिप्टो मार्केट काफी ऊंचाई पर पहुंच चुका है, जबकि डिजिटिल करेंसी केंद्रीय बैंक की देनदारी होती है. इसे केंद्रीय बैंक ही जारी करता है, इसीलिए इसकी कीमतों पर केंद्रीय बैंक का कंट्रोल रहता है.
भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर कब क्या हुआ?
2018 में भारत में आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगा दिया, लेकिन मार्च 2020 में सुप्रीम कोर्ट में मामला पहुंचा तो कोर्ट ने बैन हटा दिया, लेकिन क्रिप्टोमार्केट को लेकर चिंता जारी रहीं. 11 नवंबर 2021 को आरबीआई गवर्नर ने क्रिप्टो करेंसी पर गंभीर चिंताएं जाहिर की. इसके बाद 13 नवंबर 2021 को पहली बार पीएम मोदी ने क्रिप्टो मार्केट पर बैठक की. इस बैठक के बाद क्रिप्टो करेंसी पर लगातार सवाल उठने लगे. 15 नवंबर 2021 को संसदीय समिति में क्रिप्टो पर चर्चा की गई और संसदीय समिति में बैन की बजाय रेगुलेट करने पर बातचीत हुई. इसके बाद 18 नवंबर 2021 को सिडनी संवाद में पीएम मोदी ने क्रिप्टो पर एक बार फिर चिंता जाहिर की.
क्रिप्टो पर किस देश का क्या रुख
भारत में क्रिप्टो को लेकर गंभीर चिंताएं हैं, लेकिन अल सल्वाडोर ने बिटकॉइन को लीगर टेंडर घोषित कर दिया, जबकि अमेरिका क्रिप्टोकरेंसी के हिसाब से अपनी नीतियां बना रहा है. दक्षिण कोरिया भी इस करेंसी को रेगुलेट करने के लिए कानून बनाने पर विचार कर रहा है. हालांकि चीन इस करेंसी का लगातार विरोध कर रहा है.
किन-किन क्रिप्टोकरेंसी के प्राइवेट होने का डर
जानकारों के मुताबिक कुछ प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी ऐसी हैं, जिनकी गतिविधियां संदिग्ध रही है. इसीलिए इन क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने की बात चल रही है. इसमें कुछ नाम इस तरह हैं. Monero(XMR), Dash Coin, Zcash(ZEC), Verge(XVG), Beam, Grin, Horizen(ZEN), Firo(FIRO), Byte Coin(BCN), UCoin और Delta. हालांकि 2019 में सरकार के पेश किए गए विधेयक के नाम में क्रिप्टोकरेंसी को बैन करना का जिक्र था, लेकिन 2021 आते आते विधेयक के नाम में से बैन शब्द हट गया है, जिसके बाद क्रिप्टो करेंसी के निवेशकों को उम्मीद जगी है. अब कुल मिलाकर अब इंतजार संसद में पेश होने वाले मसौदे का है, जिसमें ये तस्वीर साफ हो पाएगी, कि भारत में क्रिप्टो मार्केट चलता रहेगा या फिर निवेशकों की गाड़ी कमाई डूब जाएगी.