विदेशी मुद्रा पर वेव विश्लेषण

उस महादेश के बारे में हमारे मन में जो ‘भूखा-नंगा’ वाली छवि बनी है उसके विपरीत, 20 अफ्रीकी देश ऐसे हैं जिनकी प्रति व्यक्ति जीडीपी का आंकड़ा भारत से कहीं बेहतर है। और इनमें से अधिकतर देश उप-सहाराके ही हैं। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोश (आईएमएफ) के आंकड़े यही दिखाते हैं कि हमसे ज्यादा अमीर 20 अफ्रीकी देशों की कुल आबादी 68 करोड़ है। कुल 128 करोड़ की आबादी वाले अफ्रीकी महादेश की कुल जीडीपी 2.6 ट्रिलियन डॉलर के बराबर है। भारत की करीब 3 ट्रिलियन डॉलर है, लेकिन आबादी भी ज्यादा है।
ग्राहक सेवा
फ़ॉरेक्स टाइम (FXTM) एक विदेशी मुद्रा कंपनी के रूप में अपने ग्राहकों की व्यक्तिगत जरूरतों को समझने और बेहतर संभव तरीको में उन्हें जवाब दे पाने की क्षमता के कारण ही भिन्न हैं। हम प्रयास करते हैं कि वहाँ आपके रास्ते में कोई समस्या नहीं हो, और अनचाहे कभी ऐसी कोई संभावना बने तो हम समस्या को तुरंत गायब करने के लिए प्रयास करेंगे। हमारा काम आप की सेवा के लिए है और हम सबसे असाधारण तरीके से ऐसा काम करने की योजना बनाते हैं।
एक अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रतिनिधित्व करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी के रूप में, हम दुनिया भर में हमारे ग्राहकों के सभी तक पहुँचने के लिए लक्ष्य. संचार की सीमाओं के नीचे कई भाषाओं में कुशल होने के नाते और हमें अपनी आवश्यकताओं के लिए प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया करने में सक्षम बनाते हैं |हम समान रूप से दुनिया भर में हमारे ग्राहकों को सभी का प्रतिनिधित्व करते हैं और हम कई अपनी मूल भाषा में और अधिक आरामदायक बोलने महसूस कर सकते हैं इसका सम्मान करते हैं|इसका मतलब है की कई भाषाओं में संवाद करने की क्षमता समस्या को सुलझाने के लिए आसान बनाता है और यह आपकी आवश्यकताओं को जल्दी से और कुशलता से मुलाकात करता है |
ट्रेडिंग और तकनीकी सहायता
फ़ॉरेक्स टाइम (FXTM) पर हम अपने ग्राहकों के रूप में व्यापारियों को बेहतर बनाने में मदद हेतु अद्वितीय व्यापार का समर्थन प्रदान करते हैं। हम आपको व्यापार गलतियों का विश्लेषण करने में मदद करके आपकी रणनीति को बेहतर बनाने और भविष्य में ऐसी गलतियों से बचाने के लिए मदद करते हैं। इसके अलावा, हमारा दल यह सुनिश्चित करता हैं कि आपक द्वारा हमारे किसी भी उत्पाद के उपयोग संबंधित समस्याओं को तत्परता से सुलझाया तथा वणिॆत किया जायें।
फ़ॉरेक्स टाइम (FXTM) पर खाता खोलना एक सरल, तेज और सीधी प्रक्रिया हैं। हम आपको पंजीकरण की प्रक्रिया कुछ कदमों के माध्यम से दिखाते विदेशी मुद्रा पर वेव विश्लेषण हैं और एक बार जब आप अपने खाते में हमे अपेक्षित विवरण और कुछ मूल दस्तावेज प्रदान कर देते हैं तो जल्द से जल्द अक्सर एक ही दिन के भीतर आपके खाते को मंजूरी दे दी जाएगी। यह एक त्वरित और सीधी प्रक्रिया है।
जमा और निकासी के तरीके का विस्तृत विविधता
यह जमा और निकासी के लिए आता है, हम सुविधा के महत्व को समझते विदेशी मुद्रा पर वेव विश्लेषण हैं|प्रत्येक ग्राहक जमा करने और अपने खुद के पसंदीदा विधि के माध्यम से पैसे वापस लेने सहज महसूस करता है|इस कारण से, हम कई जमा और संभव के रूप में वापसी के तरीके के रूप में विकसित करने पर काम कर रहे हैं|व्यापार के अवसरों की याद आ विदेशी मुद्रा पर वेव विश्लेषण रही है या अपने पैसे वापस प्राप्त करने में देरी का सामना करने के बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं होगी या अपने पैसे वापस प्राप्त करने में देरी का सामना हम इन प्रक्रियाओं को तेज और सीधा करें इसे सुनिश्चित करेंगे|
हम आपके ट्रेडिंग के अनुभव को सुधारने के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हैं, इस बात की परवाह किए बिना कि आप किस डिवाइस या प्लेटफॉर्म का उपयोग करना चाहते हैं। हम अग्रणी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म एमटी4 व उसका उत्तराधिकारी एमटी5 को प्रदान करते हैं, जिसे हमने सभी लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्टम एवं सभी आधुनिक उपकरणों पर उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा हम अपना वेब ट्रेडिंग प्लेटफार्म भी पेश करते हैं जो वेब ब्राउज़र के माध्यम से सीधे बाजार में प्रवेश कराता है, यह आराम एवं सुविधा के साथ विशेष रूप से विदेशी मुद्रा बाजार में उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाने की क्षमता देता है।
वैश्विक अर्थव्यवस्था में प्रवासी कामगारों की अहम भूमिका, कामकाज के लिये जोखिम भरे हालात
अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक दशक में विदेशी मुद्रा पर वेव विश्लेषण विश्वव्यापी श्रम बल में प्रवासियों की संख्या में तीन गुना वृद्धि हुई है. प्रवासी कामगार विश्व अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, मगर, उन्हें कामकाज की तलाश में भयावह जोखिम लेने के लिये मजबूर होना पड़ रहा है. कोविड-19 महामारी ने प्रवासी कामगारों के समक्ष मौजूद ख़तरों को उजागर किया है.
प्रवासी कामगारों की संख्या में 50 लाख की वृद्धि – यूएन श्रम एजेंसी
अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि अन्तरराष्ट्रीय प्रवासी कामगारों की संख्या बढ़कर 16 करोड़ 90 लाख तक पहुँच गई है. वर्ष 2017 के बाद से इसमें तीन प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है.
कोविड-19: अति-आवश्यक सेवाएँ जारी रखने में प्रवासियों का अहम योगदान
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने बुधवार, 16 जून, को ‘पारिवारिक धन प्रेषण का अन्तरराष्ट्रीय दिवस’ के अवसर पर जारी अपने सन्देश में कहा कि महामारी के दौरान, प्रवासियों ने मेज़बान देशों में, अति-आवश्यक सेवाओं और अर्थव्यवस्थाओं को सुचारू रूप से जारी रखने में अहम भूमिका निभाई है.
कोविड-19: यात्रा पाबन्दियों के कारण लाखों प्रवासियों का जीवन अधर में
संयुक्त राष्ट्र की प्रवासन एजेंसी (IOM) ने कहा है कि कोविड-19 महामारी के कारण लागू की गई यात्रा पाबन्दियों व तालाबन्दियों का शरणार्थियों व प्रवासियों की ज़िन्दगियों पर भारी असर हुआ है. यूएन एजेंसी के अनुसार प्रवासियों को अक्सर मजबूरी में यात्राएँ करने के लिये मजबूर होना पड़ता है, मगर मौजूदा संकट के दौरान लाखों लोग अपने घर से दूर कठिन हालात में फँसे हुए हैं.
शेखर गुप्ता का कॉलम: अफ्रीका के कई देश हमसे बेहतर हो गए, हमारे लिए यह अहंकार छोड़कर आईने में देखने का समय है
नाम में क्या रखा है? कोविड-19 को हम कोई भी नाम दें, वह बीमार करेगा ही। इसलिए, कोई वायरस के सबसे नए रूप बी-1.617 को ‘इंडियन’ नाम दे रहा है तो हम क्यों भड़क जाते हैं? चीनियों ने इस वायरस का नाम चीन या वुहान के नाम पर रखने का दुस्साहस करने वाले पर हमला करके नया कायदा तय कर दिया है। हम, भारत के लोग अपने तुनुकमिज़ाज पड़ोसी की नकल में अपने संवेदनशील राष्ट्रवाद से प्रेरणा ले रहे हैं। अगर आप पतली चमड़ी वाले भारतीय राष्ट्रवादी हैं, तो हमारे सामने कठिन सवाल हैं। मैं सिर्फ सबको आईना दिखाने की कोशिश कर रहा हूं। दक्षिण एशियाई मामलों के अमेरिकी विशेषज्ञ स्टीफन कोहेन कहा करते थे, ‘कभी भी तीसरी दुनिया या सुपरपावर जैसे शब्दों का प्रयोग मत कीजिए। ये सब व्यापक के ठप्पे हैं।
दुनिया के सामने खाने और ऊर्जा का गंभीर संकट, यूरोप में जारी युद्ध वजह: RBI गवर्नर दास
TV9 Bharatvarsh | Edited By: राघव वाधवा
Updated on: Nov 19, 2022 | 6:17 PM
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शनिवार को कहा कि यूरोप में जारी युद्ध नई चुनौतियां लेकर आया है, और अचानक दुनिया के सामने खाद्य और ऊर्जा का गंभीर संकट आ खड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि यह संकट ऐसे समय में आया है, विदेशी मुद्रा पर वेव विश्लेषण जब अर्थव्यवस्था Covid-19 की तीसरी लहर के बाद सामान्य होने जा रही थी. आरबीआई के अर्थशास्त्र और नीति अनुसंधान विभाग के सालाना शोध सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए दास ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने बड़े आकार के आंकड़ों के विश्लेषण का मौका दिया है.
युद्ध लाया कई चुनौतियां: दास
केंद्रीय बैंक के गवर्नर ने कहा कि कोविड की पहली लहर के दौरान आंकड़ों का संग्रह करना और आंकड़ों में सांख्यिकीय अंतराल पहली बड़ी चुनौती थी. उन्होंने आगे विदेशी मुद्रा पर वेव विश्लेषण कहा कि यूरोप में युद्ध अपने साथ नई चुनौतियां लेकर आया, वह भी ऐसे समय जब विदेशी मुद्रा पर वेव विश्लेषण अर्थव्यवस्था महामारी की तीसरी लहर के बाद पूरी तरह से सामान्य होने जा रही थी. दास ने कहा कि दुनिया के सामने अचानक ही गंभीर खाद्य और उर्जा संकट आ खड़ा हुआ.
दास ने आगे कहा कि तेजी से बदलती भूराजनीतिक परिस्थितियों की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था के विदेशी मुद्रा पर वेव विश्लेषण विखंडन के रूप में एक नया जोखिम उभरा और इससे यह समझ में आया कि महत्वपूर्ण आपूर्तियों के लिए एक स्रोत पर निर्भरता को कम करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि विदेशी मुद्रा पर वेव विश्लेषण मार्च 2020 के बाद से कोविड-19 महामारी, यूरोप में युद्ध और सभी देशों में आक्रामक रूप से मौद्रिक सख्ती से आर्थिक अनुसंधान के लिए तरह-तरह की चुनौतियां सामने आई हैं.
RBI ने इस साल ग्रोथ 7% से ज्यादा रहने का जताया अनुमान
इसके अलावा आपको बता दें कि सितंबर विदेशी मुद्रा पर वेव विश्लेषण तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ इतनी रह सकती है, जिससे पूरे साल की ग्रोथ 7 प्रतिशत का स्तर पार कर ले. रिजर्व बैंक के लेख में ये अनुमान दिया गया है.विदेशी मुद्रा पर वेव विश्लेषण
शुक्रवार को जारी रिजर्व बैंक के द्वारा प्रकाशित एक लेख में कहा गया है कि भारत की आर्थिक वृद्धि दूसरी तिमाही में 6.1 से 6.3 प्रतिशत के दायरे में रहने की संभावना है, जिससे देश को चालू वित्त वर्ष में 7 प्रतिशत की विकास दर हासिल करने में मदद मिलेगी.सरकार 30 नवंबर को जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के विकास अनुमान जारी करेगा.
Liger: काले धन को 'सफेद' करने के लिए बनाई गई 'लाइगर'? ईडी ने कसा शिकंजा, 15 घंटे तक की पूछताछ
विजय देवरकोंडा की 'लाइगर' एक बार फिर मुश्किलों में फंसती नजर आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो निर्देशक पुरी जगन्नाथ और सह-निर्माता चार्मी कौर पर फिल्म में ब्लैक मनी का इस्तेमाल करने का आरोप लगा है। रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने 17 नवंबर को पुरी जगन्नाथ और चार्मी से लाइगर की आय के स्रोतों के बारे में जानने के लिए 15 घंटे तक पूछताछ की। हालांकि, अब तक इस खबर की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।