एक विकल्प का न्यूनतम मूल्य क्या है?

पॉलिसी के 5 वर्ष के समाप्ति के बाद किसी भी समय फण्ड में से आंशिक निकासी की जा सकती है, जो निम्न शर्तों पर आधारित है:-
एक विकल्प का न्यूनतम मूल्य क्या है?
कर्मचारियों के स्टॉक विकल्प योजना या पद्धति
[एसओ 1021 (ड़), दिनांक, 11-10-2001]
परन्तुक द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए अनुच्छेद (2) के उपअनुच्छेद (iii) के आयकर अधिनियम, 1961 (1961 का 43) की धारा 17, केन्द्रीय सरकार एतद्द्वारा कि पूर्वोक्त प्रावधान अंशों, ऋणपत्रों या किसी भी कर्मचारी स्टॉक विकल्प योजना के तहत आवंटित किया वारंट लागू करेगा या योजना तैयार किये निम्नलिखित दिशा-निर्देशों के अनुसार निर्दिष्ट करता है: —
(1) एक कर्मचारी स्टॉक विकल्प योजना या पद्धति में शामिल होगा: -
(i) "कर्मचारी स्टॉक खरीद योजना या कर्मचारी स्टॉक विकल्प योजना" जिससे कर्मचारी नियोक्ता अपने मासिक वेतन का एक निश्चित भाग को रोकने के लिए अनुमति देता है, जिनमें से संचित राशि को भविष्य की तारीख में एक रियायती मूल्य या अन्यथा पर अंशों के अधिग्रहण के लिए उपयोग किया जाता है ।
एलआईसी निवेश प्लस पॉलिसी - टेबल नं. 849
एलआईसी निवेश प्लस एक यूलिप, नॉन-पार्टिसिपेटिंग, सिंगल प्रीमियम लाइफ इंश्योरेंस प्लान है। एकल प्रीमियम के भुगतान पर, योजना एक विकल्प का न्यूनतम मूल्य क्या है? पॉलिसी की अवधि के दौरान बीमा सह निवेश कवर प्रदान करती है। इस प्लान को आप ऑफलाइन के साथ-साथ ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। इस योजना के तहत, आपके पास चार प्रकार के निवेश फंडों में से एक में निवेश का विकल्प होता है। यूनिट फंड विभिन्न शुल्कों के अधीन है और यूनिट का मूल्य नेट एसेट वैल्यू के आधार पर बढ़ या एक विकल्प का न्यूनतम मूल्य क्या है? घट सकता है।
न्यूनतम प्रवेश आयु | 90 दिन -70 साल |
मूल राशि का आश्वासन दिया | विकल्प 1: एकल प्रीमियम का 1.25 गुना विकल्प 2: एकल प्रीमियम का 10 गुना |
पॉलिसी का कार्यकाल | 10-35 साल |
प्रीमियम | न्यूनतम 1 लाख और अधिकतम सीमा नहीं |
लॉक-इन अवधि | 5 वर्ष |
अधिकतम परिपक्वता आयु | 85 साल |
एलआईसी निवेश प्लस की विशेषताएं
एलआईसी निवेश प्लस योजना के तहत, यदि जोखिम के शुरू होने से पहले मृत्यु हो जाती है, तो नामित व्यक्ति को केवल यूनिट फण्ड मूल्य प्राप्त होगा। हालांकि, यदि जोखिम शुरू होने के बाद मृत्यु होती है, तो नामित व्यक्ति को बीमित राशि और यूनिट फण्ड मूल्य में जो अधिक है, प्राप्त होगा।
जहां बीमित व्यक्ति परिपक्वता तिथि तक जीवित रहता है तब बीमित व्यक्ति को राशि प्राप्त होगी जो परिपक्वता लाभ के रूप में यूनिट फंड मूल्य के बराबर होगी।
यह पॉलिसी के 25 वर्षों के लिए अधिकतम 7% गारंटीड एडिशन का दावा करती है। इसके अलावा बाकि वर्षों के लिए निचे जानकारी ले सकते है:-
पॉलिसी वर्ष का अंत | गारंटी के अतिरिक्त |
6 | 3% |
10 | 4% |
15 | 5% |
20 | 6% |
25 | 7% |
एलआईसी निवेश प्लस प्लान में शुल्क भुगतान
जैसा कि एलआईसी निवेश प्लस एक यूलिप प्लान है, बीमित व्यक्ति को एक ही के तहत कई शुल्क देने होते हैं। आइए नीचे उनकी जांच करें-
प्रीमियम आवंटन शुल्क:
कंपनी पॉलिसी की शुरुआत में प्रीमियम आवंटन शुल्क एकत्र करेगी। इस तरह के शुल्क आपके एकल प्रीमियम से कम हो जाएंगे और शेष राशि का उपयोग इकाइयों को खरीदने के लिए किया जा सकता है। नीचे प्रीमियम आवंटन शुल्क दिए गए हैं जो आपको भुगतान करने की आवश्यकता है-
- ऑफलाइन बिक्री - 3.3%
- ऑनलाइन बिक्री - 1.5%
कंपनी केवल बीमा कवर के लिए पॉलिसी की शुरुआत के समय ही मृत्यु दर ले लेगी। यह जोखिम के योग पर आधारित होगा जो मूल बीमा राशि और यूनिट फंड मूल्य के बीच का अंतर है।
फंड मैनेजमेंट चार्ज:
यह शुल्क एलआईसी निवेश प्लस के तहत फंड चलाने के लिए आवश्यक है। यह म्यूचुअल फंड के तहत व्यय अनुपात के समान होगा जो फंड प्रबंधन शुल्क है।
मध्यप्रदेश: मूंग खरीदी के लिए 18 जुलाई से रजिस्ट्रेशन, 7275 रुपये है न्यूनतम मूल्य
उन्होंने कहा कि मूंग के दाम बाजार में समर्थन मूल्य से काफी कम हैं और हमारी सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में काम कर रही है, यह किसानों की सरकार है इसलिए हमने फैसला किया है कि हम अपने किसानों को न्याय देंगे और मूंग की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य जो 7275 रुपये प्रति क्विंटल पर होगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मूंग खरीदी केवल किसानों की जाएगी जिसके लिए हम 18 जुलाई से रजिस्ट्रेशन प्रारंभ कर रहे हैं।
बता दें कि मध्यप्रदेश के 30 जिलों में इस बार 12 लाख हेक्टेयर से ज्यादा इलाके में ग्रीष्मकाल के दौरान मूंग की खेती की गई थी। प्रदेश में ग्रीष्मकाल में करीब 17 लाख टन मूंग का उत्पादन हुआ। एक विकल्प का न्यूनतम मूल्य क्या है? केंद्र सरकार ने इसके बाद किसानों से 2.27 लाख टन मूंग खरीदने की अनुमति दी है।
LIC की सरल पेंशन स्कीम में एक बार प्रीमियम चुकाएं, 12000 रुपये जिंदगी भर पेंशन पाएं
LIC की सरल पेंशन स्कीम में एक बार प्रीमियम चुकाएं, 12000 रुपये जिंदगी भर पेंशन पाएं
भारतीय जीवन बीमा निगम या एलआईसी (LIC) ने 1 जुलाई 2021 से सरल पेंशन योजना पेश की है। सरल पेंशन (Saral Pension) एक नॉन-लिंक्ड, एकल प्रीमियम, व्यक्तिगत तत्काल वार्षिकी योजना है। सरल पेंशन प्लान को पति/पत्नी के साथ भी लिया जा सकता है। सरल पेंशन (Saral Pension) एक गैर-लिंक्ड, सिंगल प्रीमियम योजना है। Saral Pension भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) के दिशानिर्देशों के अनुसार इमीडियेट एन्युटी प्लान है।
सरल पेंशन प्लान के दो विकल्प
सरल पेंशन प्लान के पहले विकल्प में 100 फीसदी रिटर्न ऑफ परचेज प्राइस के साथ लाइफ एन्युटी शामिल है। यह पेंशन सिंगल लाइफ के लिए है, यानी कि यह पेंशन किसी एक व्यक्ति से जुड़ी होगी। जब तक पेंशनधारी जीवित रहेंगे, उन्हें Saral Pension plan के तहत पेंशन मिलती रहेगी और उनकी मृत्यु के बाद पॉलिसी लेने एक विकल्प का न्यूनतम मूल्य क्या है? के लिए जिस बेस प्रीमियम का भुगतान किया था, वह उनके नॉमिनी को वापस मिल जाएगा। सरल पेंशन प्लान के इस विकल्प में कटा हुआ टैक्स वापस नहीं मिलता।
सरल योजना की खास बातें
LIC की सरल पेंशन योजना को आप ऑफलाइन या ऑनलाइन www.licindia.in की वेबसाइट से खरीद सकते हैं। सरल पेंशन प्लान के तहत मिनियम एन्यूटी 12,000 रुपये सालाना है। न्यूनतम खरीद मूल्य वार्षिकी मोड, चुने गए विकल्प और पॉलिसी लेने वाले की एक विकल्प का न्यूनतम मूल्य क्या है? उम्र पर निर्भर करता है। सरल पेंशन प्लान में अधिकतम खरीद मूल्य की कोई सीमा नहीं है। Saral pension योजना 40 वर्ष से 80 वर्ष की आयु के लिए उपलब्ध है।
पेंशन पाने के लिए क्या है जरूरी?
सरल पेंशन प्लान के तहत अगर आपको मासिक पेंशन का लाभ लेना है तो कम से कम 1,000 रुपये का योगदान करना होगा। इसी तरह तिमाही पेंशन के लिए कम से कम एक महीने में 3,000 रुपये का निवेश करना होगा। LIC की सरल पेंशन स्कीम के तहत पॉलिसीधारक के पास एकमुश्त राशि के भुगतान पर दो उपलब्ध विकल्पों में से एन्युटी चुनने का विकल्प है। सरल पेंशन स्कीम में पॉलिसी शुरू होने की तारीख से छह महीने के बाद किसी भी समय कर्ज मिल सकेगा।
बढ़ रही है सरसों की आवक
सूत्रों ने कहा कि कुछ समाचार पत्रों में आयात शुल्क घटने की रिपोर्ट सामने आने के बाद मलेशिया एक्सचेंज में दो प्रतिशत की तेजी रही जबकि शिकागो एक्सचेंज में कोई विशेष घट बढ़ नहीं दिखी. इससे घरेलू तेल तिलहन कीमतों पर उल्टा असर दिखा और यहां भाव कमजोर रहे.
बाजार सूत्रों के मुताबिक देश की विभिन्न मंडियों में सरसों की आवक मंगलवार एक विकल्प का न्यूनतम मूल्य क्या है? को एक लाख 90 हजार बोरी की थी जो बुधवार को बढ़कर लगभग दो लाख बोरी हो गई. लेकिन आने वाले समय में मांग बढ़ने के साथ आवक की क्या स्थिति होगी कहना मुश्किल है. सरसों की अगली फसल आने में चार- पांच महीने का समय है जबकि त्यौहारों का मौसम शुरू होने वाला है.
जयपुर में सरसों के सितंबर अनुबंध का वायदा भाव 82 रुपये क्विन्टल कम रहा. वायदा कारोबार में भाव टूटने का हाजिर कारोबार में कोई फर्क नहीं पड़ा. अन्य तेल-तिलहनों के भाव पूर्वस्तर पर रहे.