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विदेशी मुद्रा व्यापारी कितने समय के लिए व्यापार करते हैं?

विदेशी मुद्रा व्यापारी कितने समय के लिए व्यापार करते हैं?
by बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो ।।
Published - Saturday, 03 December, 2022

BW IBLF: प्रोफेसर ध्रुव नाथ ने बताया, क्यों जरूरी है असफलता पर चर्चा

बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो

by बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो ।।
Published - Saturday, 03 December, 2022

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दिल्ली में चल रहे देश के सबसे बड़े Non Fiction Book Festival-IBLF में Lead Angels Networks के डायरेक्टर प्रोफेसर ध्रुव नाथ विदेशी मुद्रा व्यापारी कितने समय के लिए व्यापार करते हैं? ने अपनी दो किताबों Funding Your Startup और The Dream Founder के बारे में बात की. साथ ही उन्होंने बताया कि किसी स्टार्टअप को सफल कैसे बनाया जा सकता है. प्रोफसर नाथ ने कहा कि अक्सर हम विदेशी मुद्रा व्यापारी कितने समय के लिए व्यापार करते हैं? सक्सेस स्टोरी की बात करते हैं, लेकिन असफलता पर चर्चा तक नहीं करना चाहते. जबकि यह बेहद जरूरी है. इसलिए मेरी किताबों में आपको सक्सेस और फेलियर दोनों स्टोरी मिलेंगी, ताकि आप दोनों से सीख सकें.

Wedgift Registry का दिया उदाहरण
प्रोफेसर ध्रुव नाथ ने कहा कि हमें दूसरों की असफलता से सीखने को ज्यादा मिलता है, न कि अपनी. उदाहरण के तौर पर मैं आपको पश्चिमी देशों के कांसेप्ट Wedgift Registry से जुड़ी एक स्टोरी बताना चाहूंगा. उन्होंने कहा, 'शादियों में सबसे बड़ी समस्या होती है गिफ्ट की. कई बार एक जैसे बहुत से गिफ्ट मिलते हैं. कुछ गिफ्ट ऐसे भी होते विदेशी मुद्रा व्यापारी कितने समय के लिए व्यापार करते हैं? हैं, जिनकी कपल को जरूरत नहीं होती. ऐसे मामलों में आमतौर पर लोग उस गिफ्ट को आगे बढ़ा देते हैं. यानी किसी दूसरे को दे देते हैं. पश्चिमी देशों में इसका बहुत अच्छा समाधान है - Wedgift Registry. यह एक तरह की ई-कॉमर्स साइट है. शादी करने जा रहा कपल इस साइट पर जाता है और अपनी विशलिस्ट बनाता है. उस साइट पर सभी संभावित विदेशी मुद्रा व्यापारी कितने समय के लिए व्यापार करते हैं? गिफ्ट आइटम्स मौजूद होते हैं. कपल उसमें से अपनी पसंद के आइटम पिक करके विशलिस्ट तैयार करता है. इसका मतलब है कि शादी में आने वाले गेस्ट तय नहीं करते कि उन्हें क्या गिफ्ट देना है, बल्कि कपल बताता है कि उसे क्या चाहिए.

भारत में ये थी समस्या
प्रोफेसर नाथ ने बताया कि कपल शादी के कार्ड पर अपनी विशलिस्ट का लिंक देता है, गेस्ट उस लिंक पर जाते हैं और विशलिस्ट में शामिल आइटम में से चुनते हैं कि उन्हें कपल के लिए क्या खरीदना है. उन्होंने कहा, ‘भारत में इस कांसेप्ट के साथ एक कपल मेरे पास आया था. पति-पत्नी की टीम वाकई कमाल थी, लेकिन कुछ ऐसा था जो ठीक नहीं था. वेस्ट में ज़रूर ये कांसेप्ट फेमस है, लेकिन भारत में इसे कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. जैसे कि सांस्कृतिक समस्याएं. सोचिए, यदि कोई लड़की लिस्ट तैयार करे कि उसे शादी में क्या चाहिए, तो लोग क्या कहेंगे?

गलत बिजनेस मॉडल
उन्होंने आगे कहा, ‘कपल में कुछ कर दिखाने का जोश था, लेकिन उन्होंने गलत बिजनेस मॉडल का चुनाव किया. इसलिए हमने उनकी आईडिया में इन्वेस्ट नहीं किया. Wedgift Registry के कांसेप्ट में सुधार की बात करते हुए उन्होंने कहा कि यदि वो कपल आगे बढ़ भी जाता, तो उसे रिवेन्यु जनरेट करने में समस्या होती. लोग विशलिस्ट देखकर अमेजन आदि साइट्स से सामान खरीद लेते, क्योंकि वहां सामान सस्ता मिलेगा. ऐसे में रिवेन्यु कैसे जनरेट होता? इस कपल की असफलता की कहानी हमें सिखाती है कि सही बिजनेस मॉडल का चुनाव कितना जरूरी है.

दूसरों की गलती देती है सीख
स्टार्टअप की फंडिंग के बारे में बात करते हुए प्रोफेसर नाथ ने कहा क्क सही स्टार्ट अप, सही बिजनेस के लिए फंडिंग कोई मुद्दा नहीं है. BW Business World के सीनियर एडिटर Ruhail Amin ने प्रोफेसर ध्रुव नाथ से उनकी किताबों को लेकर सवाल किए. उन्होंने पूछा कि अधिकांश लोग सक्सेस स्टोरी पर फोकस करते हैं, लेकिन आप फेलियर स्टोरी पर ऐसा क्यों? इसके जवाब में प्रोफेसर नाथ ने कहा, 'जैसा कि मैंने पहले भी कहा ;लोग असफलता पर बात नहीं करना चाहते. उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि यदि आप किसी बार में हैं और 3-4 पेग लगा चुके हैं, तो फिर अलग बात है. लोग यह नहीं सोचते कि कोई व्यक्ति क्यों फेल हुआ, इसलिए मेरी किताबों में आपको मिक्स कहानियां मिलेंगी. सक्सेस और फेलियर स्टोरीज़ दोनों. मुझे लगता है कि दूसरों की गलती से सीखना ज्यादा महत्वपूर्ण है, न कि अपनी.

यंग इंजीनियर्स का आईडिया
ध्रुव नाथ ने 2014 की एक घटना का जिक्र करते हुए कहा, 'कुछ साल पहले 3 यंग इंजीनियर इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के कांफ्रेंस रूम में आए, जहां हम सभी निवेशक बैठे हुए थे. अंदर आते ही उन्होंने कहा- सर हमारे पास एक अच्छा डिजाईन है, waterless urinals. हम यह सुनकर चौंके और खुश भी हुए. हमें उनका आईडिया बेहद पसंद आया. क्योंकि पानी की कमी से हम सभी वाकिफ हैं. हमने उनसे दो बातें कहीं. पहली - आपका एंट्री बैरियर मजबूत नहीं है, आसानी से कॉपी हो सकता है इसलिए मार्केट में जाएं और अपना ब्रांड एवं नेटवर्क विकसित करें. दूसरी - हमें एक महीने का समय दें, हम शोध करके फैसला लेंगे, लेकिन आपके आईडिया में निवेश जरूर करेंगे.

इस तरह कर गए गलती
नाथ ने आगे कहा, 'हमने आखिरी में उनसे पूछा कि मार्केटिंग कैसे करेंगे. उनका जवाब था -डिस्ट्रीब्यूटर नियुक्त करेंगे. हमने कहा, बहुत अच्छा. ठीक एक महीने बाद वो हमारे पास आए और बताया कि अब वह waterless urinals के फीमेल वर्जन पर काम कर रहे हैं. इस पर हमने पूछा कि डिस्ट्रीब्यूटर का क्या हुआ? उन्होंने कहा हमें फीमल वर्जन को पूरा करने में पांच महीने लगेंगे, इसके बाद हम दोनों के लिए डिस्ट्रीब्यूटर नियुक्त कर देंगे. इतना सुनकर मैंने अपना सिर पकड़ लिया. हमने उनसे कहा कि आप कंपनी चलने में सक्षम नहीं हैं. यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति को को-फाउंडर बनाते हैं जो बिज़नस समझता है तो हम निवेश करेंगे. इस तरह के फेलियर होते रहते हैं लेकिन लोग उनके बारे में बात नहीं करते. जबकि इनसे हम काफी कुछ सीख सकते हैं.

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