ईएमए क्या है

कोविड-19 के विरुद्ध बच्चों का टीकाकरण करने के बारे में वैज्ञानिक क्या कहते हैं?
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बच्चों व किशोरों को आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमत कोई भी कोविड-19 टीका उपलब्ध होते ही लिए जाने की सलाह दी जाती है। वैश्विक रूप से फाइजर के टीके को 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चों के लिए सुरक्षित माना गया है। 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए अभी तक कोविड-19 के टीके उपलब्ध नहीं हैं क्योंकि इस आबादी के लिए सुरक्षा परीक्षण चल रहे हैं।
बच्चों व किशोरों को आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमत कोई भी कोविड-19 टीका उपलब्ध होते ही लिए जाने की सलाह दी जाती है। वैश्विक रूप से फाइजर के टीके को 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चों के लिए सुरक्षित माना गया है। 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए अभी तक कोविड-19 के टीके उपलब्ध नहीं हैं क्योंकि इस आबादी के लिए सुरक्षा परीक्षण चल रहे हैं।
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What our experts say
विश्व स्वास्थ्य संगठन, अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स और रोग नियंत्रण और रोकथाम केन्द्र (सीडीसी) सहित कई स्वास्थ्य प्राधिकरण अनुशंसा करते हैं कि बच्चों व किशोरों को उनकी उम्र समूह के लिए उपलब्ध होते ही आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमत कोई भी कोविड-19 टीका दिया जाना चाहिए।
वैश्विक रूप से फाइजर के टीके को 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चों के लिए सुरक्षित माना गया है। इस टीके को 3 सप्ताह के अंतराल पर, दो खुराकों में दिया जाता है। दूसरी खुराक प्राप्त करने के दो सप्ताह बाद बच्चों को पूरी तरह से टीका लगा हुआ माना जाता है। फाइजर का टीका बचपन के अन्य टीकों के साथ सुरक्षित रूप से दिया जा सकता है। 23 जुलाई, 2021 को यूरोपीय चिकित्सा एजेंसी (ईएमए) की मानव औषधि समिति ने 12-17 वर्ष के बीच के बच्चों में मॉडर्ना टीके के आपातकालीन उपयोग को अधिकृत किया, जिसे स्पाइकवैक्स भी कहा जाता है।
आमतौर पर, बच्चों को फाइजर टीका लगने के बाद वयस्कों के समान हल्के दुष्प्रभाव का अनुभव होता है। इनमें थकान, हल्का बुखार, मांसपेशियों में दर्द और टीके वाली जगह पर दर्द होना शामिल हैं।
मायोकार्डिटिस, या हृदय की सूजन के दुर्लभ मामले, अप्रैल 2021 से सीडीसी को सूचित किए गए हैं। अधिकतर पुष्ट मामले 16 साल या उससे अधिक उम्र के पुरुषों में mRNA कोविड-19 टीके (फाइजर या मॉडर्ना) की दूसरी खुराक के बाद तीन दिनों के भीतर हुए हैं। 12-29 वर्ष की आयु के पुरुषों में यह दर 40.6 मामले प्रति दस लाख दूसरी खुराक थी। उसी आयु वर्ग की महिलाओं में यह प्रति दस लाख दूसरी खुराक पर 4.2 थी।
मायोकार्डिटिस के लक्षणों में सीने में दर्द, दिल की धड़कन और सांस की परेशानी शामिल हैं। ज़्यादातर मामले हल्के थे और जल्दी हल हो गए। इससे कोई मौतें नहीं जुड़ी हैं। जुलाई 2021 तक, टीकाकरण अभ्यासों पर सीडीसी की सलाहकार समिति सलाह देती है कि टीके के लाभ हृदय की समस्याओं के जोखिम से अधिक हैं। ईएमए की सिफारिशें सीडीसी के अनुरूप हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन, अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स और रोग नियंत्रण और रोकथाम केन्द्र (सीडीसी) सहित कई स्वास्थ्य प्राधिकरण अनुशंसा करते हैं कि बच्चों व किशोरों को उनकी उम्र समूह के लिए उपलब्ध होते ही आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमत कोई भी कोविड-19 टीका दिया जाना चाहिए।
वैश्विक रूप से फाइजर के टीके को 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चों के लिए सुरक्षित माना गया है। इस टीके को 3 सप्ताह के अंतराल पर, दो खुराकों में दिया जाता है। दूसरी खुराक प्राप्त करने के दो सप्ताह बाद बच्चों को पूरी तरह से टीका लगा हुआ माना जाता है। फाइजर का टीका बचपन के अन्य टीकों के साथ सुरक्षित रूप से दिया जा सकता है। 23 जुलाई, 2021 को यूरोपीय चिकित्सा एजेंसी (ईएमए) की मानव औषधि समिति ने 12-17 वर्ष के बीच के बच्चों में मॉडर्ना टीके के आपातकालीन उपयोग को अधिकृत किया, जिसे स्पाइकवैक्स भी कहा जाता है।
आमतौर पर, बच्चों को फाइजर टीका लगने के बाद वयस्कों के समान हल्के दुष्प्रभाव का अनुभव होता है। इनमें थकान, हल्का बुखार, मांसपेशियों में दर्द और टीके वाली जगह पर दर्द होना शामिल हैं।
मायोकार्डिटिस, या हृदय की सूजन के दुर्लभ मामले, अप्रैल 2021 से सीडीसी को सूचित किए गए हैं। अधिकतर पुष्ट मामले 16 साल या उससे अधिक उम्र के पुरुषों में mRNA कोविड-19 टीके (फाइजर या मॉडर्ना) की दूसरी खुराक के बाद तीन दिनों के भीतर हुए हैं। 12-29 वर्ष की आयु के पुरुषों में यह दर 40.6 मामले प्रति दस लाख दूसरी खुराक थी। उसी आयु वर्ग की महिलाओं में यह प्रति दस लाख दूसरी खुराक पर 4.2 थी।
मायोकार्डिटिस के लक्षणों में सीने में दर्द, दिल की धड़कन और सांस की परेशानी शामिल हैं। ज़्यादातर मामले हल्के थे और जल्दी हल हो गए। इससे कोई मौतें नहीं जुड़ी हैं। जुलाई 2021 तक, टीकाकरण अभ्यासों पर सीडीसी की सलाहकार समिति सलाह देती है कि टीके के लाभ हृदय की समस्याओं के जोखिम से अधिक हैं। ईएमए की सिफारिशें सीडीसी के अनुरूप हैं।
Context and background
मई 2021 में कनाडा 12-15 साल के बच्चों के बीच आपातकालीन उपयोग के लिए फाइजर के टीके को अधिकृत करने वाला पहला देश बन गया। फाइजर के टीके को इस आबादी के लिए यूनाइटेड स्टेट्स फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन, ईएमए, चिली इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ, जापान हेल्थ मिनिस्ट्री और फिलीपींस के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा उस महीने के अंत में हरी झंडी मिली थी। जून 2021 के दौरान, सिंगापुर, चीन, इज़राइल, दुबई और ब्राजील ने 12-15 वर्ष की आयु के बच्चों को फाइजर के टीके देना शुरू किया।
ध्यान देने वाली बात यह है कि यूरोपीय संघ में अनुज्ञा प्रशासन से अलग है। इस आबादी के लिए कोविड-19 टीके को जारी करने का कार्यक्रम यूरोपीय संघ के सदस्य राज्यों के विवेक द्वारा निर्धारित किया जाता है। उदाहरण के लिए, फ्रांस ने 12 साल और उससे अधिक उम्र के बच्चों का टीकाकरण शुरू कर दिया है, लेकिन स्पेन अगस्त के मध्य में टीकाकरण की पेशकश शुरू करने की उम्मीद कर रहा है।
12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए अभी तक कोविड-19 के टीके उपलब्ध नहीं हैं क्योंकि इस आबादी के लिए सुरक्षा परीक्षण चल रहे हैं। शोधकर्ता प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया पैदा करने के लिए ज़रूरी सबसे छोटी खुराक का मूल्यांकन कर रहे हैं। क्योंकि छोटे बच्चे विकास के महत्वपूर्ण चरणों से गुजर रहे होते हैं, वैज्ञानिक उनके विकास पर कोविड-19 ईएमए क्या है टीकों के दीर्घकालिक प्रभावों का मूल्यांकन करने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरत रहे हैं। शोधकर्ताओं का अनुमान है कि 6 महीने व उससे अधिक उम्र के बच्चों के लिए टीके 2021 के अंत या 2022 की शुरुआत में उपलब्ध हो जाएंगे। जिन बच्चों का टीकाकरण नहीं हुआ है या टीका लेने के लिए बहुत छोटे हैं, उनसे शारीरिक दूरी, मास्क पहनना और हाथ धोने जैसे रोकथाम वाले उपायों को जारी रखने का आग्रह किया जाता है।
मई 2021 में कनाडा 12-15 साल के बच्चों के बीच आपातकालीन उपयोग के लिए फाइजर के टीके को अधिकृत करने वाला पहला देश बन गया। फाइजर के टीके को इस आबादी के लिए यूनाइटेड स्टेट्स फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन, ईएमए, चिली इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ, जापान हेल्थ मिनिस्ट्री और फिलीपींस के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा उस महीने के अंत में हरी झंडी मिली थी। जून 2021 के दौरान, सिंगापुर, चीन, इज़राइल, दुबई और ब्राजील ने 12-15 वर्ष की आयु के बच्चों को फाइजर के टीके देना शुरू किया।
ध्यान देने वाली बात यह है कि यूरोपीय संघ में अनुज्ञा प्रशासन से अलग है। इस आबादी के लिए कोविड-19 टीके को जारी करने का कार्यक्रम यूरोपीय संघ के सदस्य राज्यों के विवेक द्वारा निर्धारित किया जाता है। उदाहरण के लिए, फ्रांस ने 12 साल और उससे अधिक उम्र के बच्चों का टीकाकरण शुरू कर दिया है, लेकिन स्पेन अगस्त के मध्य में टीकाकरण की पेशकश शुरू करने की उम्मीद कर रहा है।
12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए अभी तक कोविड-19 के टीके उपलब्ध नहीं हैं क्योंकि इस आबादी के लिए सुरक्षा परीक्षण चल रहे हैं। शोधकर्ता प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया पैदा करने के लिए ज़रूरी सबसे छोटी खुराक का मूल्यांकन कर रहे हैं। क्योंकि छोटे बच्चे विकास के महत्वपूर्ण चरणों से गुजर रहे होते हैं, वैज्ञानिक उनके विकास पर कोविड-19 टीकों के दीर्घकालिक प्रभावों का मूल्यांकन करने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरत रहे हैं। शोधकर्ताओं का अनुमान है कि 6 महीने व उससे अधिक उम्र के बच्चों के लिए टीके 2021 के अंत या 2022 की शुरुआत में उपलब्ध हो जाएंगे। जिन बच्चों का टीकाकरण नहीं हुआ है या टीका लेने के लिए बहुत छोटे हैं, उनसे शारीरिक दूरी, मास्क पहनना और हाथ धोने जैसे रोकथाम वाले उपायों को जारी रखने का आग्रह किया जाता है।
इन 20 स्टॉक्स में आ सकती है गिरावट, कहीं आपने भी तो नहीं लगाया इनमें पैसा?
मोमेंटम इंडिकेटर (MACD) के हिसाब से इन 20 शेयरों में बियरिश क्रॉसओवर बन रहे हैं, जिसके चलते आने वाले दिनों में इन शेयरों में गिरावट आ सकती है.
- Rahul Oberoi
- Updated On - August 19, 2021 / 12:15 PM IST
एक ओर जब बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स BSE सेंसेक्स और NSE निफ्टी ने बुधवार को अपने नए रिकॉर्ड हाई बनाए हैं, उसी समय मोमेंटम इंडिकेटर MACD (मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डाइवर्जेंस) NSE पर 20 स्टॉक्स में बिकवाली के संकेत दे रहा है. ऐसे में अगर इन 20 में से आपके पास भी कोई स्टॉक है तो आपको भी अलर्ट रहने की जरूरत है. अगर इन स्टॉक्स में गिरावट आती है तो निवेशकों को नुकसान हो सकता है.
यहां देखिए कौन से हैं वो स्टॉक्स
मोमेंटम इंडिकेटर के अनुसार वेदांता, इंडसइंड बैंक, रेडिको खेतान (Radico Khaitan Ltd.), सेंचुरी एक्स्ट्रुशन्स(Century Extrusions Ltd), केईआई इंडस्ट्रीज, भाग्यनगर प्रॉपर्टीज, जेएचएस स्वेन्दगार्ड, एचईजी, रोसारी बायोटेक, आरपीजी लाइफ साइंस सिनेलाइन इंडिया, कारबोरंडम, एनडीटीवी, Aphageo (India), सीमेक (Seamec), मनकसिया स्टील्स, कार्बोरंडम यूनिवर्सल, एसएमएस लाइफ साइंस, लक्ष्मी फाइनेंस और खंडवाला सिक्योरिटीज ऐसे स्टॉक्स हैं जिनमें गिरावट के संकेत मिल रहे हैं.
जानिए क्या है MACD इंडिकेटर
यह एक मोमेंटम ऑक्सीलेटर है. जिसे मोमेंटम को समझने के लिए गेराल्ड एपेल द्वारा बनाया गया था. MACD लेगिंग इंडिकेटर के रूप में काम करता है. और इसे दो एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज का उपयोग करके बनाया गया है. MACD लाइन इंडिकेटर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और डिफ़ॉल्ट रूप से यह 12 पीरियड ईएमए और 26 पीरियड ईएमए (एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज) के बीच का अंतर है. सिग्नल लाइन एमएसीडी लाइन का 9 पीरियड ईएमए होता है. जो ‘खरीद’ या ‘बिक्री’ के अवसरों को दर्शाने के लिए ईएमए क्या है MACD के शीर्ष पर प्लॉट किया जाता है.
कैलकुलेशन
MACD लाइन = (12 Days EMA – 26 Days EMA)
सिग्नल लाइन = (एमएसीडी लाइन का 9 Days EMA)
सिग्नल लाइन क्रॉसओवर ‘खरीद’ या ‘बिक्री’ के अवसरों को दर्शाता है.
जानिए कब खरीदें स्टॉक्स
जब MACD सिग्नल लाइन को पार करता है. तो यह चार्ट पर एक तेजी का संकेत देता है. यह दर्शाता है कि स्टॉक की कीमत ऊपर की ओर बढ़ सकती है. दूसरी ओर, एक मंदी का क्रॉसओवर तब होता है. जब MACD सिग्नल लाइन के नीचे से गुजरता है. वर्तमान में, स्पाइसजेट, जुबिलेंट फूडवर्क्स, डाबर इंडिया, कंटेनर कॉर्पोरेशन, ग्रेविटा इंडिया, आरती इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स, एम्फैसिस, एस्ट्रोन पेपर और सुवेन लाइफ साइंसेज ऐसे स्टॉक्स हैं. जो सिग्नल लाइन से ऊपर कारोबार कर रहे हैं.
टेक्निकल अनलिस्ट्स के मुताबिक MACD एक अनबॉण्डेड इंडिकेटर है यह ओवर बॉट और ओवरसोल्ड जोन का पता लगाने में इतना कारगर नहीं है. लेगिंग इंडिकेटर होने के कारण ये प्राइस मूवमेंट को फॉलो करता है.
इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि शेयर बाजार में काम करने वाले लोगों को इसके साथ कुछ और इंडिकेटर जैसे रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI), बोलिंगर बैंड, फिबोनाची सीरीज, कैंडलस्टिक पैटर्न और स्टोकेस्टिक का कॉम्बिनेशन उपयोग करना चाहिए. ऐसे तकनीकी संकेतकों के आधार पर स्टॉक खरीदने या बेचने से पहले अपने फाइनेंसियल एडवाइजर से भी सलाह लेनी चाहिए.
30 शेयरों वाला BSE सेंसेक्स 18 अगस्त को पहली बार 56,000 अंक को पार कर गया, जबकि NSE निफ्टी 50 इंडेक्स लगभग 10.35 बजे (IST) 16,700 अंक के आसपास कारोबार कर रहा था.
यूरोपीय संघ ने एस्ट्राजेनेका टीके के नए दुष्प्रभावों को सूची में शामिल करने की सलाह दी
यूरोपीय संघ ने एस्ट्राजेनेका टीके के नए दुष्प्रभावों को सूची में शामिल करने की सलाह दी
लंदन, 11 जून (एपी) यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी (ईएमए) ने कहा है कि उसने सिफारिश की है कि जो लोग दुर्लभ किस्म के रक्त वाहिका सिंड्रोम से ग्रस्त हैं उन्हें एस्ट्राजेनेका के कोविड-19 रोधी टीके नहीं दिए जाने चाहिए।
यूरोपीय संघ (ईयू) के औषधि नियामक ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि उसने एस्ट्राजेनेका टीके की एक खुराक लेने वाले छह लोगों में ‘कैपिलरी लीक सिंड्रोम’ के मामलों की समीक्षा की। पूर्व में इस टीके से खून के थक्के बनने के कुछ मामले आए थे लेकिन स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा था कि छोटे जोखिम की तुलना में इसके फायदे ज्यादा हैं।
ईएमए के विशेषज्ञों का कहा है कि टीके से नए दुष्प्रभाव के तौर पर ‘कैपिलरी लीक’ के मामले को शामिल करना चाहिए। एजेंसी ने कहा है कि वह फाइजर-बायोएनटेक और मॉडर्ना के टीके लेने वाले कुछ लोगों के हृदय में सूजन के मामलों की समीक्षा कर रही है। ईएमए ने कहा कि वह मायोकार्डिटिस, हृदय में सूजन और पेरीकार्डिटिस के मामलों पर अध्ययन कर रही है। इन मामलों में सांस लेने में दिक्कत, सीने में दर्द की समस्या होती है लेकिन ये अस्थायी ही होती है। ईएमए ने कहा, ‘‘इस संबंध में आगे विश्लेषण की जरूरत है कि क्या टीके से इसका कोई संबंध है।’’ ईएमए ने कहा कि अगले महीने तक ऐसे मामलों की समीक्षा पूरी होने की संभावना है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर ईएमए क्या है पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
Gold-Silver Price: सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट, जानिए क्या है 10 ग्राम सोने का भाव
Gold-Silver Price: मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर आज (शुक्रवार) को सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिली। धातुओं की कीमतों पर डॉलर में मजबूती और रूस-यूक्रेन युद्ध का असर दिखाई दिया। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ईएमए क्या है ने कांट्रैक्ट्स रोककर यूरोप को धमकी दी है।
एमएसीएक्स पर गोल्ड की चमक फीकी
एमएसीएक्स पर फिलहाल 3 जून को मैच्योहर होने वाला सोना फ्यूचर्स 0.41 फीसद की कमजोरी के साथ 5,953 रुपए प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है। वहीं 5 मई को मैच्योर होने वाली चांदी फ्यूचर्स 0.40 फीसद की गिरावट के साथ 67,217 रुपए प्रति किलो चल रहा है।
10 ग्राम सोने का भाव इतना
हालांकि देश में ज्वैलर्स की दुकानों पर सोने और चांदी की कीमतों में मजबूती देखने को मिली। गुरुवार को 24 कैरेट वाले गोल्ड की कीमत 52,470 रुपए प्रति 10 ग्राम रही। सिल्वर की कीमतें 800 रुपए की मजबूती के साथ 67,600 रुपए प्रति किलोग्राम रहीं।
गोल्ड पर कितना है सपोर्ट
आईआईएफएल सिक्योरिटीज ने अपनी कमोडिटी मंत्रा रिपोर्ट में बताया कि रूस-यूक्रेन युद्ध और महंगाई बढ़ने से गुरुवार को गोल्ड के लिए सेफ हैवन आकर्षण में बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट के अनुसार आवरली चार्ट पर सोने के 55 पीरियड ईएमए तक नीचे गिरने से खरीदारी के मौके मिल सकते हैं। इंट्राडे में सोने को 51800-51500 पर सपोर्ट है। वहीं इंट्राडे में चांदी 67000-66500 पर सपोर्ट है।
कैसे चेक करें सोने की शुद्धता
सोने की शुद्धता चेक करने के लिए सरकार ने BIS Care एप बनाया है। जिसमें लोग गोल्ड की शुद्धता की जांच कर सकते हैं। इस एप के जरिए लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन और गलत हॉलमार्क की शिकायत भी कर सकते हैं।
यूरोपीय संघ ने कहा- एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स को लिस्ट में शामिल करे कंपनी
Corona vaccine: यूरोपीय संघ (ईयू) के औषधि नियामक ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि उसने एस्ट्राजेनेका टीके की एक खुराक लेने वाले छह लोगों में ‘कैपिलरी लीक सिंड्रोम’ के मामलों की समीक्षा की.
- भाषा
- Last Updated : June 12, 2021, 00:18 IST
लंदन. यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी (ईएमए) ने कहा है कि उसने सिफारिश की है कि जो लोग दुर्लभ किस्म के रक्त वाहिका सिंड्रोम से ग्रस्त हैं उन्हें एस्ट्राजेनेका के कोविड-19 रोधी टीके नहीं दिए जाने चाहिए.
यूरोपीय संघ (ईयू) के औषधि नियामक ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि उसने एस्ट्राजेनेका टीके की एक खुराक लेने वाले ईएमए क्या है छह लोगों में ‘कैपिलरी लीक सिंड्रोम’ के मामलों की समीक्षा की. पूर्व में इस टीके से खून के थक्के बनने के कुछ मामले आए थे लेकिन स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा था कि छोटे जोखिम की तुलना में इसके फायदे ज्यादा हैं.
फाइजर-बायोएनटेक और मॉडर्ना के टीको की भी समीक्षा
ईएमए के विशेषज्ञों का कहा है कि टीके से नए दुष्प्रभाव के तौर पर ‘कैपिलरी लीक’ के मामले को शामिल करना चाहिए. एजेंसी ने कहा है कि वह फाइजर-बायोएनटेक और मॉडर्ना के टीके लेने वाले कुछ लोगों के हृदय में सूजन के मामलों की समीक्षा कर रही है. ईएमए ने कहा कि वह मायोकार्डिटिस, हृदय में सूजन और पेरीकार्डिटिस के मामलों पर अध्ययन कर रही है.
अब तक सामने आई क्या परेशानियां
इन मामलों में सांस लेने में दिक्कत, सीने में दर्द की समस्या होती है लेकिन ये अस्थायी ही होती है. ईएमए ने कहा, ‘‘इस संबंध में आगे विश्लेषण की जरूरत है कि क्या टीके से इसका कोई संबंध है.’’ ईएमए ने कहा कि अगले महीने तक ऐसे मामलों की समीक्षा पूरी होने की संभावना है.
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