क्रिप्टो लेंडिंग के नुकसान

हर टेन्योर पर एमसीएलआर बढ़ा
बैंक ऑफ बड़ौदा ने एक साल के टेन्योर पर MCLR 7.95 फीसदी कर दिया है. जबकि, तीन महीने और 6 महीने के टेन्योर पर मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट (MCLR) को बढ़ाकर क्रमशा 7.65 फीसदी और 7.80 फीसदी कर दिया गया है. वहीं, बैंक ने ओवरनाइट MCLR को 7.10 फीसदी कर दिया है. बैंक ने बेस रेट 8.60 फीसदी 12 अक्टूबर से लागू कर दिया है.
टॉप क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में भारी गिरावट, जानें क्रिप्टोकरेंसी में टूट के कारण क्या हैं? | Watch Video
क्रिप्टो लेंडिंग प्लेटफॉर्म सेल्सियस ने बिटकॉइन की दुनिया में मची उथल-पुथल के कारण सभी आउटफ्लो को रोक दिया है. इसके बाद भी स्थितयों में कोई बड़ा अंतर नहीं आने वाला है. लेकिन बिटकॉइन में गिरावट के कारणों को अगर आप जानना चाहते हैं तो देखें यह वीडियो.
Published: June 14, 2022 6:33 क्रिप्टो लेंडिंग के नुकसान PM IST
Fall in Bitcoin Prices: टॉप क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (बीटीसी) में आज भारी गिरावट हुई है. पांच साल पहले की तुलना में बिटकॉइन लगभग 21,000 डॉलर प्रति बिटकॉइन तक गिर गई है. ग्लोबल लेवल पर क्रिप्टो में इस गिरावट से इसके निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ है. बिटकॉइन में लगभग 12 हफ्ते से लगातार गिरावट हो रही है. मार्च में जहाँ क्रिप्टो की कीमत लगभग 49,000 डॉलर थी वहीँ यह अब गिरकर 21,000 डॉलर पर पहुंच गया है | Watch Video
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क्रिप्टो लेंडिंग के नुकसान
Vaishali Basu Sharma
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केंद्र सरकार द्वारा वर्चुअल डिजिटल एसेट्स से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत कर को हितधारकों ने निवेशकों को हतोत्साहित करने वाला बताया है . इनका मानना है कि आने वाला दौर डिजिटलीकरण और टेक्नोलॉजी का है , ऐसे में अगर भारत ने इसके लिए अनुकूल माहौल तैयार नहीं किया तो यह कुछ प्रमुख व्यवसायों और निवेशकों को खो देगा .
भारत में क्रिप्टोकरेंसी में लेनदेन के कर निहितार्थ के बारे में काफी अनिश्चितता के बाद केंद्र सरकार ने अंततः 2022-23 के केंद्रीय बजट में वर्चुअल डिजिटल एसेट्स ( वीडीए ) से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत के समग्र कर की घोषणा की .
क्रिप्टो रिसर्च एजेंसी क्रिप्टो लेंडिंग के नुकसान क्रेबैको (CREBACO) ने बताया है कि 30% टैक्स लागू होने के बाद पहले दो दिनों में भारतीय एक्सचेंज में इसके वॉल्यूम में लगभग 55% की और डोमेन ट्रैफिक क्रिप्टो लेंडिंग के नुकसान में 40% से अधिक की गिरावट देखी है . यह कई मायनों में इस बात का संकेत है कि भारतीय क्रिप्टो स्पेस नए कर दिशानिर्देशों पर कैसे प्रतिक्रिया दे रहा है .
दूसरी ओर , भारत सरकार ने ग्यारह क्रिप्टो एक्सचेंज से चुकाई नहीं गई जीएसटी के 95.86 करोड़ रुपये (958 मिलियन डॉलर ) की वसूली की है . केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड ( सीबीआईसी ) ने कई क्रिप्टो एक्सचेंज जैसे कॉइन डीसीएक्सम बाई यूकॉइन , कॉइन स्विच कुबेर , अनकॉइन और फ्लिटपे (Coin DCX, Buy Ucoin, Coin Switch Kuber, Unocoin , Flitpay) द्वारा बड़े पैमाने पर जीएसटी चोरी का पता लगाया था . हालांकि , ज़ानमाई लैब्स बड़ी चोरी का पता लगा था , जहां वज़ीरएक्स नाम का एक क्रिप्टो एक्सचेंज संचालित होता था .
जीएसटी की वसूली और क्रिप्टो लेनदेन से होने वाली आय पर 30% कर ने भारत में क्रिप्टो टैक्स पर चल रही बहस क्रिप्टो लेंडिंग के नुकसान को बढ़ाया ही है .
30 प्रतिशत कर का नियम 1 अप्रैल , 2022 से प्रभावी हुआ है , लेकिन पिछले वित्तीय वर्ष (2021-22 की अवधि ) के लिए क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन पर भी कर लगाया जाएगा . इसके लिए आयकर अधिनियम , 1961 में एक नई धारा 115 BBH जोड़ी गई है .
वीडीए पर लगे अन्य करों में ट्रांसफर पर एक प्रतिशत टीडीएस , कोई बुनियादी छूट नहीं , किसी नुकसान पर कोई सेट - ऑफ नहीं , होल्डिंग अवधि के बावजूद कोई इंडेक्सेशन लाभ नहीं है और उपहार का लगने वाला टैक्स भी शामिल हैं .
भारत में स्टॉक और इक्विटी फंड से होने वाले लाभ पर 10-15 प्रतिशत और गैर - इक्विटी विकल्प , संपत्ति और सोने पर 20 प्रतिशत या मामूली दर से कर लगाया जाता है . वर्चुअल संपत्तियों पर इतनी ऊंची दर पर टैक्स लगाने को उद्योग के हितधारकों ने आक्रामक कदम माना है .
वीडीए पर लगे नए कर में क्रिप्टो संपत्तियां जैसे बिटकॉइन , डॉगकोइन आदि , नॉन - फंजीबाल टोकन ( एनएफटी ) और ऐसी कोई भी संपत्ति जो भविष्य में विकसित हो सकती है , शामिल हैं . गौर करने वाली बात यह है कि महज क्रिप्टोकरेंसी परिसंपत्तियों पर टैक्स लगाने से वे भारत में वैध नहीं हो जाते हैं . यहां परिभाषा , कराधान और गणना (computation) जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर स्पष्टता का व्यापक अभाव है .
यहां तक कि कुछ समय पहले भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने भी केंद्र से यह स्पष्ट करने के लिए कहा था कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी व्यापार या वर्चुअल डिजिटल मुद्रा वैध है या नहीं .
सरकार ने स्पष्ट किया है कि भारत में वीडीए को विनियमित करने वाला एक कानून पेश किया जाएगा – लेकिन तब जब उनके विनियमन पर वैश्विक सहमति बन जाएगी . सरकार क्रिप्टोकरेंसी के संबंध में कानून पर काम कर रही है , लेकिन इसे तैयार होने में समय लग सकता है .
क्रेबैको के अनुसार , 105 मिलियन से अधिक लोग , जो भारत की कुल आबादी का 7.90 प्रतिशत है , वर्तमान में क्रिप्टोकरेंसी के मालिक हैं , जिनकी कुल संपत्ति 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक है . उच्च कर दर बड़े निवेशकों को प्रभावित नहीं करेगी , जो थे पहले से ही 30 प्रतिशत टैक्स ब्रैकेट में थे लेकिन छोटे निवेशक और छात्र , जो अब तक क्रिप्टो निवेश पर टैक्स फ्री रिटर्न का लाभ ले रहे थे , अब प्रभावित होंगे .
देश के प्रमुख डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर ज़ेरोधा के संस्थापक और सीईओ नितिन कामथ का मानना है कि ‘ अन्य टोकन या कटौती के खिलाफ नुकसान को सेट - ऑफ करने के विकल्प के बिना 30% टैक्स टर्नओवर में गिरावट का कारण बन सकता है .’
1 जुलाई 2022 से नफे या नुकसान की स्थिति में किसी रेजिडेंट सेलर द्वारा वीडीए के ट्रांसफर पर एक प्रतिशत कर कटौती ( टीडीएस ) लागू होगा . हालांकि यह कटौती कुल देयता (liability) के साथ एडजस्ट हो जाती है और टैक्स रिटर्न दाखिल करते समय बाद में रिफंड का दावा किया जा सकता है . लेकिन हितधारकों की शिकायत है कि प्रावधान लिक्विडिटी को प्रभावित कर रहा है और ऐसे व्यापारी , जो ऐसी संपत्ति की लगातार खरीद - बिक्री में शामिल होते हैं , बड़े पैमाने पर प्रभावित होंगे . उदाहरण के लिए , यदि क्रिप्टो लेंडिंग के नुकसान कोई व्यापारी एक वर्ष में 300 बार ट्रेड कर रहा है , तो उसकी पूरी पूंजी टीडीएस में लॉक हो सकती है .
इस प्रावधान को विभिन्न कारणों से सबसे अधिक समस्याग्रस्त माना जा रहा है . पूंजी का ऐसे लॉक हो जाना और अनावश्यक अनुपालन आवश्यकताओं को बढ़ाने के अलावा यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि ‘ ट्रांसफर ’ के दायरे में क्या - क्या आता है .
उल्लेखनीय है कि क्रिप्टो को न केवल खरीदा और बेचा जाता है , बल्कि एयरड्रॉप , फोर्किंग , स्टेकिंग , पी 2 पी लेंडिंग और वॉलेट ट्रांसफर के माध्यम से भी लेन - देन होता है . इसे वस्तुओं और सेवाओं के बदले भुगतान के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है . ऐसे में सरकार को यह स्पष्ट करने की आवश्यकता है कि क्या ट्रांसफर के ये सभी तरीके उन ट्रांसफर जिन पर टीडीएस कटौती लागू होगी , के दायरे में आएंगे .
2022-23 के केंद्रीय बजट में कहा गया है कि टीडीएस काटने और जमा करने की जिम्मेदारी खरीदार पर होगी . हालांकि , खरीदार के पास विक्रेता डेटा जैसे पैन आदि की अनुपलब्धता सरीखी लॉजिस्टिक कठिनाइयों के कारण यह जिम्मेदारी एक्सचेंज पर आ सकती है .
भारत में वीडीए पर टैक्स देते समय अधिग्रहण की लागत को छोड़कर किसी भी व्यय के लिए कोई कटौती की अनुमति नहीं होगी . इसी तरह , ऐसी संपत्ति के ट्रांसफर से लाभ कमाने वाले व्यक्ति
Cryptocurrency Price Today: की गिरावट के बाद Bitcoin-Ethereum में लौटी तेजी, लेकिन इस क्रिप्टो ने मचाया धमाल, 24 घंटे में आई 1000% की तेजी
Cryptocurrency Price Today: मई महीने के अंतिम दिन अधिकतर क्रिप्टोकरेंसी में रिकवरी देखने को मिली है. सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी में शामिल बिटकॉइन और ईथेरियम में तेजी देखने को मिली है.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: अंकित त्यागी
Updated on: May 31, 2021 | 2:06 PM
दुनियाभर की टॉप क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में बीते 24 घंटे के दौरान मिलाजुला कारोबार नज़र आया है. अधिकतर क्रिप्टोकरेंसी में तेजी रही है तो वहीं कुछ में गिरावट भी देखने को मिली है. हालांकि, मई महीने के दूसरे पखवाड़े में क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट का दौर ही देखने को मिला. आज (सोमवार, 31 मई 2021) सुबह 07:30 बजे तक टॉप 10 में से केवल 3 क्रिप्टोकरेंसी में ही गिरावट देखने को मिली है. दुनिया की सबसे पॉपुलर और बड़ी क्रिप्टोकरेंसी यानी बिटकॉइन (Bitcoin Price) में भी अब तेजी देखने को मिल रही है. बीते 24 घंटे के दौरान इसमें तेजी आई है. ईथेरियम (Ethereum Price) में भी बढ़त देखने को मिल रही है.
बिटकॉइन आज 35 हजार डॉलर ऊपर कारोबार कर रहे है. इसके पहले 19 मई को यह 30,681 डॉलर के निचले स्तर पर रहा था. क्रिप्टोकरेंसी बाजार (Cryptocurrency Market) के बारे में जानकारी रखने वालों का कहना है कि अब इसमें तेजी की उम्मीद है. इसके पहले करीब एक महीने ऑल-टाइम हाई की तुलना में यह करीब 50 फीसदी के स्तर पर आ गया था. बिटकॉइन अभी भी दुनिया की सबसे पॉपुलर और बड़े मार्केट कैप वाली क्रिप्टोकरेंसी बनी हुई है.
बिटकाॅइन में तेजी का अनुमान
निकट भविष्य में देखें तो इसमें तेजी का अनुमान है. जानकारों से लेकर वित्तीय संस्थान और कई प्रमुख बैंकों का कहना है कि आने वाले समय में बिटकॉइन में उछाल देखने को मिलेगा. यही कारण है कि अब कुछ सरकारें भी क्रिप्टोकरेंसी की क्रिप्टो लेंडिंग के नुकसान संभावनाओं पर विचार करने लगी हैं. कुछ कंपनियों ने पहले ही बिटकॉइन को अपने बैलेंस शीट में शामिल करना शुरू कर दिया है. हालांकि, बिटकॉइन माइनिंग की वजह से पर्यावरण को होने वाले नुकसान अभी भी चिंता विषय बना हुआ है.
31 मई सुबह 07:35 बजे तक दुनिया की सबसे बड़ी 9 क्रिप्टोकरेंसी के रेट्स (ये आंकड़े coinmarketcap.com से लिए गए है)
Bitcoin: 3.12 फीसदी बढ़कर $34,887.27
Ethereum: 4.37 फीसदी बढ़कर $2,310
Tether: 0.04 फीसदी गिरकर $1.00
Carrdano: 12.16 फीसदी बढ़कर $1.54
Binance Coin: 6.41 फीसदी बढ़कर $315.57
XRP: 10.30 फीसदी बढ़कर $0.8908
Dogecoin: 2.98 फीसदी बढ़कर $0.2978
USD Coin: 0.02 फीसदी गिरकर $0.9995
Polkadot: 7.06 फीसदी बढ़कर $20.19
Uniswap: 12.92 फीसदी बढ़कर $24.84
किन क्रिप्टोकरेंसी में आई सबसे ज्यादा तेजी
Vanity: बीते 24 घंटे में 1,019.71 फीसदी चढ़कर $0.001405
E-coin Finance: बीते 24 घंटे में 588.81 फीसदी चढ़कर $0.0000000206
YAS: बीते 24 घंटे में 226.69 फीसदी चढ़कर $0.0676
Fire Token: बीते 24 घंटे में 206.96 फीसदी चढ़कर $0.01573
Keisuke Inu: बीते 24 घंटे में 158.97 फीसदी चढ़कर
एफडी की तरह रख सकेंगे क्रिप्टोकरेंसी
क्रिप्टो एसेट एक्सचेंज ने ZebPay ने ज़ेबपे लेंडिंग प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है. यह पहला क्रिप्टो लेंडिंग मॉडल (crypto lending model in India) है.
एक्सचेंज ने अपने बयान में कहा है कि कंपनी की इस नई योजना के जरिए यूजर्स अपने सिक्कों को ज़ेबपे के पास उधार रख सकेंगे, बदले में उन्हें शानदार रिटर्न दिया जाएगा.
अब कोई भी इनवेस्टर बिटक्वाइन (Bitcoin)समेत अन्य क्रिप्टोकरेंसी में एफडी की तरह निवेश कर उस पर मुनाफा कमा सकता है.
कंपनी की तरफ से कहा गया है कि बिटक्वाइन(BTC), इथेरियम (ETH), तेथर (USDT), डाई (DAI), जैसी क्रिप्टोकरेंसी को इनवेस्ट किया जा सकेगा.
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हर टेन्योर पर एमसीएलआर बढ़ा
बैंक ऑफ बड़ौदा ने एक साल के टेन्योर पर MCLR 7.95 फीसदी कर दिया है. जबकि, तीन महीने और 6 महीने के टेन्योर पर मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट (MCLR) को बढ़ाकर क्रमशा 7.65 फीसदी और 7.80 फीसदी कर दिया गया है. वहीं, बैंक ने ओवरनाइट MCLR को 7.10 फीसदी कर दिया है. बैंक ने बेस रेट 8.60 फीसदी 12 अक्टूबर से लागू कर दिया है.
आखिर क्यों नहीं थम रही दुनिया की सबसे महंगी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में गिरावट, लेकिन इन 5 क्रिप्टो ने तोड़े तेजी के रिकॉर्ड
Cryptocurrency Price in India: मई महीने के दूसरे पखवाड़े के दौरान क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट का दौर लगातार जारी है. बीते 24 घंटे में दुनियाभर की टॉप क्रिप्टोरकरेंसी में गिरावट आई है. मार्केट कैप के लिहाज से टॉप दो क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन और ईथर करीब 12 फीसदी तक लुढ़का है.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: आशुतोष वर्मा
Updated on: May 30, 2021 | 8:19 AM
अनिश्चितताओं की कई खबरों के बीच क्रिप्टोकरेंसी मार्केट (Cryptocurrency market) में अब भी गिरावट देखने को मिल रही है. क्रिप्टो मार्केट में गिरावट की क्रिप्टो लेंडिंग के नुकसान वजह से अब उन लोगों को धक्का लगा है जो निकट भविष्य में इसमें तेजी की उम्मीद कर रहे थे. बीते 24 घंटे में दुनियाभर की टॉप क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट ही देखने को मिली है. लोकप्रियता और मार्केट कैप के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ही बीते 24 घंटे में 7.04 फीसदी से ज्यादा लुढ़ककर 34,000 डॉलर के नीचे आज चुकी है. बीते 23 मई को ही बिटकॉइन (Bitcoin) का भाव 33,140 डॉलर प्रति डॉलर के स्तर पर आकर बीते एक महीने के न्यूनतम स्तर पर पहुंचा था.
प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं. महंगाई से निपटने के लिए क्रिप्टोकरेंसी को क्रिप्टो लेंडिंग के नुकसान लेकर अनिश्चितता है. जबकि, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने 5 ट्रिलियन डॉलर का बजट प्लान जारी कर दिया है. साथ ही बिटकॉइन माइनिंग (Bitcoin Mining) से पर्यावरण को रहे नुकसान की भी चिंता बढ़ गई है. ऐसे में इन अनिश्चितताओं की वजह से क्रिप्टो मार्केट में गिरावट का दौर देखने को मिल रहा है.
ईथर में भी गिरावट
यही कारण है मई महीने के दूसरे पखवाड़े से शुरू हुए इस गिरावट के दौर से फिलहाल राहत की उम्मीद नहीं है. मार्केट कैप क्रिप्टो लेंडिंग के नुकसान के लिहाज से दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी ईथर में भी गिरावट देखने को मिली है. बीते 24 घंटे में यह 11.64 फीसदी की गिरावट के साथ 2,234 डॉलर के आसपास है.
बाजार में दुबई कॉइन नाम से नई क्रिप्टोकरेंसी
इस बीत मार्केट में एक नई क्रिप्टोकरेंसी आई है, जिसका नाम दुबई कॉइन (Dubai Coin) है. इस कारोबार क्रिप्टो डॉट कॉप पर शुरू भी हो गया है. फिलहाल एक्सचेंज पर दुबई कॉइन का रेट 1.13 डॉलर के आसपा स है. वॉल्युम के लिहाज से देखें तो अभी तक यह तकरीबन 48.4 लाख है. यूएई की एक टेक कम्पनी अरेबियनचैन टेक्नोलॉजी ने इस बिटकॉइन को लॉन्च किया है.
हालांकि, क्रिप्टो लेंडिंग के नुकसान हाल ही में लॉन्च हुई इस क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दुबई सरकार का कहना है कि ‘दुबई कॉइन’ को किसी भी अथॉरिटी ने मंजूर नहीं किया है. इसके जरिए लोगों के साथ धोखाधड़ी हो सकती है. संभावना है कि लोगों की निजी जानकारियां चुराई जा सकती हैं.
30 मई सुबह 07:35 बजे तक दुनिया की सबसे बड़ी 9 क्रिप्टोकरेंसी के रेट्स (ये आंकड़े coinmarketcap.com से लिए गए है)
Bitcoin: .7.04 फीसदी गिरकर $33.879
Ethereum: 11.64 फीसदी गिरकर $2,234
Tether: 0.01 फीसदी चढ़कर $1
Binance Coin: 12.80 फीसदी गिरकर $298.72
Cardano: 9.94 फीसदी $1.40
Dogecoin: 7.53 फीसदी गिरकर $0.2913
XRP:क्रिप्टो लेंडिंग के नुकसान 12.19 फीसदी गिरकर $0.9122
Polkadot: 12.74 फीसदी गिरकर $19.15
इन क्रिप्टोकरेंसी में आई सबसे ज्यादा तेजी
1. SafeZone: बीते 24 घंटे में 488.10 फीसदी चढ़कर $0.001497
2. SingularityNET: बीते 24 घंटे में 483.80 फीसदी चढ़कर $0.2301
3. YFFII Finance: बीते 24 घंटे में 279.24 फीसदी चढ़कर $2.05
4. American Shiba: बीते 24 घंटे में 169.52 फीसदी चढ़कर $0.00000001
5. STABLE ASSET: बीते 24 घंटे में 152.80 फीसदी चढ़कर $1.72
Internet Computer: 9.65 फीसदी गिरकर $106.87
एफडी की तरह रख सकेंगे क्रिप्टोकरेंसी
क्रिप्टो एसेट एक्सचेंज ने ZebPay ने ज़ेबपे लेंडिंग प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है. यह पहला क्रिप्टो लेंडिंग मॉडल (crypto lending model in India) है.
एक्सचेंज ने अपने बयान में कहा है कि कंपनी की इस नई योजना के जरिए यूजर्स अपने सिक्कों को ज़ेबपे के पास उधार रख सकेंगे, बदले में उन्हें शानदार रिटर्न दिया जाएगा.
अब कोई भी इनवेस्टर बिटक्वाइन (Bitcoin)समेत अन्य क्रिप्टोकरेंसी में एफडी की तरह निवेश कर उस पर मुनाफा कमा सकता है.
कंपनी की तरफ से कहा गया है कि बिटक्वाइन(BTC), इथेरियम (ETH), तेथर (USDT), डाई (DAI), जैसी क्रिप्टोकरेंसी को इनवेस्ट किया जा सकेगा.