क्रिप्टो करेंसी का जुनून

ट्विटर ने कहा कि यह उन लोगों द्वारा समन्वित सामाजिक इंजीनियरिंग हमले के रूप में प्रकट हुआ, जिन्होंने आंतरिक प्रणालियों और उपकरणों तक पहुंचने के लिए हमारे कुछ कर्मचारियों को सफलतापूर्वक टार्गेट किया। ट्वीट में लिखे गए ई-मेल पतों पर एक लाख डॉलर से अधिक मूल्य के बिटकॉइन भेजे गए। यह जानकारी ब्लॉकचैन डॉट कॉम ने दी, जो क्रिप्टो करेंसी के लेन-देन की निगरानी करता है।
Azra News

नयी दिल्ली | वित्त सचिव टी वी सोमनाथन ने क्रिप्टो करेंसी का जुनून बृहस्पतिवार को क्रिप्टोकरेंसी की वैधता को लेकर चीजें साफ करते हुए कहा कि निजी डिजिटल मुद्रा कभी भी कानूनी मुद्रा नहीं बनेगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस सप्ताह संसद में पेश 2022-23 के बजट मेंक्रिप्टोकरेंसी और अन्य डिजिटल संपत्तियों में लेन-देन पर होने वाले लाभ को लेकर 30 प्रतिशत कर लगाने का प्रस्ताव किया।
साथ ही एक सीमा से अधिक के लेन-देन पर एक प्रतिशत टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) लगाने की भी घोषणा की। सोमनाथन ने पीटीआई-से बातचीत में कहा कि जिस प्रकार सोना और हीरा मूल्यवान होने के बावजूद वैध मुद्रा नहीं है, निजी क्रिप्टोकरेंसी भी कभी वैध मुद्रा नहीं होंगी।
स्टार्टअप इंडिया
स्टार्टअप इंडिया भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य देश में स्टार्टअप्स और नये विचारों के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है । जिससे देश का आर्थिक विकास हो एवं बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उत्पन्न हों। स्टार्टअप एक इकाई है जो प्रौद्योगिकी या बौद्धिक सम्पदा से प्रेरित नये उत्पादों या सेवाओं के नवाचार, विकास, विस्तारण या व्यवसायीकरण की दिशा में काम करती है।
- स्टार्टअप – स्टार्टअप का शाब्दिक क्रिप्टो करेंसी का जुनून अर्थ है किसी व्यवसाय व शुरुआती चरण। भारत में कंपनी अधिनियम 2013 के तहत पंजीकृत कंपनियां जो 10 साल से भी कम समय से अस्तित्व में है और जिनका वार्षिक टर्नओवर 10 करोड़ से भी कम है, उन्हें स्टार्टअप की श्रेणी में रखा जाता है । फिलहाल दुनिया भर में 150 मिलियन स्टार्टअप मौजूद है और इतनी ही संख्या में हर वर्ष नए स्टार्टअप उभर कर सामने आ रहे हैं ।
- साल 2021-22 में तकरीबन 14000 से अधिक स्टार्टर रजिस्टर्ड किए गए हैं । जबकि यूनिकार्न्स की संख्या 83 हैं। यूनिकार्न्स से तात्पर्य उन स्टार्टअप से है जिनका वार्षिक टर्नओवर 140 करोड़ के आसपास होता है। इन यूनिकार्न्स के आधार पर भारत यूनिकॉर्न हब में पूरी दुनिया में, अमेरिका और चीन के बाद तीसरे स्थान पर आता है। भारत का बेंगलुरु, पूरी दुनिया में स्टार्टअप के नए आयाम स्थापित कर रहा है। भारत में अधिकांश यूनिकॉर्न सेवा क्षेत्र में कार्यरत है । दिल्ली-एनसीआर और मुंबई ऐसे क्षेत्र हैं जहां बड़ी संख्या में स्टार्टअप संचालित क्रिप्टो करेंसी का जुनून है।
- स्टार्टअप इंडिया योजना के तहत रजिस्टर्ड कंपनियों को शुरुआती 3 साल तक उनके मुनाफे पर इनकम टैक्स से छूट दी जाएगी।
- पेटेंट पंजीकरण में इन उद्यमों को पंजीकरण शुल्क में 80% छूट दी जाएगी।
- शुरू के 3 साल का स्टार्टअप में लेबर, पर्यावरण नियमों के पालन आदि की जांच नहीं होगी।
भारत की अर्थव्यवस्था में स्टार्टअप की भूमिका
- नई नौकरियों का सृजन – नए स्टार्टअप्स के आने से कई उद्योग स्थापित होंगे जिनसे हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा और देश में बेरोजगारी की समस्या में कमी आएगी।
- ग्रामीण क्षेत्र में लघु उद्योगों को बढ़ावा – सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना से ग्रामीण क्षेत्र के उन युवाओं को लाभ मिलेगा, जो घरों से ही लघु कुटीर उद्योग संचालित करना चाहते हैं। उन्हें अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए बिना गारंटी के लोन मिल पाएगा और अपने उत्पादों को उचित मूल्य पर बाजार में बेच पाएंगे।
- बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पादों का उत्पादन – जब बाजार में कई सारी कंपनियां अनेक उत्पाद लेकर आएंगे तो इससे प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी । जिससे उपभोक्ताओं को उत्तम गुणवत्ता के उत्पाद कम मूल्य पर उपलब्ध हो पाएंगे। फलस्वरुप लोगों का जीवन स्तर बढ़ेगा, बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पादों के सेवन से उनके स्वास्थ्य में सुधार होगा ।
- विदेशी आय की प्राप्ति – जब भारत में उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा और हस्त निर्मित वस्तुओं को ऑनलाइन बाजार में भेजा जाएगा तो इससे भारत को विदेशी मुद्रा की प्राप्ति होगी और सरकार की आय बढ़ेगी । इससे ना केवल आर्थिक पक्ष मजबूत होगा, अपितु अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की स्टार्टअप की दुनिया में एक अलग पहचान बनेगी, जो हमारी अर्थव्यवस्था को सुधारने में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
- रचनात्मकता का विकास – स्टार्टअप इंडिया के तहत आने वाली कई कंपनियां तकनीक के सहारे नए-नए आविष्कार कर रही है, जिससे रचनात्मकता का विकास होगा। कम कीमत पर अच्छे उत्पाद बनाने और उन्हें बेचने में यह योजना लाभकारी साबित होगी।
उपसंहार –
स्टार्टअप इंडिया सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं में से एक है जिसने स्वर्णिम भारत के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस योजना के माध्यम से सरकार की यह कोशिश है कि कोविड-19 के दौरान अर्थव्यवस्था को जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई की जा सके। किसी योजना के माध्यम से सरकार का लक्ष्य है युवाओं को इतना कुशल बनाना कि वह नौकरी पाने वाले नहीं देने वाले बने। जिससे देश में बेरोजगारों की संख्या में कमी हो। साथ ही साथ नए स्टार्टअप्स में क्रिप्टो करेंसी का जुनून निवेश करने विदेशी कंपनियां भी आगे आए। सरकार की यह योजना बहुमुखी है। क्रिप्टो करेंसी का जुनून स्टार्टअप इंडिया हर क्षेत्र में सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने की दिशा में प्रतिदिन नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।
आज जरूरत है स्टार्टअप को विभिन्न प्रयासों के माध्यम से प्रोत्साहित करने की। आज व्यवसायिक शिक्षा को व्यवहार में उतारने की जरूरत है । जिससे युवाओं में उद्यमशीलता का विकास हो। वे इसकी अहमियत को समझें और अवसरों का लाभ उठाएं। सरकार को आवश्यकता है कि स्टार्टअप से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रमों का जमीनी स्तर पर प्रसार हो । सरकारी निजी बैंकों का सशक्तीकरण हो। जिससे ऋण प्राप्त करने में आसानी हो। हर ग्रामीण शहरी क्षेत्र के युवा, अशिक्षित महिला, पुरुष को इस योजना की बारीकियों के बारे में जानकारी दी जाए ताकि वे भविष्य में रोजगार का निर्माण कर सकें।
युवा हैकर्स ने हैक किए थे हाई-प्रोफाइल लोगों के Twitter एकाउंट्स
सैन फ्रांसिस्को। इस सप्ताह के शुरू में ट्विटर अकाउंट के हाई-प्रोफाइल हैकिंग में शामिल हैकर्स युवा थे, जिनका किसी देश या संगठित अपराध से कोई संबंध नहीं था। द न्यूयॉर्क टाइम्स ने शुक्रवार को रिपोर्ट दी- ट्विटर और संघीय पुलिस जिस साइबर हमले की जांच कर रहे हैं, वह गेमर्स के बीच लोकप्रिय एक चैट सेवा प्लेटफॉर्म डिसकॉर्ड पर हैकर्स के बीच मजाकिया मैसेज के बाद शुरू हुए।
अखबार ने कहा गया है कि इसने हैकिंग में भाग लेने क्रिप्टो करेंसी का जुनून वाले चार लोगों का इंटरव्यू लिया था, जिन्होंने लॉग और स्क्रीनशॉट को साझा किया था, ताकि बता सकें कि क्या हुआ। टाइम्स ने बताया कि इंटरव्यू से क्रिप्टो करेंसी का जुनून संकेत मिलता है कि हमला रूस जैसे किसी एक देश या हैकर्स के परिष्कृत समूह का काम नहीं था। इसके बजाय, यह युवा लोगों के एक समूह द्वारा किया गया था। इनमें से एक का कहना है कि वह अपनी मां के साथ घर पर रहता है। उसने बताया कि शुरुआती या असामान्य स्क्रीन नाम, क्रिप्टो करेंसी का जुनून विशेष रूप से एक अक्षर या संख्या वाले लोगों के साथ अपने जुनून के कारण वे सभी एक दूसरे को जानते थे। जैसे उनके नाम @y या क्रिप्टो करेंसी का जुनून @6 थे।
भारत,अफ्रीका के लिए जैक डोर्सी ने बनाया बिटकॉइन ट्रस्ट,फंड भी दिया
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी ने रैपर जे-जी के साथ मिलकर एक बिटकॉइन डेवलपमेंट ट्रस्ट 'बीट्रस्ट' बनाने का ऐलान किया है. ये डेवलपमेंट ट्रस्ट भारत और अफ्रीका में काम करने वाली टीमों के लिए होगा, जिसमें 500 बिटकॉइन (लगभग 174 करोड़ रुपये) का निवेश किया जाएगा.
ट्विटर के सीईओ ने कहा, "जे-जी और मैं बीट्रस्ट को बिटकॉइन डेवलपमेंट को फंड देने के लिए 500 बीटीसी दे रहे हैं, जो कि शुरू में अफ्रीका और भारत में टीमों पर ध्यान केंद्रित करेगा."
किम अपने क्रिप्टो टाउटिंग के लिए पीड़ित क्यों नहीं होगी
किम कार्दशियन को एथेरियममैक्स द्वारा एक क्रिप्टो संपत्ति, ईमैक्स टोकन के एक अज्ञात प्रचार के लिए प्रतिभूति और विनिमय आयोग को $ 1.2 मिलियन का भुगतान करने के लिए मजबूर किया गया है।
हालांकि नाम परिचित लग सकता है, एसेट कार्दशियन ने अपनी इंस्टाग्राम कहानियों पर प्रचारित एथेरियम बाजार पर दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी नहीं है, बल्कि इससे प्राप्त एक टोकन है।
वह टोकन है अब व्यापार £ 0.0000000044 पर।
क्रिप्टो का मशहूर क्रिप्टो करेंसी का जुनून हस्तियों का समर्थन कोई नई बात नहीं है। न ही आर्थिक रूप से संदिग्ध उत्पाद के उनके प्रचार हैं। लेकिन वॉल स्ट्रीट नियामकों ने व्यक्तियों पर इस क्रिप्टो करेंसी का जुनून तरह के विज्ञापन के लिए अपने भुगतान का खुलासा करने के लिए दबाव डाला है।