विश्लेषण और योजना

पीएम किसान योजना की हेल्पलाइन नंबर
किसान हो जाइए सावधान! पीएम किसान योजना के नाम पर हो रही ठगी, जानें पूरा मामला
PM Kisan Samman Nidhi Yojana: किसानों भाईयों के लिए यह खबर बेहद जरूरी है। इन दिनों पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana) के नाम पर किसानों के साथ ठगी होने के मामले सामने आ रहे हैं। कुछ असामाजिक तत्व किसानों से जालसाजी करके पैसे वसूल रहे हैं। आइए घटना के बारे में आपको विस्तार से बताते हैं।
दरअसल, किसानों को योजना की 12वीं विश्लेषण और योजना किस्त मिलने से पहले सरकार ने भूलेख सत्यापन की प्रक्रिया को लागू किया। इस दौरान फर्जी तरीके से योजना का लाभ उठा रहे किसानों की पहचान की गई और लाभार्थियों की संख्या में भारी कमी आई। अब अयोग्य किसानों से सरकार प्राप्त विश्लेषण और योजना किस्तों के पैसों को वापस वापस ले रही है। इसी का फायदा उठाते हुए कुछ लोग किसानों के साथ जालसाजी कर विश्लेषण और योजना रहे हैं। ठगी करने वाले लोग योजना से बाहर हो चुके लोगों को कॉल और एसएमएस कर रहे हैं और एक फर्जी बैंक अकाउंट नंबर दिया जा रहा है। लोगों से कहा जा रहा है कि अब तक किसान सम्मान योजना से जितनी भी राशि मिली है, उसे इस अकाउंट में जमा कर दीजिए। ऐसा करके लोगों के साथ फ्राॅड किया जा रहा है।
BJP State in-charge Meeting – ओम माथुर कार्य योजना पर ले रहे मेराथन बैठक
प्रदेश भाजपा संगठन के नए प्रदेश प्रभारी ओम माथुर का बैठकों का सिलसिला आज दूसरे दिन भी जारी रहा। संगठन के आला पदाधिकारियों से लेकर मझोले कार्यकर्त्ता तक से परिचय के विश्लेषण और योजना बाद बीजेपी को फिर सत्ता में लाने की बातें हुईं। इसके लिए कार्य योजना और प्रारूप तैयार करने पर जोर दिया गया।
प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष अरुण साव ने बैठक शुरू होने से पूर्व मिडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि बीजेपी के नए प्रभारी ओम माथुर के सानिध्य में बीजेपी के सभी पदाधिकारियों, मोर्चा अध्यक्ष, प्रभारी, सह प्रभारी, प्रधान मंत्री आवास को लेकर आज बैठक आहूत की गई है। इन सभी को साथ लेकर कांग्रेस की रीती-निति के खिलाफ बड़ा मोर्चा बीजेपी चलाएगी।
PPF: पीपीएफ होल्डर की विश्लेषण और योजना मृत्यु हो जाए तो क्या होगा? जानिए कैसे मिलेगा पैसा
पीपीएफ एक ऐसी शानदार स्मॉल सेविंग स्कीम है, जिसमें कम समय में आप अच्छी खासी रकम इकट्ठी कर सकते हैं क्योंकि ये अन्य सेविंग्स स्कीम के मुकाबले बेहतर रिटर्न देती है.
Written by Dimple Yadav November 25, 2022
Public Provident Fund
Public Provident Fund यानी पीपीएफ एक ऐसी शानदार स्मॉल सेविंग योजना है, जिसमें कम समय में आप मोटी रकम जमा कर सकते हैं क्योंकि ये अन्य सेविंग्स स्कीम के मुकाबले अच्छा रिटर्न प्रदान करती है. इसमें आपको कंपाउंडिंग इंटरेस्ट के साथ टैक्स से छूट का भी भरपुर लाभ दिया जा रहा है. बता दें कि इस स्कीम में कोई भी भारतीय नागरिक इन्वेस्टमेंट कर सकता है. पीपीएफ का मैच्योरिटी पीरियड 15 साल का होता है. लेकिन, अगर बीच में ही पीपीएफ होल्डर की मृत्यु हो जाए, तो उसकी जमा राशि किसे मिलती और इसके लिए क्या नियम हैं. आइए हम आपको बताते है.
अगर खाताधारक की मृत्यु किसी कारणवश योजना की मैच्योरिटी से पहले हो जाती है तो नॉमिनी पीपीएफ स्कीम विश्लेषण और योजना में जमा राशि का हकदार हो जाता है. ऐसे में नॉमिनी अपनी आईडी दिखाकर खाते पर डेथ क्लेम कर सकता हैं. क्लेम करने के दौरान नॉमिनी को खाताधारक के डेथ सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ सकती है. पोस्ट ऑफिस या बैंक, जहां भी पीपीएफ अकाउंट खुलवाया गया हो, नॉमिनी को वहां जाकर डेथ क्लेम का फॉर्म भरना होता है और डेथ सर्टिफिकेट की कॉपी लगानी पड़ती है. इसके बाद नॉमिनी को पीपीएफ अकाउंट में जमा राशि मिल जाएगी और अकाउंट को बंद कर दिया जाएगा.
डेथ क्लेम सेटलमेंट के नियम
अगर क्लेम की राशि 5 लाख रुपए है, तो डेथ क्लेम सेटलमेंट नॉमिनेशन, कानूनी सबूत या बिना कानूनी प्रूफ के ही अथॉरिटी के विवेक के आधार पर किया जा सकता है, लेकिन अगर राशि 5 लाख रुपए से अधिक विश्लेषण और योजना है तो नॉमिनी को पीपीएफ अकाउंट में जमा राशि को हासिल करने के लिए कानूनी प्रूफ की जरूरत हर हाल में होगी. अगर कोई सबूत नहीं है तो कोर्ट से सक्सेशन सर्टिफिकेट लेकर बनवाना पड़ सकता है.
अगर पीपीएफ अकाउंट होल्डर किसी कारण से 15 साल तक इस योजना को नहीं चला पाते है, उसे या उसके बच्चों को कोई जानलेवा बीमारी है तो ऐसी स्थिति में 5 साल बाद पीपीएफ अकाउंट में जमा राशि को निकाला सकते है. हालांकि ऐसी स्थिति में आपकी जमा राशि की ब्याज दर में 1 फीसदी की कटौती की जाती है
श्रद्धा की हत्या में इस्तेमाल किए गए कई हथियार बरामद: पुलिस
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दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को श्रद्धा वालकर की हत्या में कथित तौर पर आफताब पूनावाला द्वारा इस्तेमाल किए गए कई हथियार बरामद किए हैं। इसने कहा है विश्लेषण और योजना कि शव को टुकड़े करने में इस्तेमाल किए गए 5 चाकुओं को बरामद किया गया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने ये हथियार आरोपी आफताब के घर और महरौली वन क्षेत्र से ढूंढे हैं। आरोपी ने कथित तौर पर श्रद्धा के शरीर के टुकड़े कर फेंक दिया था। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने कहा कि उन्हें अभी तक वह आरी नहीं मिली है जिसका कथित तौर पर श्रद्धा के शरीर के टुकड़े करने के लिए इस्तेमाल किया गया था।
आफताब अमीन पूनावाला ने अपने लिव-इन पार्टनर श्रद्धा को इस साल 18 मई को मार डाला था। उसने उसके शरीर को 35 टुकड़े कर दिए थे। रिपोर्ट है कि वह कभी शेफ के रूप में प्रशिक्षित था और मांस काटने में माहिर था। आफताब ने उसके शरीर पर विश्लेषण और योजना मांस काटने वाले चाकू का इस्तेमाल किया था। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार आफताब ने पुलिस के सामने कबूल किया है कि बदबू नहीं आए इसलिए फ्रीज़ में स्टोर करने की तरकीब निकाली थी।
पीकेएल : हरियाणा स्टीलर्स का पटना पाइरेट्स के खिलाफ मैच में वापसी की उम्मीद
अंक तालिका में ऊपर चढ़ने की उम्मीद में स्टीलर्स लीग में सातवें स्थान पर काबिज पाइरेट्स के खिलाफ सकारात्मक परिणाम हासिल करने के लिए उत्सुक होगी। स्टीलर्स के डिफेंडर जयदीप ने कहा कि उनकी हालिया फॉर्म के बावजूद उनकी टीम सकारात्मक बनी हुई है।
जयदीप ने कहा, हम जानते हैं कि पटना ने कुछ मैच गंवाए हैं, लेकिन चाहे वे कैसे भी खेल रहे हों, हमें खुद पर ध्यान देना होगा। अगर हम बेहतर करते हैं और अपनी रणनीतियों को अच्छी तरह से लागू करते हैं, तो मुझे यकीन है कि हम एक अच्छा परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। हम पिछले कुछ दिनों से अच्छा अभ्यास कर रहे हैं और बहुत सी गलतियों को दूर कर रहे हैं।