बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है?

Bitcoin in hindi |बिटकॉइन क्या है कैसे खरीदे और बेचें
Bitcoin की चर्चा आज बहुत तेजी से चल रही है। और आपने भी इसका नाम जरूर सुना होगा। पर Bitcoin क्या होता है और इसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है सारे सवालों के जवाब आज इस पोस्ट में हम जानने बाले है कि Bitcoin क्या होता है (Bitcoin in hindi), Bitcoin mining क्या होती है और Bitcoin को खरीद और बेच कर पैसे कैसे कमाये जाते है। तो चलिए जानते है बिटकोइन क्या है (What is bitcoin in hindi)
Table of Contents
बिटकोइन क्या है (What is bitcoin in hindi)
Bitcoin एक cryptocurrency, Digital currency या Virtual currency होती है एक ऐसी currency जिसका कोई भौतिक रूप नहीं होता है जिसे हम छू नहीं सकते है। पर हम उसे खर्च कर सकते है या इस currency से कुछ भी खरीद सकते है। और transaction कर सकते है और इसे हम Online wallet में store कर के रख सकते है। इस currency को एक गुमनाम व्यक्ति जिसने उपनाम सातोशी नकामोतो द्वारा 2009 में बनाया गया था। जिस तरह से हर देश की एक अलग currency होती है जैसे रुपया, Dollar, yuan और इन currency पर उन देशों का अधिकार होता है जिस देश की वह currency है। और Bitcoin Internet की मुद्रा है पर इस मुद्रा पर किसी भी देश या सरकार का अधिकार नहीं होता है। मतलब इसका कोई मालिक नहीं होता है। इसे कोई भी व्यक्ति यूज कर सकता है।
बिटकोइन माइनिंग क्या है। (Bitcoin mining in hindi)
माइनिंग का मतलब होता है की जमीन की खुदाई कर के खनिजों को निकाला जाता है जैसे सोना, कोयला आदि पर Bitcoin mining में नए बिटकोइन का निर्माण किया जाता है। और यह काम केवल computer से संभव हो सकता है। मतलब एक ऐसा Process जिसमें Computer power का इस्तेमाल transaction process किया जाता है। इस काम को कोई अकेला व्यक्ति नहीं कर सकता है इस लिए इसे डी सेंट्रलाइज सिस्टम कहा जाता है इसे डी सेंट्रलाइज सिस्टम इस लिए कहा जाता है क्यूकी बिटकोइन Collection of computer होता है। और सभी computers Bitcoin code पर काम करते है और इसके ब्लॉकचेन को स्टोर करते हैं। और यहाँ किसी भी Miners द्वारा Transaction process पूरा करने और Transaction को Verify करने पर उसे इनाम के तोर पर बिटकोइन मिलता है और इसे हम Bitcoin mining कहते है।
बिटकोइन कैसे काम करता है।
Bitcoin Block chain technology पर काम करता है Block chain technology मतलब जब कोई transaction होता है तो उसे एक Block में store किया जाता है। और एक Block में करीब 3000 Transaction store होते है। जब इसमें Transaction पूरे हो जाते है बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है? तो एक नया Block create होता है। और सारे Blocks एक दूसरे से link होते है। हर Block का अपना एक Hash value और header file होती है और पुराने Block की Hash value अगले Block के header में add होती है। और ऐसे ही सारे blocks एक दूसरे से link होते है Bitcoin Mining के लिए हमें बहुत ज्यादा High speed processor computer की आवश्यकता होती है एक Transaction process को पूरा करने के लिए कुछ Computational problems को solve करना होता है और इस problem को solve करने के लिए कुछ Difficulty Level होते है जब सबसे पहला transaction verify हुआ था तब Difficulty Level 1.00 था और जिसने भी सबसे पहला transaction verify किया होगा उसके computer ने इसे कुछ सेकंड में verify कर दिया होगा। पर आज के समय में Difficulty Level बहुत बढ़ गया है आज का Difficulty Level करीब 20,607,418,304,385.63 के आस पास है । अगर आप अपने Normal Computer से इस काम को करने की कोशिश करेंगे तो एक Transaction verify करने में आपको सकड़ों वर्षों का समय लग सकता है इस लिए एक Transaction को verify करने के लिए हमें बहुत ज्यादा High speed computer की जरूरत पड़ती है जो इस Computational problem को जल्द से जल्द solve कर दे।
Bitcoin का price कितना है।
Bitcoin को कोई fix price नहीं होता है वह हर समय घटता और बढ़ता रहता है और अगर 10 साल पहले की बात करें तो Bitcoin का price एक रुपये से भी कम था पर 20 January 2021 जिस समय यह post लिखी गई है बिटकोइन का price करीब 25,00,000 रुपये रहा। पर इसी महीने 08 January को बिटकोइन का price करीब 33,00,000 रुपये तक पहुँच गया था ।
Bitcoin कैसे कमाए।
Bitcoin कमाने के लिए आप Bitcoin miner बन सकते है। पर उसके लिए आपको बढ़िया Hardware और High speed processor computer की जरूरत पड़ेगी और उस Computational power से आप जब एक Transaction verify कर लेंगे तो आप कुछ बिटकोइन बना सकते है। अगर आप अपने Normal Computer से इस काम को करने की कोशिश करेंगे तो एक Transaction verify करने में
दूसरा तरीका यह है कि आप कुछ रुपये लगा कर बिटकोइन खरीद सकते है। और बिटकोइन का rate बढ़ने पर वापस बेच कर अच्छा मुनाफा कमा सकते है।
तीसरा तरीका यह है अगर आप online कोई product बेचते है तो उसके बदले में आप बिटकोइन ले सकते है।
Bitcoin कैसे खरीदें और बेचें।
Bitcoin खरीदने और बेचने के लिए Play store पर काफी Apps है पर CoinSwitch Kuber app की मदद से आप आसानी से बिटकोइन खरीद और बेच सकते है। इसके लिए आपको Play store से CoinSwitch app को download करना होगा। और अपना Mobile number डाल कर Next step पर जाना होगा और Mobile number पर आए OTP से आपको Mobile number verify करना होगा। Mobile number verify होने पर आप अपना कोई एक PIN set कर के login कर लीजिये । login करने के बाद आपको KYC करने के लिए Profile पर जा कर User Verification पर click कीजिये । यहाँ आपको Basic Verification, PAN Card Verification, और Identity Card Verification करना होगा। Basic Verification में आपको Full name, DOB और Email ID डालनी है Email पर आए OTP को डाल कर आपको Email Verification पूरा करना होगा । उसके बाद आपको PAN Verification करना होगा। इसके लिए आपको अपने PAN card का Front और Back side का फोटो Upload करना होगा इसी तरह Identity Card Verification के लिए आप Aadhar Card, passport, Voter Id का इस्तेमाल कर सकते । इसके बाद अपनी एक Selfie लेने के बाद आप Verification के लिए submit पर click कीजिये 2-5 मिनट के बाद आपका Verification complete हो जाएगा। Verification complete हो जाने के बाद आप बिटकोइन खरीद और बेच सकते है सबसे पहला Bitcoin खरीदने के लिए आपको CoinSwitch wallet में कुछ रुपये Deposit करने होंगे । जिनसे आप बिटकोइन खरीदेंगे। इसमें आप 100 रुपये से ले कर 50,00,000 तक Deposit कर सकते है। अब इसके बाद आप बिटकोइन या अन्य कोई cryptocurrency खरीद सकते है। Bitcoin select करने के बाद आप Buy पर Click करेंगे और जितने भी रुपये के आप Bitcoin खरीदना चाहते है उतने रुपये के बिटकोइन आप खरीद सकते है । इसके बाद आप Preview buy पर click कर के यह देख सकते है कि आपको इतने रूपये में कितने बिटकोइन मिल रहे है और इसके बाद Buy now पर क्लिक कर के आप उतने Bitcoin खरीद सकते है हम यहाँ 100 रुपये से ले कर 50,00,000 तक Bitcoin खरीद सकते है। और जब आपने Bitcoin खरीद लिए है और Bitcoin का rate बढ़ने पर आप उन्हें बेच कर अच्छे रुपये कमा सकते है। Bitcoin बेचने के लिए भी आपको यहाँ Option मिलता है आप जितने Bitcoin बेचना चाहते है बेच सकते है और अपनी Bank Information fill कर के कमाए गए रुपयों को अपने Bank account में transfer कर सकते है।
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मुझे पूरी आशा है कि आप लोगों को बिटकोइन क्या है (What is bitcoin in hindi) और Bitcoin से पैसे कैसे कमाए जाते है इसके बारे में समझ आ गया होगा। अगर आपको यह Post अच्छी लगी तो आप सभी से गुजारिश है कि आप लोग इस जानकारी को अपने दोस्तों, रिश्तेदारों, के साथ share करें , जिससे कि हमारे बीच जागरूकता होगी और ज्ञान बढ़ेगा। अगर आप लोगों को किसी भी तरह का Doubt है तो आप मुझे बेझिजक comment कर के पूछ सकते है। में पूरी कोशिश करूंगा कि आपके सवाल का जवाब दे सकूँ । और इस post को पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद ।
बिटकॉइन क्या है और ये कैसे ये काम करता है ?
बिटकॉइन का निर्माण एक सतोषी नामक आदमी ने या फिर उसके समूह के द्व्रारा बनया गया था, उनका मकसद एक था की हम अपनी पेमेंट बिना किसी वित्तय संस्थान के द्व्रारा कर सकते है। बिटकॉइन एक डिजिटल form में होता हो। एक बिटकॉइन में 10 करोड़ सतोषी होते है।
What is the Bitcoin? Bitcoin How to does work?
मान लें कि एक सिक्का है जिसकी कीमत वर्तमान में सैकड़ों अमेरिकी डॉलर है, लेकिन यह सोने, या प्लेटिनम, या किसी कीमती धातु से नहीं बना है।
वास्तव में, यह उस तरह का सिक्का नहीं है जिसे आप अपने हाथ में पकड़ सकते हैं या गुल्लक में चिपका सकते हैं। यह एक डिजिटल मुद्रा है, जिसका अर्थ है कि यह केवल बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है? इलेक्ट्रॉनिक रूप से मौजूद है।
मैं बिटकॉइन के बारे में बात कर रहा हूँ। बिटकॉइन पैसे की तरह काम नहीं करता है। बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है जिसे वस्तुओ को खरीदने बेचने के लिए किया जाता है। यह किसी राज्य या सरकार से जुड़ा नहीं है, इसलिए इसके केंद्रीय से पास जारी करने वाला प्राधिकरण या नियामक निकाय नहीं है। मूल रूप से, इसका मतलब है कि कोई भी संगठन यह तय नहीं कर रहा है कि अधिक बिटकॉइन कब बनाया जाए, यह पता लगाया जाए कि कितने का उत्पादन करना है, वे कहां हैं, और उसे कहाँ की जांच करे।
बिटकॉइन एक मुद्रा के रूप में कैसे काम करता है, या इसका कोई मूल्य है?
बिटकॉइन बड़े नेटवर्क और जय्दा लोगो के बिना कुछ नहीं है, वास्तव में, इसे कभी-कभी दुनिया की पहली क्रिप्टोकरेंसी के रूप में वर्णित किया जाता है। बिटकॉइन पूरी तरह से digital currencyहै, और आप दुनिया भर में peer to peer नेटवर्क में कंप्यूटर के बीच बिटकॉइन का आदान-प्रदान कर सकते हैं।
बिटकॉइन वास्तव में एक विशाल, global ledger पर एक प्रविष्टि है जिसे ब्लॉकचेन कहा जाता है। ब्लॉकचेन हर बिटकॉइन लेनदेन को रिकॉर्ड करता है जो कभी हुआ है , और, 2016 के अंत तक, पूरा ledger लगभग 107 गीगाबाइट डेटा है। इसलिए जब आप किसी को बिटकॉइन भेजते हैं, तो ऐसा नहीं है कि आप उन्हें ढेर सारी फाइलें भेज रहे हैं। आप उसे ledger पर एक्सचेंज लिख रहे जैसे की Mical ने 5 बिटकॉइन भेजा है। आप के बिटकॉइन एक्सचेंज पर सरकारी government का कोई अधिकार नहीं है और ना ही उसे ट्रैक कर सकते है।
ब्लॉकचैन पर सभी transtion है पर लोगो के पास कोई भी राइट नहीं है इसे चेंज और rewritten करने का। यह ऐसे ही काम करता है क्योंकि बहुत सारे लोग एक ही चीज़ पर नज़र रखते हैं, यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी लेन-देन सटीक हैं।
जैसे, कल्पना कीजिए कि आप कुछ दोस्तों के साथ पोकर का खेल खेल रहे हैं, लेकिन आप में से किसी के पास पोकर चिप्स नहीं है, और आपने अपना पैसा घर पर छोड़ दिया है। टेबल पर कोई पैसा नहीं है, इसलिए आप में से कुछ लोग कुछ नोटबुक निकालते हैं, और यह लिखना शुरू करते हैं कि कौन कितना दांव लगाता है, कौन जीतता है और कौन हारता है। आप किसी और पर पूरी तरह से भरोसा नहीं करते हैं, इसलिए हर कोई अपना अलग-अलग हिसाब रखता है, और हर हाथ के अंत में, आपने जो लिखा है उसकी तुलना आप सभी करते हैं। इस तरह, यदि कोई गलती करता है, या फिर आप से कुछ अतिरिक्त money लेता या फिर किसी तरह का धोखा बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है? देने की कोशिश करता है, तो उस गलती को पकड़ ली जाएगी।
कुछ हाथों के बाद, आप अपनी नोटबुक अपनी money के लेन देन के बारे में note करते हैं, आप प्रत्येक पेज को “लेन-देन के ब्लॉक” के रूप में देख सकते हैं। इसी प्रकार आप की नोटबुक पर बहुत सरे पेज और और उसे नोट लिखे होंगे जिसे हम एक चैन कह सकते है और इस ब्लॉक को ब्लॉकचैन कहते है।
हजारो लोग ब्लॉकचैन को manage करते है क्योकि ये एक दूसरे से सिंक होते है। क्रिप्टोग्राफी की बदौलत बिटकॉइन को काफी सुरक्षित रखा जाता है, यही वजह है कि इसे क्रिप्टोकरेंसी माना जाता है। जब आप बिटकॉइन नेटवर्क पर अकाउंट बनाते हैं उस अकाउंट को वॉलेट कहते है इसमें दो unique keys होती है जिसे पब्लिक और प्राइवेट key कहते है। प्राइवेट के का use करके आप आकउंट को sing इन कर सकते है। पब्लिक key का use कोई भी कर सकता है। कोई भी मेरी बिटकॉइन ट्रेडिंग की transition को check कर सकता है।
How to buy Bitcoin? बिटकॉइन को कैसे ख़रीदे?
हम यहाँ पर बिटकॉइन को कैसे खरीदना है ये बताने जा रहे है, बिटकॉइन को खरीदने के बहुत सरे माध्यम है, ये आप ऑनलाइन खरीद सकते है, ऑनलाइन दुनिया में बहुत सरे exchange उपलब्द है जिसका प्रयोग कर के आप बिटकॉइन खरीद सकते है।
कुछ popular एक्सचेंज (बिटकॉइन exchnage वॉलेट) यहाँ पर कुछ एक्सचेंज बातये जा रहे है जो की बेस्ट पर, इन एक्सचेंज पर आप बिटकॉइन को खरीद और बेच सकते है।
1. Binance Exchange :- ये एक्सचेंज दुनिया का बेस्ट exchnage है आप यहाँ पर बिटकॉइन के अलवा और भी क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते है और बेच सकते है। ये एक्सचेंज आप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते है
2. WazirX Exchange : ये एक्सचेंज इंडिया में बेस्ट एक्सचेंज वॉलेट है आप यहाँ पर भी बिटकॉइन को खरीद और बेच सकते है, इसके अलवा और भी क्रिप्टो को खरीद और बेच सकते है।
3. Coinswitch Kuber : ये एक्सचेंज भी भारत का क्रिप्टो एक्सचेंज है इसका प्रयोग कर के आप बिटकॉइन को आप आसानी से खरीद और बेच सकते है।
4. CoinDCX : ये भी एक्सचेंज भारत का सबसे अच्छा क्रिप्टो एक्सचेंज वॉलेट है, इस क्रिप्टो वॉलेट का प्रयोग कर के आप बिटकॉइन को आप आसानी से खरीद और बेच सकते है।
इसके अलवा बहुत सरे क्रिप्टो एक्सचेंज वॉलेट है जिन्हे आप पय्रोग कर सकते है।
बिटकॉइन के फायदे
बिटकॉइन एक क्रिप्ट करेंसी है और ये एक डिजिट फॉर्म में होता है इसका प्रयोग आप आइटम्स को खरीदने और बेचने में प्रयोग कर सकते है।
आइये जानते है बिटकॉइन के फायदे, जो की निचे दिए गए है।
1. बिटकॉइन को आप दुनिया में किसी को भी भेज सकते है वो भी low tranction fee के साथ
2. बिटकॉइन क्रिप्टो पर सरकार और केंद्र का कोई भी हस्त छेप नहीं होता है
3. अगर आप बिटकॉइन को बहुत लम्बे समय तक इन्वेस्ट करते है तो इसका आप को बहुत फयदा होगा।
4. बिटकॉइन को आप डेबिट और क्रेडिट कार्ड से खरीद सकते है
5. बिटकॉइन को किसी भी प्रकार से ब्लॉक नहीं होता है जैसे की हमारे डेबिट और क्रेडिट कार्ड क्योकि की इस पर किसी भी गोवेर्मेंट का कोई भी अधिकार नहीं होता है।
बिटकॉइन के नुकसान
1. अगर आप बिटकॉइन किसी को भी भेजते है और आप को बाद में पता चलता है की आप ने जिस एड्रेस पर बिटकॉइन सेंड किया वो एड्रेस गलत है तो आप भेजे हुए बिटकॉइन खो दोगे क्योकि इसका tranction एक बार प्रोसेस हो जाने के बाद पूरा हो जाता है आप इसके tranction को रिवर्स नहीं कर सकते है जैसे बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है? की हमारे बैंककिंग सिस्टम में होता है।
2. क्रिप्टो करेंसी पर किसी भी गोवेर्मेंट का कोई भी अधिकार नहीं होता इसलिए बिटकॉइन की कीमत बहुत तेज़ी से ऊपर नीचे होती रहती है इसलिए ये काफी रिस्की होता है।
बिटकॉइन को कैसे बनाये ?
बिटकॉइन एक डिजिटल होता है , तो बिटकॉइन को बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है? भी डिजिटल ही बनाते है , बिटकॉइन को बनाने के लिए कंप्यूटर हार्डवेयर और ग्राफ़िक कार्ड की जरूरत होती है , जितने जय्दा हैवी ग्राफ़िक कार्ड उतने तेज़ी से बिटकॉइन बनते है , बिटकॉइन बनने के लिए एक अल्गोरिथम होता है जिसे हमे कम्प्यूटर पर रन करना होता है , इस अल्गोरिथम को कंप्यूटर पर सही रन कराने के आप बिटकॉइन को आप genrate कर सकते हो। ये बिटकॉइन एक वॉलेट जमा होते है।
बिटकॉइन वॉलेट क्या होता है ?
बिटकॉइन को एक वॉलेट में जमा किया जाता है वो की वॉलेट एक डिजिटल होता है इसके कोई प्रकार हो सकते है जैसे मोबाइल वॉलेट , डेस्कटॉप वॉलेट , पेपर वॉलेट , वेब बेस्ड वॉलेट, या फिर हार्डवेयर वॉलेट , इसमें से किसी भी वॉलेट का प्रयोग कर सकते है।
एक बिटकॉइन में 10 करोड़ सतोषी होते है।
जब से क्रिप्टो पर 30 % का टैक्स लगा, तो ऐसे लगा रहा है की बिटकॉइन भारत बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है? में लीगल है।
भारत में बिटकॉइन बड़े आसानी से खरीद और बेच सकते है जिसके लिए आप को exchnage की जरूरत पड़ेगी।
बिटकॉइन बनाने के लिए आप को कंप्यूटर और उस से रिलेटेड हार्डवेयर की जरूरत पड़ती है।
बिटकॉइन के बारे में संपूर्ण सामान्य ज्ञान जानकारी हिंदी भाषा में!
बिटकॉइन क्या है, ये कब आया, बिटकॉइन का इस्तेमाल, इसकी खोज किसने और कहा की, यह कैसे काम करता है व् इसको कहाँ रखा जाता है इन सभी सवालो की जानकारी हिंदी में दी गयी है!
इन सभी सवालो के जबाव का विवरण हमने संछिप्त में किया है आये पहले जानते है आखिर बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है?
बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) या कह सकते है डिजिटल मुद्रा यह पहली विकेन्द्रीकृत डिजिटल मुद्रा है, जिसका अर्थ है की यह किसी केंद्रीय बैंक द्वारा नहीं संचालित होती। जिसका मतलब है बिटकॉइन को नियंत्रण करने के लिए कोई भी बैंक शाखा या सर्कार नहीं है मतलब बिटकॉइन का कोई मालिक नहीं है.
कई अर्थशास्त्रियों द्वारा बिटकॉइन को पोंज़ी स्कीम घोषित किया गया है बिटकॉइन का का प्रयोग आप डिजिटल यानी इंटरनेट की मदद से कर सकते है, यह ऐसी मुद्रा है जिसे हम ही देख सकते हैं ना ही उसे पैसों की तरह छू सकते हैं बिटकॉइन सिर्फ एक इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर होती है| बिटकॉइन सभी मुद्राओ से बिलकुल अलग है क्युकी इसे आप शारीरिक रूप से नोट या सिक्के के रूप में सामान की खरीद नहीं कर सकते| बिटकॉइन विश्व का प्रथम पूर्णतया खुला भुगतान तंत्र है।
बिटकॉइन का आविष्कार किसने और कब किया?
बिटकॉइन का विकास सातोशी नकामोतो नामक एक अभियंता ने 2008 में किया था और 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में इसे जारी किया गया था। तब इसकी लोकप्रियता बढ रही थी.
बिटकॉइन का इस्तेमाल क्यूँ और किस लिए किया जाता है?
बिटकॉइन का इस्तेमाल कोई भी मनुष्य कर सकता है जिस तरह हम इंटरनेट का प्रयोग करते है और इसका कोई मालिक नहीं है ठीक बिटकॉइन भी उसी तरह काम करता है. यदि कोई व्यक्ति आम डेबिट /क्रेडिट बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है? कार्ड से भुगतान करता है तो लगभग दो से तीन प्रतिशत लेनदेन शुल्क लगता है लेकिन बिटकॉइन में ऐसा कुछ नहीं होता है। इसके लेनदेन में कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगता है, बिटकॉइन एक सुरक्षित और तेज मुद्रा है इसी कारण ये तेजी से लोकप्रिय हो रही है| बिटकॉइन का उपयोग आप प्लेन की टिकट, होटल रूम, इलेक्ट्रॉनिक्स, कार, कॉफी और किसी अन्य चीज के लिए भी पेमेंट कर सकते हैं
आइये जाने बिटकॉइन माइनिंग क्या है?
वर्तमान में बिटकॉइन काफी तेजी से प्रसिद्ध हो रहा है। इसे शक्ति उन हजारों लोगों से मिलती है जिनके पास विशेष कंप्यूटर है जो नेटवर्क को शक्ति संपन्न बनाते हैं नेट पर विनिमय को सुरक्षित करते हैं और लेनदेन की जांच करते हैं। इसे माइनिंग कहा जाता है।
साधारण भाषा में माइनिंग मतलब यदि खुदाई या किसी खोज द्वारा खनिजो को निकालना जैसे की सोना कोयला आदि की माइनिंग चूकि बिटकॉइन का कोई भोतिक रूप तो है नहीं तो इसकी माइनिंग परंपरागत तरीके से तो नहीं हो सकती इसकी माइनिंग मतलव की बिटकॉइन का निर्माण करना होता है| बिटकॉइन एक सी प्रोसेस है जिसमें कंप्यूटिंग पावर का इस्तेमाल कर ट्रांजैक्शन ट्रांजैक्शन प्रोसेस किया जाता है, नेटवर्क को सुरक्षित रखा जाता है साथ ही नेटवर्क को सिंक्रोनाइज भी किया जाता है यह एक बिट कंप्यूटर सेंटर की तरह है पर यह डी सेंट्रलाइज सिस्टम है|
भारतीय रिजर्व बैंक ने 24 दिसम्बर 2013 को बिटकॉइन सम्बन्ध में एक प्रेस प्रश्नी जरी की और कहा इस तरह की मुद्राओ का लेन-देन को कोई भी अधिकारिक अनुमति नहीं दी गई है बिटकॉइन जैसी वर्चुअल मुद्राओं के लेन-देन में कई तरह के जोखिम हो सकते है| और फरवरी 2017 और 5 दिसम्बर 2017 भारतीय रिजर्व बैंक ने पुन: इसके बारे में सावधानी जारी की थी|
बिटकॉइन कारोबार पर लगाम कसने की तैयारी में 18% जीएसटी लग सकता है
बिटकॉइन हाल ही में निवेश की दुनिया में सबसे ज्यादा चर्चा में है। अपने बढ़ते चलन की प्रवृत्ति के चलते, सरकार को इस पर भारी निर्णय लेने की आवश्यकता है। अगर सब कुछ योजना के अनुरूप हो जाता है, तो जल्द ही सरकार बिटकॉइन व्यापार पर 18 प्रतिशत माल और सेवा कर (जीएसटी) लगा सकती है। देश के भीतर बिटकॉइन का वार्षिक कारोबार लगभग 40,000 करोड़ रुपये है। केंद्रीय आर्थिक खुफिया ब्यूरो (CEIB), वित्त मंत्रालय के एक विभाग ने बिटकॉइन व्यापार पर जीएसटी लगाने का प्रस्ताव केंद्रीय प्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड को भेजा है।
सीईआईबी के अनुसार, सरकार बिटकॉइन पर जीएसटी लागू करके 7,200 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न कर सकती है। CEIB वित्त मंत्रालय के थिंक फैक्ट्री के रूप में काम करता है और इसने क्रिप्टोकरेंसी पर जीएसटी लगाने पर गहन अध्ययन किया है। वित्त मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, सीईआईबी ने कहा है कि बिटकॉइन को अक्सर अमूर्त संपत्ति के रूप में वर्गीकृत किया जाता है और जीएसटी को अक्सर इसके सभी लेनदेन पर लगाया जाता है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि तत्काल में, क्रिप्टोक्यूरेंसी के लिए कोई नियामक नहीं है और इसका व्यापार सरकार के लिए एक गंभीर सिरदर्द बना हुआ है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सीईआईबी का सुझाव है कि क्रिप्टोकरेंसी को अक्सर एक वर्तमान संपत्ति के रूप में देखा जाता है और जीएसटी अक्सर अपने व्यापार के दौरान मार्जिन पर लगाया जाता है। वर्तमान में क्रिप्टोकरेंसी के लिए कोई नियामक नहीं है। इसकी ट्रेडिंग सरकार के लिए एक गंभीर चुनौती बन गई है, खासकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद, जिसने बैंकों और वित्तीय संस्थानों पर RBI द्वारा डिजिटल मुद्रा में लेनदेन के लिए दो साल का प्रतिबंध हटा दिया। वहाँ भी छिपाव में क्रिप्टोक्यूरेंसी ट्रेडिंग के उपयोग का एक अवसर दिया गया है और इसके लिए वैध मुद्रा के मूल्य में कमी आएगी।
बिटकॉइन क्या है?
बिटकॉइन काफी क्रिप्टोकरेंसी हो सकता है। अंग्रेजी शब्द ‘क्रिप्टो’ का अर्थ है गुप्त। यह एक तरह की डिजिटल मुद्रा है, जो क्रिप्टोग्राफी के सिद्धांतों का संचालन और निर्माण करती है। क्रिप्टोग्राफी वह कोडिंग की भाषा को हल करने की कला है। यह प्राथमिक मुद्रा है जो किसी भी वित्तीय संस्थान द्वारा संचालित नहीं है। यह भुगतान समर्थित कंप्यूटर नेटवर्किंग के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसे 2008 में सातोशी नाकामोटो नाम के एक व्यक्ति द्वारा विकसित किया गया था और 2009 में इसे ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में जारी किया गया था। यह अक्सर सातोशी का छद्म नाम है। दुनिया भर में एक करोड़ से अधिक बिटकॉइन हैं। यह ऐसी मुद्रा है, जिसे आप न तो देखेंगे और न ही स्पर्श कर पाएंगे। यह केवल इलेक्ट्रॉनिक रूप से संग्रहित है। यदि किसी के पास बिटकॉइन है, तो वह आम मुद्रा की तरह सामान खरीद सकता है। वर्तमान में, लोग कम कीमतों पर बिटकॉइन खरीदकर और उच्च कीमतों पर बेचकर लाभ कमा रहे हैं।
बिटकॉइन व्यापार कैसे करता है?
बिटकॉइन विशेषज्ञों का मानना है कि बिटकॉइन आभासी सिक्के (कृत्रिम सिक्के) हैं, जो उनके मूल्य को बनाने और बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। यदि आपको बिटकॉइन मिला है, तो ईटीएफ में ट्रेडिंग करते समय इसके मूल्य और मूल्य का उसी तरह से इलाज किया जा रहा है जैसा कि सोने में होता है। आप बिटकॉइन के माध्यम से ऑनलाइन शॉपिंग भी करेंगे और इसे निवेश के रूप में भी रखेंगे।
Bitcoins को अक्सर एक व्यक्तिगत ई-वॉलेट से एक अलग व्यक्तिगत ई-वॉलेट में स्थानांतरित किया जाता है। ये ई-वॉलेट आपका व्यक्तिगत डेटाबेस है, जिसे आप अपने कंप्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन, टैबलेट या किसी ई-क्लाउड पर संग्रहित करेंगे।
बिटकॉइन का व्यापार कैसे करें
यदि आप बिटकॉइन का व्यापार करना सीखना चाहते हैं, तो ऐसे कई कारक हैं जिन पर आपको विचार करना चाहिए। इस लेख में इनमें से कुछ कारकों को शामिल किया गया है। उदाहरण के लिए, आपको व्यापारिक संकेतकों के बारे में पता होना चाहिए। आपको एक बिटकॉइन ब्रोकर भी चुनना चाहिए। एक अच्छे बिटकॉइन ब्रोकर को आपको एक डेमो अकाउंट की पेशकश करनी चाहिए जो आपको सिखा सके कि बिटकॉइन का व्यापार कैसे करें।
ट्रेडिंग क्रिप्टोक्यूरेंसी
यदि आप बिटकॉइन का व्यापार करना सीखने में रुचि रखते हैं, तो पहला कदम यह चुनना है कि कौन सा प्लेटफॉर्म आपके लिए सबसे अच्छा है। दो मुख्य प्रकार के प्लेटफॉर्म हैं: एक्सचेंज और ऑनलाइन ब्रोकर । एक्सचेंज शुरुआती लोगों के लिए आदर्श हैं क्योंकि उनका उपयोग करना आसान है और बेहतर उपयोगकर्ता अनुभव प्रदान करते हैं। हालाँकि, यदि आप विकेंद्रीकृत एक्सचेंज पर बिटकॉइन का व्यापार करना चाहते हैं, तो आपको पहले एक क्रिप्टोक्यूरेंसी वॉलेट प्राप्त करना होगा। ये वॉलेट आपकी निजी चाबियों के लिए एक डिजिटल फाइल के रूप में कार्य करते हैं।
बिटकॉइन ट्रेडिंग के लिए कौशल, ज्ञान और पूंजी की आवश्यकता होती है। गोता लगाने से पहले क्रिप्टो मुद्रा व्यापार से जुड़े जोखिमों को समझना महत्वपूर्ण है। मुद्रा कुख्यात रूप से अस्थिर है और पारंपरिक उपकरणों की तुलना में अधिक जोखिम भरा है। बढ़ी हुई अस्थिरता उच्च लाभ के अवसर प्रदान कर सकती है, लेकिन इससे आपको बड़ा नुकसान भी हो सकता है। नतीजतन, यह जानना आवश्यक है कि अपने जोखिमों का प्रबंधन कैसे करें और अपने बजट के भीतर रहें।
ट्रेडिंग संकेतक
ट्रेडिंग संकेतक व्यापारियों को बेहतर निर्णय लेने में मदद करते हैं। उदाहरण के लिए, अस्थिरता संकेतक मापता है कि बिटकॉइन की कीमत कितनी अस्थिर है। यह व्यापारियों को बाजार की स्थितियों का अध्ययन करने और निवेश करने का निर्णय लेने में मदद कर सकता है। यह अक्सर उन व्यापारियों के लिए उपयोगी होता है जो त्वरित निर्णय लेना चाहते हैं। हालांकि, आपको ऐसे संकेतकों का उपयोग करना चाहिए जो आपकी ट्रेडिंग रणनीति के साथ अच्छी तरह से काम करते हैं।
जबकि संकेतक 100% सटीकता के साथ बाजार की कीमतों का अनुमान नहीं लगा सकते हैं, वे रुझान और संभावित व्यापारिक अवसर दिखा सकते हैं। वे भविष्य के मूल्य आंदोलनों को निर्धारित करने के लिए ग्राफ़ और फ़ार्मुलों का उपयोग करके काम करते हैं। संकेतक खरीदारों और विक्रेताओं के अगले कदम की भविष्यवाणी करने में सक्षम हैं।
बिटकॉइन ब्रोकर चुनना
इससे पहले कि आप बिटकॉइन में निवेश करने का निर्णय लें, एक भरोसेमंद बिटकॉइन ब्रोकर चुनना महत्वपूर्ण है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह पंजीकृत और विनियमित बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है? है, आपको बिटकॉइन ब्रोकर के लाइसेंस नंबर और वेबसाइट की जांच करनी चाहिए। साथ ही, आपको यह देखना चाहिए कि ब्रोकर के बारे में ग्राहकों का क्या कहना है। आपको ऐसे ब्रोकर के साथ डील करने से बचना चाहिए जिसकी नकारात्मक समीक्षा हो और जिसकी कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया न हो।
बिटकॉइन ब्रोकर चुनते समय, आपको एक ऐसा प्लेटफॉर्म चुनना होगा जो आपकी आवश्यकताओं और लक्ष्यों के अनुकूल हो जैसे कि Bitcoin Revival app । यदि आप इस प्रकार के निवेश के लिए नए हैं, तो ब्रोकरेज की तलाश करना एक अच्छा विचार है जिसे अन्य निवेशकों द्वारा अनुशंसित किया गया है। इन दलालों को कुछ मानकों को पूरा करना होगा, जिसमें एक स्तरीय नियामक लाइसेंस, कम शुल्क, बड़ी व्यापारिक मात्रा और दैनिक भुगतान विधियों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है।
सीएफडी को हेजिंग टूल के रूप में
उपयोग करना बिटकॉइन ट्रेडिंग करते समय सीएफडी को ‘हेजिंग’ टूल के रूप में उपयोग करना एक लोकप्रिय अभ्यास है, लेकिन यह रणनीति जोखिम के बिना नहीं है। हालांकि सीएफडी का एक लंबा इतिहास है, वे जोखिम के बिना नहीं हैं, खासकर क्योंकि उनमें आपको पर्याप्त कर्ज या निवेश के कुल नुकसान के साथ छोड़ने की क्षमता है। सीएफडी ट्रेडिंग से जुड़े कुछ खतरे नीचे सूचीबद्ध हैं।
सीएफडी लीवरेज्ड उत्पाद हैं, जिसका अर्थ है कि उन्हें प्रत्येक व्यापार के लिए एक छोटे से मार्जिन की आवश्यकता होती है। उत्तोलन निवेशकों को बढ़ती या घटती कीमतों का लाभ उठाने की अनुमति देता है। इस तरह, वे अपने स्वयं के पैसे का निवेश करने की तुलना में कम कीमत पर बेचकर अपनी लाभ क्षमता को अधिकतम कर सकते हैं। CFDs को आमतौर पर बोली और आस्क प्राइस के जोड़े में उद्धृत किया जाता है। बोली मूल्य उच्चतम मूल्य है जिसे खरीदार भुगतान करने के लिए तैयार है, जबकि पूछ मूल्य वह न्यूनतम मूल्य है जिसे विक्रेता स्वीकार करने को तैयार है।
बिटकॉइन वॉलेट चुनना
वहाँ कई बिटकॉइन वॉलेट हैं, लेकिन आपको अपनी आवश्यकताओं के लिए सही चुनना सुनिश्चित करना चाहिए। हर एक सुरक्षा, सुविधा और पहुंच का एक अलग स्तर प्रदान करता है। यदि आप अपने बिटकॉइन बिटकॉइन का निर्माण कैसे होता है? को स्टोर करने और व्यापार करने का एक सुविधाजनक तरीका , तो एक ऑनलाइन वॉलेट पर विचार करें। हालाँकि, ऑनलाइन वॉलेट उतने सुरक्षित नहीं हैं जितने कि भौतिक। सही वॉलेट चुनने के लिए, कुछ महत्वपूर्ण कारकों पर विचार करें जैसे कि सुविधा, कॉइन सपोर्ट और बिल्ट-इन सर्विसेज।
जो लोग बिटकॉइन का व्यापार करना चाहते हैं, उनके लिए वॉलेट आवश्यक हैं। उन्हें निजी कुंजी और सार्वजनिक कुंजी संग्रहीत करने की आवश्यकता होती है जो आपको बिटकॉइन भेजने और प्राप्त करने में सक्षम बनाती हैं। आपको एक ऐसा वॉलेट चुनना चाहिए जो आपको पूरी सुरक्षा और एक अच्छा यूजर इंटरफेस प्रदान करे। वॉलेट को बैकअप सुविधाएं भी देनी चाहिए। किसी विशेष वॉलेट के लिए समझौता करने से पहले आपको उपयोगकर्ता समीक्षाएं और फ़ोरम भी देखना चाहिए। हार्डवेयर वॉलेट भी महत्वपूर्ण हैं, और आपको किसी एक को चुनते समय डिज़ाइन, उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस, निर्माता प्रतिष्ठा और लागत पर विचार करना चाहिए।