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FOREX क्या है?

FOREX क्या है?

फ़ॉरेक्स क्या है

यह अनुमान है कि विश्व फ़ॉरेक्स बाजारों में औसतन 3.6 ट्रिलियन डॉलर का ट्रेड हर दिन होता है। फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग का अधिकांश हिस्सा किसी एक केंद्रीकृत या संगठित विनिमय पर नहीं बल्कि इंटरबैंक मुद्रा बाजार में ब्रोकरों के माध्यम से होता है। इंटरबैंक मुद्रा बाजार चौबीस घंटे का बाजार है जो दुनिया भर में सूर्य का अनुसरण करता है। ऑस्ट्रेलिया में खुलने और यू.एस. में बंद होने के बावजूद, विनिमय जोखिम युक्त संगठनों के लिए बाजार मौजूद है, सट्टेबाज भी विनिमय दरों में बदलाव के संबंध में उनकी अपेक्षाओं से लाभ के प्रयास में फ़ॉरेक्स बाजारों में भाग लेते हैं।

फ़ॉरेक्स का ट्रेड कौन करता है

प्रारंभिक भाग में, फ़ॉरेक्स बाजार का उपयोग संस्थागत निवेशकों द्वारा किया जाता था जो वाणिज्यिक और निवेश उद्देश्यों के लिए बड़ी मात्रा में लेनदेन करते थे। आज हालांकि, आयातकों और निर्यातकों, अंतरराष्ट्रीय पोर्टफोलियो प्रबंधकों, बहुराष्ट्रीय निगमों, सट्टेबाजों, दैनिक ट्रेडर, लंबी अवधि के धारकों और हेज फंड सभी फ़ॉरेक्स बाजार का उपयोग करते हैं ताकि वे माल और सेवाओं के भुगतान कर सकें, वित्तीय आस्तियों में लेन-देन कर सकें और सट्टेबाजी के माध्यम से अपने जोखिम की हेजिंग या अपने जोखिम को बढ़ाकर मुद्रा की गति के जोखिम को कम करना या सट्टेबाजी कर सकें।

आज के सूचना सुपरहाइवे में फ़ॉरेक्स बाजार अब केवल संस्थागत निवेशक के लिए नहीं है। गत 10 वर्षों में गैर-संस्थागत ट्रेडरों में फ़ॉरेक्स बाजार तक पहुंचने और इससे मिलने वाले लाभों में वृद्धि देखी गई है। मेटाकोट्स मेटाट्रेडर जैसे ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को विशेष रूप से निजी निवेशक के लिए विकसित किया गया है और शैक्षिक सामग्री अधिक आसानी से उपलब्ध हो गई है। इन सभी ने निजी निवेशक के लिए फ़ॉरेक्स बाजार के आकर्षण को बढ़ाया है।

पिछले दशक में फ़ॉरेक्स बाजार में वृद्धि से निजी निवेशक को कई फायदे हुए हैं। ट्रेडर को शिक्षित करने के लिए ट्रेडिंग सामग्री कहीं अधिक आसानी से उपलब्ध हो गई है। फोरम के माध्यम से सहायता सेवाएं तेजी से लोकप्रिय हो गई हैं और इस मामले में कि आप निजी निवेशक अब स्वयं खाते में ट्रेड नहीं करना चाहते हैं, आपके पास पेशेवर धन प्रबंधक हैं जो प्रबंधित खातों के माध्यम से कार्यभार संभाल लेंगे। संक्षेप में निजी निवेशक और लघु अवधि के ट्रेडर के लिए मुख्य लाभ हैं:

विदेशी मुद्रा भंडार क्या है? | Foreign Exchange Reserves – UPSC Notes

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देश के विदेशी मुद्रा भंडार में एक बार फिर से गिरावट हुई है.

विदेशी मुद्रा भंडार क्या होता है?

विदेशी मुद्रा भंडार किसी भी देश के केंद्रीय बैंक में रखी गई धनराशि या अन्य परिसंपत्तियां होती हैं, ताकि आवश्यकता पड़ने पर वह अपनी देनदारियों का भुगतान कर सकें। विदेशी मुद्रा भंडार को एक या एक से अधिक मुद्राओं में रखा जाता है। अधिकांशत: डॉलर और बहुत बा यूरो में विदेशी मुद्रा भंडार रखा जाता है। कुल मिलाकर विदेशी मुद्रा भंडार में केवल विदेशी बैंक नोट, विदेशी बैंक जमा, विदेशी ट्रेजरी बिल और अल्पकालिक और दीर्घकालिक विदेशी सरकारी प्रतिभूतियां सम्मिलित होनी चाहिए। हालांकि, सोने के भंडार, विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर), और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जमा राशि भी विदेशी मुद्रा भंडार का हिस्सा होता हैं।

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में शामिल हैं –

  1. विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियाँ (FCA)
  2. स्वर्ण भंडार
  3. विशेष आहरण अधिकार (SDR)
  4. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ रिज़र्व ट्रेंच

FCA

  • FCA ऐसी संपत्तियाँ हैं जिनका मूल्यांकन देश की स्वयं की मुद्रा के अतिरिक्त किसी अन्य मुद्रा के आधार पर किया जाता है.
  • FCA विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक है। इसे डॉलर के रूप में व्यक्त किया जाता है।
  • FCA में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्रा की कीमतों में उतार-चढ़ाव या मूल्यह्रास का असर पड़ता है।

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विदेशी मुद्रा भंडार का अर्थव्यवस्था के लिए महत्व

  • विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी सरकार और RBI को आर्थिक विकास में गिरावट के कारण पैदा हुए किसी भी बाहरी या अंदरुनी वित्तीय संकट से निपटने में सहायता करती है.
  • यह आर्थिक मोर्चे पर संकट के समय देश को आरामदायक स्थिति उपलब्ध कराती है।
  • वर्तमान विदेशी भंडार देश के आयात बिल को एक वर्ष तक संभालने के लिए पर्याप्त है।
  • विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी से रुपए को डॉलर के मुकाबले स्थिति दृढ़ करने में सहायता मिलती है।
  • वर्तमान समय में विदेशी मुद्रा भंडार सकल घरेलू उत्पाद (GDP) अनुपात लगभग 15% है।
  • विदेशी मुद्रा भंडार आर्थिक संकट के बाजार को यह भरोसा देता है कि देश बाहरी और घरेलू समस्याओं से निपटने में सक्षम है।

विदेशी मुद्रा भंडार का प्रबंधन कौन करता है?

  • आरबीआई विदेशी मुद्रा भंडार के कस्टोडियन और मैनेजर के रूप में कार्य करता है। यह कार्य सरकार से साथ मिलकर तैयार किए गए पॉलिसी फ्रेमवर्क के अनुसार होता है।
  • आरबीआई रुपए की स्थिति को सही रखने के लिए विदेशी मुद्रा भंडार का प्रयोग करता है। जब रुपया कमजोर होता है तो आरबीआई डॉलर की बिक्री करता है। जब रुपया मजबूत होता है तब डॉलर की खरीदारी की जाती है। कई बार आरबीआई विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने के लिए बाजार से डॉलर की खरीदारी भी करता है।
  • जब आरबीआई डॉलर में बढ़ोतरी करता है तो उतनी राशि के बराबर रुपया निर्गत करता है। इस अतिरिक्त तरलता (liquidity) को आरबीआई बॉन्ड, FOREX क्या है? सिक्योरिटी और एलएएफ ऑपरेशन के माध्यम से प्रबंधन करता है।

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RBI Alert List: इन 34 वेबसाइट्स से रहें सावधान, वरना एक गलती पड़ जाएगी भारी; आरबीआई ने दी ये चेतावनी

RBI issues Alert List: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने फॉरेक्स ट्रेड में शामिल 34 गैर अधिकृत एंटिटीज की एक अलर्ट लिस्ट जारी की है. RBI ने कहा कि ये सभी वेबसाइट्स फॉरेक्स ट्रेड (Forex Trade) के लिए अधिकृत नहीं हैं.

RBI issues Alert List: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने फॉरेक्स ट्रेड में शामिल 34 गैर अधिकृत एंटिटीज की एक अलर्ट लिस्ट जारी की है. RBI ने कहा कि ये सभी वेबसाइट्स फॉरेक्स ट्रेड (Forex Trade) के लिए अधिकृत नहीं हैं. आरबीआई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, सर्च इंजन, ओवर-द-टॉप प्लेटफॉर्म और गेमिंग ऐप समेत भारतीय निवासियों को फॉरेक्स ट्रेड फैसिलिटी की पेशकश करने वाले अनऑथराइज़्ड इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के भ्रामक एड्स के खिलाफ भी आगाह किया है.

RBI की ओर से जारी अलर्ट लिस्ट में 34 नाम

RBI की ओर से जारी अलर्ट लिस्ट में 34 नाम हैं. RBI ने लोगों को चेतावनी देते हुए इन 34 प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करने से मना किया है. RBI ने साफ किया है कि इन प्लेटफॉर्म्स के जरिए अगर विदेशी मुद्रा से जुड़ा कोई भी लेनदेन होता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

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साथियों फोरेक्स मार्केट में ट्रेडिंग करने से पहले आपको फोरेक्स मार्केट को समझना पड़ेगा। हम पहले फोरेक्स मार्केट को समझेंगे, की फोरेक्स क्या है ? इसमें ट्रेडिंग कैसे करते है ? ट्रेडिंग करते समय किन बातों का ध्यान रखना पड़ता है ? कैंडल क्या इशारे कर रही है ? उन इशारों को कैसे समझे ? क्या अब प्राइस ऊपर जायेगा या नीचे जायेगा ? ऐसे ही आपके मन में हजारों सवाल होंगे। इन सभी सवालों के जवाब आपको इस सीरीज में मिलने वाले है। बस आपको जरुरत है हमारे साथ बने रहने की।

दोस्तों यह सीरीज इतनी सरल भाषा में है की यदि कोई बच्चा भी इस पोस्ट को पढ़ रहा है तो उसे भी समझ में आ जायेगा की फोरेक्स मार्केट क्या है ? और इससे पैसे कैसे कमाते है? इस सीरीज को पढ़ते समय आपको ऐसा लगेगा की आपके साथ यह साइट ( only4us.in ) आपसे बात कर रही है। यह साइट आपके सपनो को पहले से जानती है और उनको पूरा करने में आपका पूरा सहयोग कर रही है। आपको ऐसा लगेगा की यह साइट सिर्फ आपके लिए ही है। और हाँ यदि आपको इस पोस्ट से थोड़ा सा भी ज्ञान मिला तो इसे शेयर जरूर करना। और कमेंट में हमें यह बताना की आपको किस टॉपिक पर अगली पोस्ट चाहिए। तो चलिए शुरू करते है।

सबसे पहले आपको यह जानना है की फोरेक्स किस चिड़िया का नाम है। अब आप सोचेंगे की मैंने इसे चिड़िया क्यों कहा, तो आपकी जानकारी के लिए बता दूँ की यदि आपने सही तरीके से फोरेक्स में काम किया तो आपके लिए फोरेक्स एक FOREX क्या है? ऐसी चिड़िया बन जाएगी जो आपको रोज सोने के अंडे देगी। जी हाँ आपने सही पढ़ा सोने के अंडे। यहाँ सोने के अंडे से मतलब आपकी साइड इनकम से है।

फोरेक्स यह दो शब्दों से मिल कर बना है फॉरेन + एक्सचेंज। कई लोग इसे FX भी कहते है। वैसे फोरेक्स का मतलब होता है OTC मार्किट। ( ग्लोबल, ओवर-द-काउंटर मार्केट ) फोरेक्स एक ऐसी जगह है जहाँ ट्रेडर, निवेशक, कम्पनिया, बैंक आदि यह लोग यहाँ निवेश करते है। और विश्व स्तर पर करेन्सियां खरीदते और बेचते है। तथा मुनाफा कमाते है। यह मार्केट 24 घंटे और सप्ताह में 5 दिन खुलता है शनिवार और रविवार यह मार्केट बंद रहता है।

जिस जगह हम फॉरेन करेंसी को खरीदते और बेचते है उस जगह को फोरेक्स मार्केट कहते है। मतलब एक ऐसा मार्केट जहाँ पर विदेशी मुद्राओं का क्रय - विक्रय या आदान प्रदान होता है। जब किसी करेंसी के मूल्य में उतार चढाव होता है तो उसी समय उनके बढ़ते और घटते मूल्य में व्यापार होता है। यहाँ पर ध्यान रखने वाली बात यह है की आपको यह अनुमान लगाना पड़ता है की कौन सी करेंसी के प्राइस ऊपर जायेंगे और कौन सी करेंसी के प्राइस नीचे। यह अनुमान कैसे लगाया जाए। यही हमें समझना है यदि आपने यह समझ लिए तो बस आप पैसे कमाते जाओगे।

फोरेक्स मार्केट में करेंसी को ख़रीदा और बेचा जाता है। वहां पर आप किसी भी करेंसी को जोड़े में खरीद और बेच सकते है। यह दुनिया का सबसे बड़ा मार्केट होता है। इंडिया में शेयर मार्केट का एक महीने का कुल बिज़नेस जितना होता है। फोरेक्स मार्केट में लगभग उतना ही बिज़नेस एक दिन में होता है। मतलब फोरेक्स मार्केट यह करेंसी का समुन्द्र है। जिसमे आप जितनी करेंसी चाहो उतना निकाल सकते हो। बस जरुरत है आपको थोड़े से नॉलेज की।

यदि आपने बिना नॉलेज के ही फोरेक्स मार्केट में ट्रेडिंग शुरू कर दिया तो आप अपनी करेंसी अपना पैसा गँवा भी सकते है। इसलिए आप पहले नॉलेज ले। जानकारी एकत्रित करे उसे अच्छे से समझे और फिर शुरू करें फोरेक्स मार्केट में ट्रेडिंग। दोस्तों जानकारी कही से भी मिले यदि वह आप के काम की है, आपका उस जानकारी से फायदा होने वाला है तो आप वह जानकारी ले सकते हो।

करेंसी को खरीदते और बेचते है तो उसे फोरेक्स ट्रेडिंग कहते है। जब किसी करेंसी के मूल्य में उतार चढाव होता है तो उस स्थिति में व्यापार का निर्माण होता है। उस समय जो करेंसी का क्रय - विक्रय होता है उसी को फोरेक्स ट्रेडिंग कहते है।

इस सवाल को हम एक उदहारण से समझने की कोशिश करते है। मान लीजिये आप इंडिया के बाहर कही घूमने गए। और जब आप घूम फिर कर वापस आये तो आपके पास $1000/- डालर बच गए। आप जब घूमने गए थे तब $ डालर का भाव इंडिया के हिसाब से 78.13 /- रुपये था। जब आप वापस आये तब $ डालर का भाव 78.89/- हो गए। अब आपके पास जो $ 1000/- बचे है, उसमे आप का प्रॉफिट हुआ 760/- रुपये का। ये कैसे हुआ। बैठे-बैठे आपके पैसे कैसे बढ़ गए। यही फोरेक्स मार्केट का कमाल है। आप अपने घर में बैठे-बैठे दुनिया की किसी भी करेंसी में ट्रेडिंग कर के पैसे कमा सकते है।

फोरेक्स मार्केट, एक ऐसा मार्केट है जो 24 घंटे और सप्ताह में 5 दिन चालू रहता है। शनिवार और रविवार 2 दिन यह बंद रहता है। आप अपनी सुविधा के अनुसार अपना समय चुन सकते है। और फोरेक्स मार्केट में ट्रेडिंग शुरू कर सकते है। और एक साइड इनकम बना सकते है।

फोरेक्स ट्रेडिंग मार्केट काम कैसे करते है यह समझने के लिए मै आपको एक उदहारण देता हूँ। इसके जरिये आप आसानी से समझ जायेंगे। फोरेक्स ट्रेडिंग हमेशा दो करेंसी के जोड़े में होती है। जैसे GBP/USD, EUR/USD, CAD/USD आदि। यदि आप नए है तो ये जोड़ियां आपको समझ में नहीं आ रही होंगी। आगे हम इस विषय पर बात करेंगे। पहले समझते है की फोरेक्स ट्रेडिंग काम कैसे करता है।

मान लीजिये आपने फोरेक्स ट्रेडिंग में डॉलर के बदले 2000 यूरो लिया हैं। जिस वक्त आपने यूरो ख़रीदा उस वक्त डॉलर/यूरो (USD/EUR) का एक्सचेंज रेट 1.45 था मतलब आपने 2000 यूरो खरीदने के लिए 2900 डॉलर दिए। कुछ समय पश्चात् एक्सचेंज रेट में थोड़ी सी हलचल हुई और रेट में परिवर्तन हुआ और एक्सचेंज रेट बढ़कर 1.55 हो गया। अब ध्यान देने वाली बात यह है की जब आप 2000 यूरो बेचोगे तो आपको 3100 डॉलर मिलेगा। इस तरह आपको कुल 200 डॉलर का फायदा होगा। इसी तरह अगर यूरो बेचने के वक्त एक्सचेंज रेट 1.35 हुआ तो आपको उन्हीं 2000 यूरो के बदले 2700 डॉलर मिलेंगे यानी आपको 200 डॉलर का नुकसान होगा।

एक तरह से समझा जाये तो कौन सी करेंसी के प्राइस बढ़ने वाले है और कौन सी करेंसी के प्राइस कम होने वाले है। इसका सिर्फ अंदाजा लगा कर हमें फोरेक्स ट्रेडिंग करना होता है। और यह अंदाज लगाना हमें सिखने से तथा अनुभव से आता है। बस इतनी सी चीज आपने, मन लगाकर ईमानदारी से सिख लिया तो समझो आप ने बहुत कुछ सिख लिया।

forex market न्यूज़

बहुत दिनों बाद डॉलर आया रुपये के नीचे, डॉलर के मुकाबले 53 पैसे उछलकर 73.69 रुपये पर पहुंचा

वैश्विक मानक माने जाने वाला ब्रेंट कच्चा तेल का वायदा भाव 1.32 प्रतिशत बढ़कर 72.01 डॉलर प्रति बैरल हो गया।

लगातार 6वें दिन मजबूत हुआ रुपया, डॉलर के मुकाबले 7 पैसे बढ़कर 70.85 पर हुआ बंद

ऐसी आशंका है कि ये आंकड़े निराशाजनक हो सकते हैं और इससे मुद्रा की तेजी पर अंकुश लग सकता है।

12 पैसे की बढ़त के साथ रुपया पहुंचा एक माह के उच्‍चतम स्‍तर पर, डॉलर के मुकाबले 70.92 पर हुआ बंद

फ्यूचर कारोबार में ब्रेंट क्रूड 0.51 प्रतिशत गिरकर 63.92 डॉलर प्रति बैरल रहा।

डॉलर के मुकाबले रुपया हुआ थोड़ा मजबूत, बुधवार को 13 पैसे की बढ़त के साथ 71.53 पर हुआ बंद

मंगलवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय बाजार में 1131.12 करोड़ रुपए के शेयरों की बिकवाली की।

विदेशी मुद्रा भंडार 34.7 करोड़ डॉलर बढ़कर 448.60 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा

देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार नवें सप्ताह बढ़ता हुआ 22 नवंबर को समाप्त सप्ताह में 34.7 करोड़ अमेरिकी डॉलर बढ़करक 448.60 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।

रुपए की टूटी कमर, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 72.09 रुपए के स्‍तर पर हुआ बंद

फॉरेक्स ट्रेडर्स ने बताया कि कमजोर औद्योगिक उत्पादन और कमजोर वैश्विक कारणों से बुधवार को फॉरेक्स मार्केट में भी कमजोरी का दौर हावी रहा।

लगातार तीसरे दिन जारी रहा रुपए में तेजी का सिलसिला, डॉलर के मुकाबले 33 पैसे मजबूत होकर 68.41 पर पहुंचा

बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशी निधियों की धननिकासी, कच्चेतेल के बढ़ते मूल्य और घरेलू शेयरों में बिकवाली बढ़ने से रुपए का लाभ सीमित हो गया।

डॉलर के मुकाबले 40 पैसे मजबूत हुआ रुपया, तेजी के साथ 68.74 रुपए प्रति डॉलर पर हुआ बंद

फॉरेक्स डीलर्स ने कहा कि विदेशी फंड के सतत निर्वाह और घरेलू शेयरों में भारी खरीदारी से रुपए को बल मिला, हालांकि अमेरिका डॉलर के मजबूत होने और कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि ने इसे सीमित कर दिया।

रुपए में चौथे दिन भी आई गिरावट, डॉलर के मुकाबले 19 पैसे टूटकर 71.24 पर हुआ बंद

ब्रेंट क्रूड भी आज 0.26 प्रतिशत कमजोरी के साथ 60.48 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।

रुपए के मजबूत होने का सिलसिला टूटा, डॉलर के मुकाबले 75 पैसे कमजोर होकर 70.18 पर हुआ बंद

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए में मजबूती का सिलसिला बुधवार को टूट गया और यह 75 पैसे गिरकर 70.18 पर बंद हुआ।

सरकार और आरबीआई के बीच लड़ाई का दिखने का लगा बुरा असर, शुरुआती कारोबार में रुपया 43 पैसे टूटा

आयातकों की ओर से डॉलर की मांग बढ़ने तथा विदेशी निवेशकों की सतत लिवाली से बुधवार को अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार के शुरुआती कारोबार में रुपया 43 पैसे कमजोर होकर 74.11 रुपए प्रति डॉलर पर आ गया।

आयातकों की डॉलर मांग से शुरुआती कारोबार में रुपए में दो पैसे की नरमी

आयातकों की डॉलर मांग निकलने से बुधवार को कारोबार के शुरुआती दौर में डॉलर के मुकाबले रुपया दो पैसे कमजोर पड़कर 64.35 रुपए प्रति डॉलर रह गया।

एक अमेरिकी डॉलर के FOREX क्या है? FOREX क्या है? मुकाबले भारतीय रुपया सोमवार को 7 पैसा कमजोर होकर 64.65 पर खुला

हफ्ते के पहले कारोबारी सत्र में भारतीय रुपए की शुरुआत गिरावट के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 7 पैसा कमजोर होकर 64.65 पर खुला है।

एक महीने के निचले स्तर पर रुपया, शुक्रवार को 9 पैसे कमजोर होकर 64.72 प्रति डॉलर पर खुला

हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में भारतीय रुपए की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 9 पैसा कमजोर होकर 64.72 पर खुला है।

एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया गुरुवार को 9 पैसा मजबूत होकर 64.46 पर खुला

गुरुवार के कारोबारी सत्र में भारतीय रुपए की शुरुआत मजबूती के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 9 पैसा मजबूत होकर 64.46 पर खुला है।

एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया बुधवार को 2 पैसा कमजोर होकर 64.55 पर खुला

बुधवार के कारोबारी सत्र में भातीय रुपए की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 2 पैसा कमजोर होकर 64.55 पर खुला है।

एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया शुक्रवार को 3 पैसा मजबूत होकर 64.56 पर खुला

हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में भातीय रुपए की शुरुआत मजबूती के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 3 पैसा मजबूत होकर 64.56 पर खुला है।

अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने से टूटा रुपया भारतीय रुपया, 12 पैसा कमजोर होकर 64.66 प्रति डॉलर पर खुला

हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में भातीय रुपए की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 12 पैसा कमजोर होकर 64.66 पर खुला है।

डॉलर के मुकाबले 23 पैसे की गिरावट के साथ रुपया दो सप्ताह के न्‍यूनतम स्तर पर बंद

अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में वृद्धि करने तथा आगे के लिए ग्रोथ की संभावना कायम रखने के बाद डॉलर के मुकाबले रुपए को करारा झटका लगा।

भारतीय रुपया 3 पैसे की मजबूती के साथ 64.27/$ पर खुला, कमजोर आर्थिक आंकड़ों से डॉलर में आई गिरावट

अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने के बावजूद डॉलर लगातार गिर रहा है। इसी का फायदा उठाते हुए गुरुवार को भारतीय रुपए की शुरुआत मजबूती के साथ हुई है।

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