शेयर बाजार क्या है

6.1 संक्षिप्त विवरण IPO प्रक्रिया समझने के बाद और कंपनी के प्राइमरी और सेकेंडर� ..
Share Market in Hindi | शेयर बाजार किसे कहते हैं | शेयर बाजार क्या है?
बाज़ार (Market) एक ऐसी जगह है, जहाँ पर किसी भी वस्तु को खरीदा एवं बेचा (Sale and Purchase) जाता है। बाज़ार में बेचने वाले एक जगह पर होतें हैं, ताकि खरीदारों को वस्तु खरीदने में आसानी हो जाए अर्थात बाजार वह शब्द है, जहां पर वस्तुओं और सेवाओं का क्रय – विक्रय (Sale Purchase) होता है।
उसी प्रकार, शेयर बाज़ार एक ऐसा बाज़ार है, जहाँ कंपनियों के शेयर (हिस्सा) खरीदे-बेचे जाते हैं। किसी भी दूसरे बाज़ार की तरह शेयर बाज़ार में भी खरीदने और बेचने वाले एक-दूसरे से मिलते हैं और मोल-भाव करके शेयर को खरीद लेते हैं।
कंप्यूटर अर्थात इंटरनेट की दुनिया से पहले शेयरों की खरीद-बिक्री मौखिक (बोलियों) रूप से होती थी। खरीदने एवं बेचने वाले दोनों एक दूसरे के सामने बैठकर ही सौदे किया करते थे। लेकिन जब से कंप्यूटर अर्थात इंटरनेट आया है, तब से यह सारा लेन-देन ऑनलाइन हो गया है, अर्थात स्टॉक एक्सचेंज के नेटवर्क से जुड़े कंप्यूटरों के जरिये होता है।
3.1 संक्षिप्त विवरण शेयर बाजार में आपके एक शेयर खरीदने से ले कर उस शेयर के आपके ..
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कंपनी शेयर क्यों बेचती है
आप सोच रहे होंगे कि कंपनी अपना शेयर मार्केट में जारी क्यों करता है। एक कंपनी को बहुत बड़े पूंजी की आवश्यकता होती है। उसे शुरू करने के लिए जो एक या दो आदमी के पूंजी से नहीं हो सकता है। इसलिए कंपनी मार्केट से धन उठाती है जिसके लिए वह अपने शेयरों को मार्केट में जारी करता है।
आप जब कोई बिजनेस शुरू करते हैं तो उसके लिए बैंक से लोन लेते हैं जिसके लिए आपको निर्धारित ब्याज चुकाना पड़ता है। लेकिन बड़ी कंपनियां बैंकों से लोन शेयर बाजार क्या है नहीं ले कर छोटे निवेशकों से शेयरों के द्वारा निवेश करवाता है।
कंपनी अपना फायदा और नुकसान दोनों में निवेशकों को साथ रखता है। अगर कंपनी डूब जाता है तो उसे बैंक का कर्ज को वापस करना ही होता है।
जबकि निवेशकों से शेयर के द्वारा निवेश किए गये धन को वापस करने की आवश्यकता नहीं होती है। कंपनी में जब फायदा होता है तो अपने निवेशकों को उसका हिस्सा इमानदारी से दे देता है।
क्या है शेयर बाजार के पीछे छिपे अर्थ?
शेयर बाजार के पीछे छिपा अर्थ यह है कि यह अर्थव्यवस्था का प्रतिनिधित्व करता है। अर्थव्यवस्था कितना अच्छा कर रही है, इसके आधार पर शेयर बाजार ऊपर या नीचे जाता है। उदाहरण के लिए, अगर अर्थव्यवस्था अच्छा कर रही है, तो शेयर बाजार ऊपर जाएगा। अगर अर्थव्यवस्था खराब प्रदर्शन कर रही है, तो शेयर बाजार नीचे जाएगा।
शेयर बाजार एक जटिल प्रणाली है जिसके कई छिपे हुए अर्थ और निहितार्थ हैं। कुछ लोगों का मानना है कि यह अर्थव्यवस्था के स्वास्थ्य को मापने का एक तरीका है, जबकि अन्य का मानना है कि यह केवल पैसा कमाने का एक तरीका है। लोग चाहे जो भी मानें, शेयर बाजार एक जटिल प्रणाली है जिसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए।
शेयर बाजार का असली उद्देश्य क्या है?
शेयर बाजार का वास्तविक उद्देश्य एक ऐसी प्रणाली प्रदान करना है जहां शेयर बाजार क्या है व्यवसाय निवेशकों को अपनी कंपनी के शेयर जारी करके और बेचकर धन जुटा सकें।
शेयर बाजार
भंडारमंडी सार्वजनिक बाजारों को संदर्भित करता है जो स्टॉक एक्सचेंज या ओवर-द-काउंटर पर व्यापार करने वाले शेयरों को जारी करने, खरीदने और बेचने के लिए मौजूद हैं। शेयर बाजार (शेयर बाजार भी कहा जाता है) पैसा निवेश करने के कई रास्ते देता है, लेकिन यह विश्लेषण के साथ किया जाना है (तकनीकी विश्लेषण ,मौलिक विश्लेषण आदि) और उसके बाद ही किसी को लेना चाहिएबुलाना कानिवेश.
स्टॉक, जिसे . के रूप में भी जाना जाता हैइक्विटीज, एक कंपनी में आंशिक स्वामित्व का प्रतिनिधित्व करते हैं, और शेयर बाजार एक ऐसा स्थान है जहां निवेशक ऐसी निवेश योग्य संपत्तियों के स्वामित्व को खरीद और बेच सकते हैं। एक कुशलतापूर्वक कार्यशील शेयर बाजार को आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि यह कंपनियों को शीघ्रता से उपयोग करने की क्षमता देता हैराजधानी जनता से।
स्टॉक मार्केट में कौन काम करता है?
स्टॉक मार्केट से जुड़े कई अलग-अलग खिलाड़ी हैं, जिनमें ट्रेडर, स्टॉकब्रोकर, पोर्टफोलियो मैनेजर, स्टॉक एनालिस्ट और इनवेस्टमेंट बैंकर शामिल हैं। प्रत्येक की एक अनूठी भूमिका होती है।
शेयर दलालों
स्टॉकब्रोकर लाइसेंस प्राप्त पेशेवर शेयर बाजार क्या है हैं जो निवेशकों की ओर से प्रतिभूतियां खरीदते और बेचते हैं। ब्रोकर निवेशकों की ओर से स्टॉक खरीद और बेचकर स्टॉक एक्सचेंज और निवेशकों के बीच मध्यस्थ के रूप में कार्य करते हैं।
पोर्टफोलियो प्रबंधक
ये ऐसे पेशेवर हैं जो ग्राहकों के लिए पोर्टफोलियो, या प्रतिभूतियों का संग्रह निवेश करते हैं। इन प्रबंधकों को विश्लेषकों से सिफारिशें मिलती हैं और पोर्टफोलियो के लिए खरीदने या बेचने का निर्णय लेते हैं।म्यूचुअल फंड कंपनियां,हेज फंड, और पेंशन योजनाएँ निर्णय लेने के लिए पोर्टफोलियो प्रबंधकों का उपयोग करती हैं और उनके पास मौजूद धन के लिए निवेश रणनीतियाँ निर्धारित करती हैं।
आप शेयर बाजार में कैसे निवेश करते हैं?
शेयर बाजार में निवेश करना बहुत ही आसान प्रक्रिया है। आपको दो खाते खोलने होंगे- डीमैट औरट्रेडिंग खाते.
सबसे पहले, एक खोलने के लिएडीमैट खाता ऑनलाइन आपको कुछ दस्तावेजों की आवश्यकता है जैसे-
डीमैट खोलने के बाद, आप ऑनलाइन ब्रोकरों के साथ ट्रेडिंग खाता खोल सकते हैं।
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Good information sir,thank you.
AMFI Registration No. 112358 | CIN: U74999MH2016PTC282153
Mutual fund investments are subject to market risks. Please read the scheme information and other related documents carefully before investing. Past performance is not indicative of future returns. Please consider your specific investment requirements before choosing a fund, or designing a portfolio that suits your needs.
शेयर खरीदने के लिए क्या करना होगा?
शेयर बाजार में पांव रखने से पहले आपको चाहिए डिमैट अकाउंट. जैसे बैंक में बचत, एफडी में निवेश के लिए बैंक अकाउंट चाहिए वैसे ही शेयर मार्केट में निवेश के लिए डिमैट अकाउंट होना जरूरी है. डीमैट के जरिए ही शेयर्स को खरीदा-बेचा जाता है, होल्ड किया जाता है. यह एक तरह से शेयर्स का डिजिटल अकाउंट है.
डीमैट अकाउंट मतलब- डीमटेरियलाइज्ड यानी किसी भी फिजिकल चीज का डिजिटलाइज होना. डिमैट अकाउंट आप चंद सैकेंड में खोल सकते हैं. आधार कार्ड, पैन शेयर बाजार क्या है कार्ड जैसी केवाईसी डॉक्यूमेंट लगती हैं. इसके लिए ब्रोकर की जरूरत होती है. अब ब्रोकर कोई व्यक्ति भी हो सकता है और कंपनी भी. ब्रोकर की वेबसाइट या एप पर जाकर डिमैट अकाउंट आसानी से खोला जा सकता है. अगर आप नेटबैंकिंग करते हैं तो आपके बैंक की वेबसाइट या एप पर भी डिमैट अकाउंट खोल सकते हैं. आमतौर पर इसकी लिए कोई फीस नहीं देनी होती लेकिन यह कंपनी पर निर्भर करता है कि वे डिमैट के लिए कितना वसूलना चाहते हैं.
किस कंपनी का शेयर खरीदें?
जवाब है किसी अच्छी कंपनी है, क्योंकि अच्छी कंपनी के शेयर्स अच्छा रिटर्न देते हैं. अच्छी कंपनी मतलब जिसका प्रॉफिट, प्रोडक्ट, भविष्य अच्छा हो. शेयर मार्केट की भाषा में इसे कंपनी के फंडामेंटल्स यानी बुनियादी बातें कहते हैं, कंपनी के फंडामेंटल्स अच्छे हैं तो कंपनी का भविष्य अच्छा माना जाता है. इसके लिए आपको कंपनी की सालाना बैलेंस शीट पर नजर रखनी होती है. यानी कंपनी कितना कमा रही है, कितना कर्ज है, कितना मुनाफा हो रहा है? कंपनी के शेयर्स ने पहले कैसा प्रदर्शन किया है. ये सब देखना होता है. कई बार खबरें भी कंपनी के शेयर्स को प्रभावित करती हैं. जैसे कि जब दुनिया के सबसे अमीर आदमी ईलॉन मस्क ने ट्विटर को खरीदने का ऐलान किया तो निवेशकों में ट्विटर के शेयर्स शेयर बाजार क्या है को खरीदने की होड़ लग गई. लेकिन निवेशक केवल कंपनी के फंडामेंटल्स पर ध्यान दें तो भी काम बन सकता है. सबसे पहले ऐसे शेयर में निवेश करें जो सुरक्षित हैं. यानी उन बड़ी कंपनियों के शेयर्स खरीदें जो दशकों पुरानी हैं, प्रॉफिट में रहती है और आगे भी रहेंगी. इससे आप नुकसान में नहीं रहेंगे. जब इसमें निवेश कर लें तो शेयर्स को स्टडी करना सीखें, कंपनी की बैलेंस शीट पढ़ना सीखें.
ट्रेडिंग या निवेश?
एक्सपर्ट कहते हैं कि 5 साल, 10 साल या उससे भी ज्यादा समय के लिए निवेश करने वाले फायदे में रहते हैं. यानी लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट. अब शेयर बाजार को गहनता से समझने वाले और रिस्क उठा सकने वाले ही शॉर्ट टर्म या हर रोज शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं. कितना और कितने समय शेयर बाजार क्या है के लिए निवेश? अब सबसे पहले आप ये तय करें कि निवेश कितना करना है और कितने समय के लिए. फिर तय करें कि आप निवेश करना क्यों चाहते हैं यानी कि आपका उद्देश्य क्या है. जैसे, शिक्षा, शादी या घर खरीदने जैसे गोल्स. इसी अनुसार आप आगे बढ़ते हैं और तभी आप फैसला ले पाएंगे कि आपको किस शेयर में निवेश करना है. शेयर मार्केट में शुरुआत धीमी रखें.
अगर आपके पास इन सब के लिए समय नहीं है या समझ नहीं है तो ऐसी स्थिति में आप किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट से ही सलाह लें, एक्सपर्ट को बताएं कि आप कितना खर्च करना चाहते हैं और कितने समय के लिए. आपका निवेश का उद्दश्य क्या है और आप निवेश से कितने रिटर्न की अपेक्षा रखते हैं. एक उपाय म्यूचुअल फंड भी हैं. जिसमें कुछ एक्सपर्ट आपके जैसे कई निवशकों के पैसे को कहां लगाना है ये तय करते हैं.