FOMC क्या है?

सोने-चांदी पर जानकारों का नजरिया
FED क्या होता है !
Federal Reserve System दुनिया की सबसे समृद्ध देश यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका का सेंट्रल बैंकिंग सिस्टम है, इसको हम सभी FED के नाम से जानते है!
जिस तरह से हमारे देश में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया है जो हमारे देश में बैंकिंग व्यवस्था फाइनेंशियल को मैनेज करने का काम करती है उसी तरह से यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका में FED होता है, जो वहां के लिए पॉलिसी बनाती है, यह दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे ताकतवर संस्था है, यह जो नीति बनती है उसका प्रभाव पूरी दुनिया के इकोनॉमी पर पड़ता है, इसके काम की बात करे तो यह अमेरिका के लिए Financial System बनाने का काम करती है !
FED कैसे बना है ?
फेड की शुरुवात 23 Dec 1913 में हुई थी, अगर आप वर्त्तमान में इसकी बात करे तो इसमें 12 क्षेत्रीय फेडरल रिज़र्व बैंक से मिल कर बना है, इसमें हर एक भौगालिक क्षेत्र से आता है, यानि हर क्षेत्र का अपना एक बैंक होता है और कुल 12 बैंक मिल कर इसको बनाते है !
Windfall Tax यह एक ऐसा टैक्स होता है जिसको सरकार तब लगाती है जब किसी कंपनी को अप्रत्याशित कारण से मुनाफा होता है, तब सरकार उसके ऊपर यह टैक्स लगाती है जिससे सरकार को भी उस मुनाफे का लाभ मिल सके आम तौर सरकार ऐसा टैक्स बहुत चीज़ो पर ही लगाती है! अभी हाल के … Read more
हमारे देश में सरकार Electric कार के उपयोग को बढ़ावा देना चाहती है इसके लिए सरकार तरह तरह के कदम उठा रही है, जिससे जितनी जल्दी से जल्दी भारत के लोग पेट्रोल डीज़ल को छोड़ कर के इलेक्ट्रिक कारो का उपयोग करने लगे इसके लिए भारत सरकार ने 2030 तक 100% इलेक्ट्रिक में जाने का … Read more
Gold Silver Rate Today 16 Dec 2021: US Fed ने ब्याज दरों में नहीं किया बदलाव, सोने-चांदी में अब क्या करें?
Gold Silver Rate Today 16 Dec 2021: अमेरिकी फेडरल रिजर्व के द्वारा 2022 में बॉन्ड खरीद कार्यक्रम घटाने के फैसले और ब्याज दरों में तीन बार बढ़ोतरी किए जाने की संभावना से बीते सत्र में सोने-चांदी में गिरावट दर्ज की गई. बुधवार को विदेशी बाजार में सोना-चांदी गिरावट के साथ बंद हुआ था. वहीं दूसरी ओर रुपये में कमजोरी की वजह से घरेलू वायदा बाजार यानी MCX पर सोना-चांदी उतार-चढ़ाव के साथ बंद हुआ था. फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया है. हालांकि महंगाई में बढ़ोतरी और जॉब मार्केट में सुधार को देखते हुए FOMC समिति ने ट्रेजरी के लिए मासिक शुद्ध संपत्ति खरीद को 20 अरब डॉलर और प्रतिभूतियों के लिए 10 अरब डॉलर कम करने का निर्णय लिया है. अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने कहा है कि मार्च 2022 तक बॉन्ड खरीदारी बंद की जाएगी.
US Fed Hike Interest rate: हो गया खुलासा, इसलिए RBI ने बढ़ाई थी अचानक Repo Rate!
पूरी दुनिया के केंद्रीय बैंकों ने महंगाई पर एक साथ वार शुरू कर दिया है। अमरीकी रिजर्व बैंक ( Federal Reserve FOMC क्या है? Bank) ने बुधवार को बेंचमार्क ब्याज दरों में 0.50% की बढ़ोतरी की है। इसके पहले 16 मार्च को अमरीकी फेडरल बैंक ने ब्याज दरों में 0.25% की बढ़ोतरी की थी। अब यूएस में ब्याज FOMC क्या है? दरें 0.75 से 1 प्रतिशत की रेंज में पहुंच गई हैं। फेड के इस कदम से एक दिन पहले RBI ने भी ब्याज दरों में 0.40% की बढ़ोतरी की है। माना जा रहा है कि फेड के इस झटके से निपटने के लिए ही RBI ने एक दिन पहले ही रेपो रेट बढ़ाई थी। पढ़िए, क्या और क्यों.
ब्याज दरों में बढ़ोतरी की घोषणा करते हुए फेड के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान , प्रेस कॉन्फ्रेंस में 22 सालों की सबसे बड़ी 0.50% की बढ़ोतरी ब्याज दरों में की गई।
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3. FPI Flow: जुलाई महीने में FPI Outflow काफी कम रहा. अब तक के डेटा के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शुद्ध आधार पर 1,368 करोड़ रुपये की निकासी की है. वहीं, जून में ये आंकड़ा 50,203 करोड़ रुपये पर रहा था. मई महीने में यह 39,993 करोड़ रुपये FOMC क्या है? FOMC क्या है? पर रहा था.
अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक ने 2018 के बाद अब की ब्याज दरों में बढ़ोतरी
अमेरिका। पिछले 21 दिनों के दौरान रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के चलते दुनियाभर के देशों पर कोई न असर कोई पड़ा ही है। चाहे वो पॉजिटिव हो या नेगेटिव। कई देशों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ा है। ऐसे में अब अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने का ऐलान किया है। बता दें, अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में यह बढ़ोतरी साल 2018 के बाद अब पहली बार की है।
ब्याज दरों में बढ़ोतरी :
दरअसल, अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक ने अपने ग्राहकों को एक झटका देते हुए ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर दी है। इस बढ़त के तहत बैंक द्वारा 0.25% का इजाफा किया गया है। इस बढ़त के साथ ही एक आक्रामक योजना तैयार की गई है जो, अत्यधिक मुद्रास्फीति और यूक्रेन में युद्ध से उत्पन्न आर्थिक जोखिमों का मुकाबला करने के लिए और कोरोना से जूझने से लेकर अगले साल प्रतिबंधात्मक स्तर तक उधार लेने की लागत को आगे बढ़ाने के लिए तैयार की गई है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक द्वारा यह बढ़त नीति निर्धारण फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की दो दिवसीय बैठक खत्म होने के बाद की गई।