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शेयर मार्केट डाउन क्यूँ होता है?

शेयर मार्केट डाउन क्यूँ होता है?

शेयर मार्केट क्या होता है और कैसे सीखें? What is share market in hindi

लोग कहते है पैसा ही सब कुछ नहीं होता! हाँ, बिल्कुल सही बात है पैसा ही सब कुछ नहीं होता, पैसे से सब कुछ नहीं खरीदा जा सकता लेकिन पैसा जरुरतें पूरी करता है और जब तक आप जिन्दा है जरुरतें पैदा होती रहेगी। इसलिए पैसा कमाने के बारे में सोचते रहिये।

Table of Contents

शेयर मार्केट या स्टॉक मार्केट क्या होता है?

शेयर मार्केट को ही स्टॉक मार्केट कहते है। भारत में दो शेयर मार्केट है NSE तथा BSE

BSE में 5000 से अधिक कंपनियां जुड़ी हुई है।

NSE में 1000 से ज्यादा कंपनियां जुड़ी हुई है।

शेयर मार्केट में इन जुड़ी हुई कंपनियों की हिस्सेदारी बेची जाती हैं लेकिन अब आप सोच रहे होंगे कि जब व्यक्ति कोई कंपनी खुद बनाता है तो उसकी हिस्सेदारी दूसरे लोगो को क्यों बेचता है।

चलिए इसे उदाहरण के द्वारा समझते है

मान लीजिए कि एक बड़ी कंपनी है जो साल भर में करोड़ों रुपये कॉल बिज़नेस करती है लेकिन अब वह कंपनी और आगे बढ़ना चाहती है जिसके लिए उसे और ज्यादा सामान मैनुफैक्चर करना पड़ेगा लेकिन ऐसा करने के लिए उसे करोड़ो या अरबों रुपए कि जरुरत है।

वह पैसा इकक्ठा करने के लिए कंपनी शेयर मार्केट में अपने आप को लिस्ट करवाती है और अपनी कंपनी की हिस्सेदारी (शेयर) बेचती है।

शेयर खरीदने का क्या मतलब होता है?

किसी भी कंपनी के शेयर खरीदने का मतलब है कि आप उस कंपनी के हिस्सेदार बन गए हैं। अगर भविष्य में वह कंपनी मुनाफा कमाती है तो उसमें आपको भी पैसा दिया जाता है। यह पैसा आपके शेयर मार्केट वाले अकाउंट में आ जाता है।

उदाहरण के तौर पर अगर आपने 2001 में रॉयल एनफील्ड बुलेट बाइक बनाने वाली कंपनी “आयशर मोटर्स” (Eicher Motors) के ₹50,000 के शेयर खरीदे होते तो आज वो ₹50,000 बढ़कर एक 7 करोड़ से भी अधिक हो गए हैं। 20 साल में आपको 50 हजार रुपए के बदले 7 करोड़ रुपए मिलते।

ये हैं शेयर मार्केट की असली ताकत और इसके लिए आपको कुछ भी काम नहीं करना पड़ता।

आपको इतना अधिक पैसा इसलिए मिलता क्योकि कंपनी के शेयर के भाव या दाम बढ़ गए है। कंपनी के शेयर के भाव इसलिए बढ़ गए क्योंकि “आयशर मोटर्स” (Eicher Motors) ने अच्छी गाड़ी बनाई जिनकी मार्केट में काफी डिमांड है। इसलिए उसके शेयर की डिमांड बढ़ जाती है और डिमांड बढ़ने पर पैसा भी बढ़ जाता है।

शेयर होल्डर किसे कहते हैं

शेयर होल्डर का मतलब शेयर को होल्ड (पकड़) या खरीद कर रखना कोई भी व्यक्ति जो किसी कंपनी के शेयर खरीदता है उसे उस कंपनी का शेयर होल्डर कहा जाता है।

कंपनी शेयर मार्केट में क्यों आती है?

जैसा कि आप जानते है कि कंपनी शेयर मार्किट में पैसा इकक्ठा करने के लिए आती है ताकि वह और अधिक सामान का प्रोडक्शन करने के लिए फैक्ट्री लगा सके। चलिए अब बार फिर उदाहरण से समझते हैं कि कंपनी शेयर मार्केट में आ कर शेयर क्यों बेचती है।

मान लीजिए आपने पानी से चलने वाली गाड़ी के इंजन का आविष्कार कर लिया है और आपने उस इंजन को पेटेंट भी ले लिया है। पेटेंट का मतलब होता है कि अब सिर्फ आप ही उस इंजन को अगले 20 साल तक बना सकते हैं कोई और कंपनी उस इंजन की कॉपी करके नहीं बना सकती है और अगर कोई ऐसा करता है तो आप उस पर कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं।

आपने पानी से चलने वाले इंजन का आविष्कार तो कर लिया लेकिन ढेर सारे इंजन बनाने के लिए आपको फैक्टरी लगानी पड़ेगी और उसके लिए करोड़ों रुपये की जरूरत पड़ेगी।

आईपीओ (IPO) क्या होता है?

अब आप अपनी कंपनी को शेयर मार्केट में लिस्ट करवातें हैं। इस प्रक्रिया को आईपीओ करते हैं कोई भी कंपनी जब पहली बार शेयर मार्केट के साथ जुड़ती है तब आईपीओ (इनिशियल पब्लिक ऑफर) लिए जाते हैं। फिर शेयर्स को इन्वेस्टर खरीद लेते हैं और इन्वेस्टर उन शेयरों को एक्सचेंज में बेच देते हैं और फिर उसके बाद कोई भी व्यक्ति उस कंपनी के शेयर को खरीद सकता है।

पैसा इकक्ठा करने के लिए आप आपकी कंपनी को शेयर मार्केट में लिस्ट करवाएंगे और लोग आपकी कंपनी के शेयर खरीदेंगे जिससे आपके करोड़ो रुपए आ जायेंगे अब आप उस पैसे से अपनी फैक्टरी बना सकते हैं।

लोग शेयर किस कंपनी के खरीदते हैं?

लोग शेयर उसी कंपनी के खरीदते हैं जिस कंपनी की भविष्य में डिमांड बढ़ने वाली होती है।

जैसे कि आगे आने वाले समय में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की काफी डिमांड बढ़ जाएगी और पेट्रोल, डीजल की गाड़ियां धीरे-धीरे बंद हो जाएंगी। इसलिए वर्तमान में जो व्यक्ति इलेक्ट्रिक गाड़ी बनाने वाली कंपनी के शेयर खरीद कर अपने पास रख लेगा भविष्य में वह व्यक्ति करोड़ो रुपए कमाएगा।

NSE तथा BSE क्या है?

NSE तथा BSE भारत के दो बड़े स्टॉक एक्सचेंज हैं। स्टॉक एक्सचेंज वे होता है जहाँ शेयर खरीदे तथा बेचे जाते हैं। स्टॉक एक्सचेंज का काम ये होता है कि यह कंपनी से शेयर खरीद कर कस्टमर को दे देता है।

NSE – नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange)

BSE – बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange)

भारत में और भी स्टॉक एक्सचेंज है। लेकिन सबसे ज्यादा ट्रेंडिंग इन दो एक्सचेंज में ही होती है। ये दोनों मुंबई में स्थित है। BSE एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है। इसकी स्थापना 1873 में हुई थी।

NSE की स्थापना 1992 में हुई थी। NSE के द्वारा सारा कार्य कंप्यूटर पर होने लगा। आज मोबाइल के बहुत सारे एप्लिकेशन आ गए है जिन पर अकाउंट बनाकर आप से जब चाहे तब शेयर खरीद और बेच सकते हैं आपको कही जाने की जरूरत नहीं है।

भारत के कुछ अन्य स्टॉक एक्सचेंज के उदाहरण

  • Calcutta Stock Exchange Limited (CSE)
  • India International Exchange (INDIA INX)
  • Multi Commodity Exchange of India (MCX)
  • National Commodity and Derivatives Exchange (NCDEX)
  • Indian Commodity Exchange Limited (ICEX)
  • Metropolitan शेयर मार्केट डाउन क्यूँ होता है? Stock Exchange of India Limited (MSE)
  • National Stock Exchange IFSC Limited

शेयर मार्केट डाउन क्यों होता है?

शेयर मार्केट में दो तरह से पैसा कमाया जा सकता है शेयर खरीदकर तथा शेयर बेचकर। शेयर खरीदने वाले को बुल(सांड) तथा बेचने वाले को बीयर (भालू) कहते हैं।

जब भी देश और दुनिया से कोई भी अच्छी या बुरी खबर आती है तो उसका असर शेयर मार्केट में देखने को मिलता है।

जैसे दो देशो के मध्य युद्ध शुरू हो गया तो बीयर (बहुत सारे शेयर को एक साथ बेचने वाले व्यक्ति) अपने शेयर को एक साथ बेचने लगते हैं और आम इंसान जिनको शेयर मार्केट का ज्ञान नहीं है वो समझ नहीं पाते है और थोड़ा समय निकल जाने पर आम आदमी भी अपने शेयर बेचने लगता है इस तरह शेयर के भाव नीचे आ जाते है।

जब एक निश्चित सीमा पर जाकर भाव स्थिर हो जाता है। उस समय पर बुल (बहुत सारे शेयर को एक साथ खरीदने वाले व्यक्ति) एक साथ शेयर खरीदना शुरू करते हैं और भाव बढ़ा देते हैं। बुल तथा बियर बड़ी-बड़ी कंपनियां होती है जो हजारों शेर को एक साथ खरीदती तथा बेचती है।

शेयर मार्केट का गणित

शेयर मार्केट का गणित समझने के लिए आपको शेयर मार्केट सीखना पड़ेगा। शेयर मार्केट कैसे सीखें।

शेयर मार्केट में सीखना आसान काम नहीं है। इसमें बहुत सारी बातें होती है जिनको सीखना होता है। जैसे IPO, Demat Account, Sensex and Nifty, Dividend, Commodity, Derivatives, Currency, Bonus etc.

निष्कर्ष

मैं उम्मीद करता हूँ कि यह पोस्ट पढ़ने के बाद आपको शेयर मार्केट क्या है? पूरी जानकारी हिंदी में (What is share market in Hindi) समझ आ गया होगा
शेयर मार्केट अपने आप में बहुत बड़ा सब्जेक्ट है अगर आप इसमें अपने कैरियर बनाना चाहते है तो आपको इसे पूरी तरह समझने में कम से कम 1 साल का समय लग सकता है और उसके बाद भी इसमें काम करने के लिए आपको अनुभव की जरुरत पड़ेगी

'Share market'

Sensex Nifty today: सेंसेक्स के शेयरों में एशियन पेंट्स, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, इंफोसिस, लार्सन एंड टुब्रो और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने शुरुआती कारोबार में बढ़त दर्ज की. वहीं, दूसरी तरफ महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति, टाइटन, टेक महिंद्रा और भारती एयरटेल नुकसान के साथ कारोबार कर रहे थे.

Paytm share price today: सॉफ्टबैंक ग्रुप वन97 कम्युनिकेशंस के 2 करोड़ 90 लाख शेयरों को बेच सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि स्टॉक 555 से 601.45 रुपये प्रति शेयर की रेंज में बेचा जाएगा.

Stock Market Opening : दुनियाभर के अन्य बाजारों ने भी गुरुवार को गिरावट के संकेत दिए हैं. एसजीएक्स निफ्टी में 67 अंकों की गिरावट देखने को मिली है.

EKI Energy Services Share Update: 2021 में, ईकेआई ने भारत में "नेचर-बेस्ड" परियोजनाओं को विकसित करने के लिए शेल पीएलसी के साथ एक संयुक्त उद्यम में प्रवेश किया था. यह 1.6 बिलियन डॉलर का टाई-अप था.

Paytm stock price today: पेटीएम के सबसे बड़े शेयरधारकों में अलीबाबा ग्रुप और इसकी फिनटेक कंपनी एंट ग्रुप शामिल है. इसके साथ ही सॉफ्टबैंक ग्रुप का नाम भी इसके बड़े शेयरधारकों में शुमार है.

Sensex, Nifty today: आज ऑटो, तेल और गैस सहित बैंकिंग सेक्टर में 0.5-1 फीसदी की तेजी देखी गई. वहीं, मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स का कारोबार सपाट नोट पर समाप्त हुआ.

माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर को खरीदने के बाद से मस्क को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। Musk ने Twitter की डील के कुछ दिनों बाद ही Tesla के कम से कम 3.95 अरब डॉलर के शेयर्स बेचे हैं

स्पाइसजेट के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा कि विमान ईंधन (एटीएफ) की ऊंची कीमतें और रुपये में गिरावट से उद्योग पर असर पड़ा है.

Share Market Updates : मंगलवार को सेंसेक्स 158.85 अंक चढ़कर 61,783 पर और निफ्टी 49 अंक की बढ़त के साथ 18,378.15 के लेवल पर खुला. हालांकि, दोनों बेंचमार्क इंडेक्स उतार-चढ़ाव के बाद निचले स्तर पर कारोबार कर रहे थे.

Sensex-Nifty Today: आज के कारोबार के अंत में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 170.89 अंक यानी 0.28 प्रतिशत की गिरावट के साथ 61,624.15 अंक पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी कारोबार के अंत में 20.55 अंक यानी 0.11 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 18,329.15 अंक था.

Stock Market: एक दिन की बढ़त के बाद फिसला बाजार, सेंसेक्स-निफ्टी लाल निशान में क्लोज, पॉवर ग्रिड सबसे ज्यादा लुढ़का

Stock Market Closing: एक दिन की तेजी के बाद आज मार्केट में मुनाफावसूली देखने को मिली है. दिनभर के कारोबार के बाद सेंसेक्स और निफ्टी (Sensex-Nifty) दोनों इंडेक्स लाल निशान में क्लोज हुए हैं.

By: ABP Live | Updated at : 18 May 2022 03:43 PM (IST)

Edited By: Shivani

शेयर मार्केट में गिरावट (फाइल फोटो)

Stock Market Closing: एक दिन की तेजी के बाद आज मार्केट में मुनाफावसूली देखने को मिली है. दिनभर के कारोबार के बाद सेंसेक्स और निफ्टी (Sensex-Nifty) दोनों इंडेक्स लाल निशान में क्लोज हुए हैं. आज के कारोबार के बाद सेंसेक्स 109.94 अंक यानी 0.20 फीसदी फिसलकर 54,208.53 के लेवल पर बंद हुआ है. वहीं, निफ्टी 19.00 अंकों की मामूली गिरावट के साथ शेयर मार्केट डाउन क्यूँ होता है? 16,240.30 के लेवल पर बंद हुआ है.

17 स्टॉक्स में रही बिकवाली
सेंसेक्स के टॉप-30 शेयर्स में से आज 17 स्टॉक्स लाल निशान में क्लोज हुए हैं. वहीं, 13 शेयर्स में खरीदारी रही है. आज पॉवर ग्रिड के स्टॉक 4 फीसदी फिसलकर टॉप लूजर रहा है. इसके अलावा टेक महिंद्रा, एसबीआई, भारती एयरटेल, एलटी, बजाज फाइनेंस, विप्रो, एनटीपीसी, एचसीएल टेक, टाटा स्टील, ICICI Bank, Titan, इंफोसिस, एचडीएफसी समेत कई शेयर्स में बिकवाली देखने को मिली.

हरे निशान में बंद होने वाले शेयर्स
इसके अलावा गेनर शेयर्स की बात करें तो इसमें अल्ट्रा केमिकल के अलावा एचयूएल, एशियन पेंट्स, सन फार्मा, आईटीसी, एक्सिस बैंक, रिलायंस, मारुति, डॉ रेड्डी, एमएंडएम, कोटक बैंक, टीसीएस और HDFC Bank हरे निशान में क्लोज हुए हैं.

किन सेक्टर्स में रही तेजी?
सेक्टोरियल इंडेक्स में मिलाजुला कारोबार देखने को मिल रहा है. आज के कारोबार के बाद फार्मा, FMCG और हेल्थकेयर सेक्टर में खरीदारी रही है. इसके अलावा सभी सेक्टर्स लाल निशान में बंद हुए हैं.

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किन सेक्टर्स में रही गिरावट?
आज के बिकवाली वाले सेक्टर्स की लिस्ट में ऑयल एंड गैस, कंज्यूमर ड्यूरेबल, रियल्टी, प्राइवेट बैंक, पीएसयू बैंक, मेटल, मीडिया, आईटी, फाइनेंशियल सर्विसेज और निफ्टी बैंक सेक्टर शामिल हैं.

Published at : 18 May 2022 03:37 PM (IST) Tags: Stock Market Today stock market news Stock Market Crash हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

शेयर मार्केट क्या है – What is Share Market in Hindi – हिंदी में

शेयर मार्केट

शेयर मार्केट क्या है, शेयर बाजार या Stock market एक ऐसे मार्केट को कहा जाता है, जो की असल में एक कलेक्शन होता है. बहुत से markets और exchanges जहां की रेगुलर ढंग से शेयर की बिक्री और खरीदी करते हैं. यहाँ पर केवल उन companies के share की ख़रीदारी और बिक्री होती है, जो शेयर मार्केट के लिस्ट में जुड़ी होती हैं. यह ऐसी कंपनी होती है, जिसमें आप अपना पैसा निवेश कर सकते हैं.

शेयर मार्केट एक इलेक्ट्रॉनिक मार्केट है, यहां निवेशक अपने शेयर को बेच और खरीद सकते हैं. यदि इसे आसान शब्दों में कहें तो शेयर मार्केट किसी सूचीबद्ध कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने-बेचने की जगह है. यह बीएसई या एनएसई में ही किसी लिस्टेड कंपनी के शेयर ब्रोकर के माध्यम से बेचे और खरीदे जाते हैं, क्या आपको पता है ऐसी कौन सी जगह है, जहां अपने पैसे दो पल लगाने के बाद लोगों को मुनाफा प्राप्त होता है, वो जगह share market या शेयर बाज़ार कहलाता है,शेयर बाजार के बारे में आप सभी ने सुन ही रखा होगा. मगर इसके बारे में जानकारी सबके पास नहीं होती है, इसीलिए आज हम आपको शेयर मार्केट क्या है, इसके बारे में बताएंगे.

शेयर मार्केट क्या है

Share Market और Stock Market एक ऐसा market है, जहाँ बहुत से companies के shares ख़रीदे और बेचे जाते हैं,यह एक ऐसी जगह है, जहां कुछ लोग बहुत पैसे कमा लेते हैं, यह फिर अपने सारे पैसे गवा देते हैं, यदि आप किसी कंपनी का शेयर खरीदते हैं, तो इसका मतलब है. कंपनी में आपकी भी साझेदारी हो जाती है.

आप जितने शेयर खरीदेंगे उस हिसाब से आपको उतने प्रतिशत का मालिक बन जाते हैं. मतलब ये है कि अगर उस कंपनी का भविष्य में मुनाफा होता है, तो आप को दुगुना पैसा वापस मिलेगा और अगर घाटा हुआ तो आपको एक भी पैसा नहीं मिलेगा. यानी आप का पूरी तरह से नुकसान हो जाएगा.

जिस तरह Share Market में पैसे बनाना आसान है, ठीक उसी तरह यहाँ पैसे गवाना भी उतना ही आसान है, क्योंकि शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव होते रहते हैं. तो आइए आगे जानते हैं, शेयर मार्केट के बारे में कुछ जानकारियां.

शेयर मार्केट में शेयर कब खरीद सकते हैं

आपको थोड़ा बहुत तो पता ही होगा की शेयर मार्केट क्या है,चलिए जान लेते है शेयर बाज़ार में शेयर कब खरीदें. Stock Market में share खरीदने से पहले आप इस लाइन में पहले experience gain कर लें की यहाँ कैसे और कब invest करना चाहिये, और कैसी कंपनी में आप अपना पैसा लगाएं और आपको मुनाफा मिले.

शेयर मार्केट के बारे में अच्छी तरह से जानकारी प्राप्त करें फिर इसके बाद इस पर निवेश करें,Share market में कौन सी कंपनी का share बढ़ा या गिरा इसके बारे में जानने के लिए economic times जैसे newspaper पढ़ सकते हैं या फिर NDTV Business न्यूज़ चैनल भी देख सकते हैं, जहाँ से आपको Share Market की पूरी जानकारी प्राप्त हो जाएगी.

इसमें बहुत सारा रिस्क होता है, इसीलिए यहां आप तभी निवेश करें जब आपकी आर्थिक स्थिति सही हो क्योंकि यहां घाटा भी हो सकता है, या फिर आप ऐसा भी कर सकते हैं, कि शुरू में आप Share Market में थोड़े से पैसे से निवेश करें ताकि आगे जाकर आपको ज्यादा घाटा ना हो जैसे आपका इस field में knowledge और experience बढेगा वैसे वैसे आप धीरे धीरे अपने निवेश को और बढ़ा सकते हैं.

शेयर मार्केट में पैसे कैसे लगाएं

शेयर मार्किट में पैसा कमाने के लिए आपको एक Demat account बनाना होता हैं, इसके भी दो तरीके हैं, पहला तरीका तो आप एक दलाल (broker) के पास जाकर एक Demat account खुलवा सकते हैं.

Demat account में हमारे शेयर के पैसे रखे जाते हैं, जिस तरह की हम किसी bank के खाते में अपना पैसा सुरक्षित रख सकते हैं, ठीक उसी तरह,अगर आप share market में निवेश कर रहे हैं, तो आपका demat account खुलवाना बहुत जरूरी है.

कंपनी का प्रॉफिट होने के बाद जितना मुनाफा आपको मिलेगा वह सारे पैसे आपके demat account में जायेंगे ना की आपके bank account में और demat account आपके savings account के साथ लिंक रहता है. अगर आप चाहे तो उस demat account से अपने bank account में पैसे transfer कर सकते हैं.डिमैट अकाउंट खुलवाने के लिए आपको किसी भी बैंक में एक सेविंग अकाउंट होना चाहिए और अकाउंट खुलवाने के लिए आपके पास pan card की copy और address proof होना जरूरी है.दूसरा तरीका है, कि आप किसी भी बैंक में जाकर अपना डिमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं.

शेयर मार्केट डाउन क्यों होता है

अभी के समय में शेयर मार्केट डाउन होने का क्या कारण है, उन विषयों के बारे में जानकारी.

1.जैसा किआपको पता ही है, किसी भी बड़े धारक विपदा के कारण Share Market Down हो जाता है, वहीँ इस समय में coronavirus विपदा के कारण consumer behavior में बड़ा बदलाव हो जाता है, वहीँ इससे businesses को काफी नुकसान होता है, जिससे की short-term earnings के लिए अपने stocks को बेच देते हैं, वही शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव होता रहता है.

2. इस Coronavirus Crisis का कोई भी सही solution अभी तक मेह्जुद नहीं है, जिससे की ये investor sentiment को डरा देता है. वहीँ इससे Shares में भारी मात्रा में गिरावट देखने को मिलती है.

3.विदेशी संस्थागत निवेशकों को मुख्य रूप से ईटीएफ की बिक्री से वैश्विक जोखिम का सामना करना पड़ता है, शेयर बाजार में यह 25,000 करोड़ रुपये के स्टॉक को प्रभावित करता है. कम कीमत वाले शेयर 2022, सबसे सस्ते शेयर कौन से हैं.

हम यहां पर जानेंगे बेहतरीन 10 कम कीमत वाले शेयर 2022 में, क्योंकि सब के पास पैसे नहीं होते हैं, इसलिए यहाँ पर हम ऐसे कुछ share के बारे शेयर मार्केट डाउन क्यूँ होता है? में जानेंगे जिनकी क़ीमत 10 रुपये से कम हो,यदि आप भी उनमें से हैं, जो शेयर बाजार में कम पूंजी के साथ 10 से कम कीमत वाले शेयर 2022 में निवेश करके लाखों रुपए कमाना चाहते हैं, नीचे दी गई सूची में देखें.

NO.COMPANYPRICE
1Suzlon Energy LtdRs.9
2Reliance Power LtdRs.12
3RattanIndia Power LtdRs.6
4Jaiprakash Power Ventures Limited Rs.8
5MSP Steel & Power LtdRs.10

ध्यान दें कि जब मैंने ये लिस्ट बनायी थी, तब इन share की क़ीमत इतनी ही थी, यह शेयर रोज ऊपर नीचे होते रहते हैं

शेयर बाजार क्यों हुआ धड़ाम, 5 प्वाइंट्स में समझिए गिरावट की वजह

घरेलू शेयर बाजार में सोमवार को तेज गिरावट आई। BSE का सूचकांक सेंसेक्स 1189.73 अंक की गिरावट के साथ 55,822.01 पर बंद हुआ। वहीं, NSE का इंडेक्स निफ्टी 2.18 फीसदी की गिरावट के साथ 16,164.20 पर बंद हुआ।.

शेयर बाजार क्यों हुआ धड़ाम, 5 प्वाइंट्स में समझिए गिरावट की वजह

घरेलू शेयर बाजार में सोमवार को तेज गिरावट आई। BSE का सूचकांक सेंसेक्स 1189.73 अंक की गिरावट के साथ 55,822.01 पर बंद हुआ। वहीं, NSE का इंडेक्स निफ्टी 2.18 फीसदी की गिरावट के साथ 16,164.20 पर बंद हुआ। दिन के कारोबार के दौरान सेंसेक्स 55,132.68 के लेवल तक गिर गया था। स्टॉक मार्केट में सोमवार को निवेशकों को 6.81 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। आइए समझते हैं कि स्टॉक मार्केट में इस तेज गिरावट की क्या वजह रही.

ओमिक्रॉन से सहमा शेयर बाजार

जहां देश में ओमिक्रॉन के मामले 150 के पार चले गए हैं। वहीं, कई देशों में स्थिति और भी बदतर हो गई है। ओमिक्रॉन को लेकर दुनिया भर में अनिश्चितता का माहौल है। ब्रिटेन में ओमिक्रॉन वेरियंट्स से अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा, ब्रिटेन में एक स्टडी में कहा है कि इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि डेल्टा के मुकाबले ओमिक्रॉन वेरियंट लोअर सिवैरिटी वाला है। अगर घरेलू बाजार की बात करें तो सोमवार यानी 20 दिसंबर को सिनेमाहाल, टूर एंड ट्रैवल्स, बैंक, NBFC, होटल कारोबार से जुड़ी कंपनियों के शेयर में गिरावट देखी गई है। एक्सपर्ट भी शेयर बाजार में बड़ी गिरावट की वजह ओमिक्रॉन को ही बता रहे हैं।

लिक्विडिटी की समस्या

कोरोना की पहली और दूसरी लहर के समय सरकार की तरफ से कई तरह की मदद लोगों को की गई। यही वजह थी कि बाजार में एक्सेस लिक्विडिटी आई और उसका असर हमें म्यूचुअल फंड और इक्विटी मार्केट में भी दिखा था। लेकिन दुनिया भर के बैंक बढ़ती महंगाई से काफी चिंतित हैं यही वजह कि एक्सेस लिक्विडिटी को कंट्रोल करना चाहते हैं। बैंक ऑफ इंग्लैंड ने गुरुवार को ब्याज दरें 15 बेसिस प्वाइंट बढ़ा दी हैं, ऐसा करने वाला वो दुनिया का पहला सेंट्रल बैंक है। इसके अलावा, US फेड ने भी अपने हालिया के बयानों में ब्याज दर बढ़ाने का इशारा किया है। इन्हीं दोनों बैंकों की वजह से दुनिया भर के बाजार में गिरावट देखा गया है।

यूरोप में लॉकडाउन का डर

क्रिसमस और न्यू ईयर हॉलिडे से पहले कई यूरोपीय देशों में कोविड-19 को लेकर पाबंदियां बढ़ाई जा सकती हैं, क्योंकि ओमिक्रॉन वेरियंट तेजी से फैलता है। नीदरलैंड्स ने पहले ही अपने यहां लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। अगर ग्लोबल मार्केट्स की बात करें तो चाइनीज ब्लू चिप्स 0.4 फीसदी डाउन हैं। जापान के निक्केई में 1.7 फीसदी और दक्षिण कोरिया के बाजार में 1.2 फीसदी की गिरावट आई है।

ब्रोकेरज हाउस ने कहा, इंडियन इक्विटीज का शेयर मार्केट डाउन क्यूँ होता है? वैल्यूशन ज्यादा

एक्सपर्ट्स का कहना है कि सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही सूचकांक टेक्निकल करेक्शंस जोन में एंट्री कर गए हैं। अक्टूबर 2021 के अपने रिकॉर्ड हाई से इंडेक्स में करीब 12 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। इस साल के शुरुआती 10 महीने में सेंसेक्स में 20 फीसदी से ज्यादा का उछाल आया था। हालांकि, हाल के हफ्तों में गोल्डमैन सैक्स ग्रुप, नोमुरा होल्डिंग समेत कई ब्रोकरेज हाउसेज ने इंडियन इक्विटीज को लेकर अपने आउटलुक को घटाया है। उनका कहना है कि इसका वैल्यूएशन ज्यादा है।

बड़ी संख्या में IPO का आना

शेयर बाजार में साल 2021 को IPO का साल कहा जाएगा। एक के बाद एक कंपनियां अपना आईपीओ लेकर आई हैं, जिसकी तरफ निवेशक लपके भी हैं। एक वजह यह भी हो सकती है कि निवेशक इन IPO में निवेश करने के लिए मौजूदा मार्केट इनवेस्टमेंट से अपना पैसा निकालकर इन नई कंपनियों में लगा दिया है। कई बार शेयर बाजार में इस वजह से भी गिरावट देखने को मिलती है।

विदेशी निवेशकों ने दिसंबर में अब तक भारतीय बाजारों से 17,696 करोड़ रुपये निकाले हैं। आंकड़ों के मुताबिक एफपीआई ने 1-17 दिसंबर के बीच इक्विटी से 13,470 करोड़ रुपये, लोन सेक्शन से 4,066 करोड़ रुपये और हाइब्रिड इंस्ट्रूमेंट्स से 160 करोड़ रुपये निकाले। एफपीआई ने नवंबर में भारतीय बाजारों में 2,521 करोड़ रुपये की शुद्ध बिक्री की थी।

GCL सिक्योरिटीज के रवि सिंघल का कहना है कि निफ्टी और सेंसेक्स में गिरावट की 3 प्रमुख वजहें हैं- ओमिक्रॉन के बढ़ते मामले, FII और FPI का इंडियन इक्विटी मार्केट से पैसा निकालना और इनफ्लेशन (घरेलू और वैश्विवक बाजार दोनों जगह) में उछाल। उनका कहना है कि कोविड-19 की पहली और दूसरी लहर में लिक्विडिटी और इनफ्लेशन चिंता का विषय नहीं थे। लेकिन, मौजूदा बिकवाली की वजह कोविड के बढ़ते मामलों के साथ लिक्विडिटी का संकट और इनफ्लेशन है। सिंघल का कहना है कि अगर कोविड-19 के केसेज का बढ़ना जारी रहता है तो सप्लाई चेन से जुड़ी दिक्कत के कारण इनफ्लेशन में और उछाल आ सकता है। सिंघल के मुताबिक, ऐसी हालत में NSE निफ्टी 16,000 से 16,200 के स्तर तक जा सकता है।

Tradingo के फाउंडर पार्थ नयति कहते हैं, 'ओमिक्राॅन के बढ़ते मामले, दुनिया भर के बैंकों के रूख और FIIs की सेलिंग की चिंताओं की वजह से बाजार में गिरावट देखी गई।' वे कहतें हैं, 'अपने खराब से खराब की स्थिति में बाजार 16,000 से 16,200 तक आएगा। जबकि यह ऊपर 17,000 से 17,250 तक चढ़ सकता है। रियल एस्टेट, टेलीकाॅम बैंकिंग जैसे सेक्टर के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।'

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