निवेशकों के लिए ऑफर

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टीसीएस की शेयर बायबैक ऑफर में ये स्ट्रैटजी दिलाएगी छप्परफाड़ रिटर्न
निवेशकों के लिए ऑफर निवेशकों के लिए ऑफर Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: January 18, 2022 14:54 IST
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Highlights
- लंबी अविध के निवेशकों को इस बायबैक ऑफर से दूर रहना चाहिए
- छोटी अवधि के निवेशकों के लिए यह मौका है जल्द मोटा रिटर्न पाने का
- 4,500 रुपये प्रति शेयर मूल्य पर 18,000 करोड़ के शेयर बायबैक करेगी कंपनी
नई दिल्ली। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस लिमिटेड (टीसीएस) ने 4,500 रुपये प्रति शेयर के मूल्य पर 18,000 करोड़ रुपये तक के शेयर बायबैक (पुनर्खरीद) कार्यक्रम के ऐलान के बाद से निवेशकों में ऊहापोह की स्थिति हैं कि वो क्या करें? मंगवार को मामूली गिरावट के साथ टीसीएस के शेयर का भाव 4,003 रुपये था। यानी बायबैक ऑफर में निवेशकों को मौजूदा भाव 500 रुपये अधिक मिलेंगे। अब सवाल उठता है कि टीसीएस के शेयर होल्ड करने वाले निवशकों को बायबैक में भाग लेना चाहिए या नहीं?
बाजार निवेशकों के लिए ऑफर विशेषज्ञों की बायबैक पर राय
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि इस सवाल का जवाब छोटी और लंबी अवधि के निवेशकों के लिए अलग—अगल हैं। अगर कोई निवेशक छोटी अवधि के लिए निवेश कर रहा है तो उसे जरूर इस बायबैक ऑफर का फायदा लेना चाहिए। वहीं, अगर कोई निवेश लंबी अविध के लिए टीसीएस में निवेश किया है तो उसे इस बायबैक ऑफर से दूर रहना चाहिए। ऐसा इसलिए कि कोरोना महामारी के बाद आईटी कंपनियों की कमाई कई गुना बढ़ गई है। आगे भी आईटी की जरूरत कम नहीं होने वाली है। वहीं, टीसीएस आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी है। यानी कंपनी की आय आने वाले सालों में तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। अगर कंपनी की आय और मूल्यांकन बढ़ती है तो शेयर के मूल्य में उछाल आना तय है। यानी लंबी अवधि के लिए निवेश किए निवेशकों को मोटा रिटर्न मिलना तय है। विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशक को अपने शेयर बायबैक के तहत तभी बेचने चाहिए जब कंपनी के शेयर की वैल्यू काफी अधिक (ओवरवैल्यूड) है और कंपनी के पास ग्रोथ के कोई खास मौके नहीं हैं।
इस Maharatan सरकारी कंपनी में निवेश का आ रहा शानदार मौका, जानिए कब खुलेगा ऑफर फॉर सेल
नई दिल्ली, पीटीआइ। Maharatan Company ONGC में हिस्सेदारी खरीदने का मौका आ रहा है। सरकार कुछ फंड जुटाने के लिए इस कंपनी में अपनी 1.5 फीसद हिस्सेदारी बेच रही है। इस ऑफर के जरिए सरकार का लक्ष्य 3000 करोड़ रुपये जुटाना है। DIPAM सचिव तुहिन कांत पांडे ने Tweet किया- केंद्र सरकार ने ONGC में 94,352,094 इक्विटी शेयरों की बिक्री निवेशकों के लिए ऑफर के प्रस्ताव के जरिए 3,000 करोड़ रुपये से अधिक जुटाने का लक्ष्य रखा है। Oil & Natural Gas corp (ONGC) में 1.5% हिस्सेदारी बेचने के ऑफर में ग्रीन शू विकल्प भी रखा गया है। ऑफर के लिए फ्लोर प्राइस रुपये 159 रुपये होगा।
निवेशकों के लिए आज से खुला Archean Chemical Industries का IPO
Archean Chemical Industries IPO : जब-जब कंपनियों को कारोबार का विस्तार करने या किसी अन्य कारण के लिए पूंजी जुटाने की आवश्यकता होती है। तब-तब कंपनियां अपना IPO (Initial Public Offering) लेकर मार्केट में उतरती हैं, जिससे उन कंपनियों को पूंजी जुटाने में निवेशकों का भी साथ मिल जाता है। जब कंपनियां लिस्टेड हो जाती हैं तब निवेशकों के साथ ही कंपनियों को भी काफी मुनाफा होता है। हालांकि, कई बार कंपनियों को नुकसान भी उठाना पड़ता है। वहीं, आज यानी बुधवार से भारत की प्रमुख मेरिन केमिकल कंपनी आर्कियन केमिकल इंडस्ट्रीज (Archean Chemical Industries) का IPO खुल चुका हैं। आज से निवेशकों के लिए निवेश का अच्छा मौका है।
NFO के बारे में यहां जानिए सब कुछ
फंड हाउस अपने प्रोडक्ट बास्केट को पूरा करने के लिए एनएफओ लॉन्च कर सकता है. इस तरह वह निवेशकों को सभी तरह के प्रोडक्टों की पेशकश कर पाता है. उदाहरण के लिए अगर किसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी के पास इक्विटी सेविंग्स फंड या फार्मा निवेशकों के लिए ऑफर फंड नहीं है तो वह इस प्रोडक्ट के लिए एनएफओ ला सकती है.
एनएफओ ओपन एंडेड या क्लोज्ड एंडेड होते हैं. ओपन एंडेड फंड सब्सक्रिप्शन के लिए दोबारा खुलते हैं. खुलने के बाद इसमें किसी भी दिन निवेश का विकल्प रहता है. यह निवेश मौजूदा नेट एसेट वैल्यू (NAV) पर किया जाता है. वहीं, क्लोज्ड एंडेड फंड में सिर्फ ऑफर पीरियड के दौरान ही निवेश किया जा सकता है.
म्यूचुअल फंड के एनएफओ से आईपीओ कैसे अलग है?
कंपनियों के आईपीओ इश्यू और म्यूचुअल फंड कंपनियों के एनएफओ में बुनियादी अंतर है. आईपीओ इश्यू कोई कंपनी लाती है. वह निवेशकों से फंड जुटाने के लिए इसे लॉन्च करती है. आईपीओ आने के बाद वह शेयर बाजार में लिस्ट हो जाता है. इससे उस शेयर में खरीद-फरोख्त का रास्ता खुल जाता है.