फैलाव स्थिति

कपड़ों, संक्रमित बिस्तर, तौलिये या संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल किये गए खाने के बर्तन से भी यह फैल सकता है.
टीकाकरण दिशानिर्देश
यूएन एजेंसी ने मंगलवार को मंकीपॉक्स बीमारी फैलाव स्थिति से बचाव के लिये टीकाकरण के सम्बन्ध में भी नए दिशानिर्देश जारी किये हैं.
कुछ देशों ने चेचक (smallpox) के लिये पुरानी वैक्सीन की आपूर्ति बनाए रखी है, जिसका 1980 में उन्मूलन किया जा चुका है.
पहली पीढ़ी की उन वैक्सीन को राष्ट्रीय भण्डारों में रखा जाता है, और फ़िलहाल मंकीपॉक्स के विरुद्ध उनके इस्तेमाल की सिफ़ारिश नहीं की गई है.
इसकी वजह उनका मौजूदा सुरक्षा व विनिर्माण मानकों पर खरा ना फैलाव स्थिति उतर पाना बताई गई है.
स्मॉलपॉक्स के लिये नई और अपेक्षाकृत सुरक्षित टीके भी उपलब्ध हैं, जिनमें से कुछ का इस्तेमाल मंकीपॉक्स के विरुद्ध किया जा सकता है.
ऐसे ही एक टीके (MVA-BN) को बीमारी की रोकथाम के लिये स्वीकृति दी जा चुकी है, मगर इन नए टीकों की आपूर्ति सीमित है और उपलब्धता रणनीतियों पर चर्चा जारी है.
कोविड-19 संक्रमण में गिरावट
महानिदेशक घेबरेयेसस ने बताया कि कोविड-19 महामारी के संक्रमण मामले व मृतक संख्या, पिछले वर्ष बेहद ऊँचे स्तर पर पहुँच गए थे, मगर अब उसमें 90 फ़ीसदी की गिरावट दर्ज की जा चुकी है.
“यह एक बहुत स्वागतयोग्य रुझान है. फिर भी, पिछले सप्ताह WHO को 30 लाख से अधिक मामलों का पता चला, और चूँकि अनेक देशों ने अपनी निगरानी व परीक्षण में कमी की है, हम जानते हैं कि यह संख्या असल में कम है.”
इसी अवधि में, आठ हज़ार 737 लोगों की मौत हुई, जिसे उन्हें अस्वीकार्य बताया है, चूँकि अब कोविड-19 की रोकथाम करने, पता लगाने और उपचार करने के लिये उपाय उपलब्ध हैं.
एजेंसी के महानिदेशक ने देशों से, कोविड-19 वैक्सीन, उपचार और निदान परीक्षणों के लिये बौद्धिक सम्पदा अधिकारों में अस्थाई छूट देने का आग्रह किया है.
उन्होंने कहा है कि इस सप्ताह विश्व व्यापार फैलाव स्थिति संगठन के मंत्रिस्तरीय सम्मेलन के दौरान इस विषय में सहमति पर पहुँचना अहम होगा.
कोरोना वायरस के कहर से हवा में घटा जहर, मगर भारत पर नहीं दिखा असर
- नई दिल्ली,
- 17 मार्च 2020,
- (अपडेटेड 17 मार्च 2020, 11:26 PM IST)
- भारत ने वायरस के फैलाव को रोकने के लिए कई कदम उठाए
- केंद्र और राज्य सरकारों ने कई एडवाइजरी जारी की हैं
नोवेल कोरोना वायरस (COVID-19) के फैलाव को रोकने के लिए दुनिया के कई देश अभूतपूर्व कदम उठाने को मजबूर हुए हैं. ऐसा ही एक कदम है शहरों को पूरी तरह लॉक-डाउन करना. चीन और इटली को स्थिति के बेकाबू हो जाने फैलाव स्थिति के बाद ये अतिवादी रास्ता अपनाना फैलाव स्थिति पड़ा. ऐसा कोई निश्चित तरीका नहीं है, जिससे मानव गतिविधियों को सीमित किए जाने के असर को मापा जा सके लेकिन इसके वातावरण पर प्रभाव को कुछ हद तक नापा जा सकता है.
छाती का विस्तार ( फैलाव)
अभ्यास :
टाँगों को थोड़ा दूर-दूर रखते हुए खड़े रहें। बाजुओं को कंधों की ऊँचाई तक सामने लाएं और कोहनियों को मोड़ फैलाव स्थिति लें। हाथों की मुट्ठी बांध लें, जिसमें अंगूठे अंदर रहेंगे। प्रबाहुओं (फोर-आम्र्स) फैलाव स्थिति को साथ लाएं और बाजू की मांसपेशियों को सख्त करने के लिए मुट्ठी पर दबाव डालें। >पूरक करते फैलाव स्थिति हुए बाजुओं को यथा संभव पाश्र्व में और पीठ की ओर ले जाएं। कोहनियाँ कंधे की ऊँचाई तक फैलाव स्थिति ही बनी रहेंगी। > रेचक करते हुए बाजुओं को एक-दूसरे की तरफ लाएं और मांसपेशियों का तनाव बनाएं रखें। इस क्रिया का 5 बार धीरे-धीरे और एकाग्रता से करें, फिर प्रारंभिक स्थिति में लौट आएं।
लाभ :
यह आसन हाथ, बाजू, कंधे और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत फैलाव स्थिति करता है तथा असहज पीठ को स्वाभाविक स्थिति में ले आता है। यह छाती की मांसपेशियों को फैलाता है और श्वास को गहनता प्रदान करता है।