टेक्निकल एनालिसिस क्या है?

Types of charts in technical analysis । टेक्निकल एनालिसिस चार्ट्स के प्रकार
Types of charts in technical analysis । टेक्निकल एनालिसिस चार्ट्स टेक्निकल एनालिसिस क्या है? के प्रकार
Hi मित्रों, हमारे Technical Analysis के topics में आगे बढ़ते है, और Types of charts in technical analysis । टेक्निकल एनालिसिस चार्ट्स के प्रकार कितने और कोन कोन से है उसे थोडा विस्तार से जानते है।
Table of Contents
आम तोर पर काफी तरीखे के चार्ट का इस्तेमाल होता है , जैसे की पाई चार्ट, मेप्स, डेंसिटी मेप्स , स्कैटर प्लॉट, गैंट चार्ट, बबल चार्ट आदि उपयोग होते है। पर यह सब टैक्निकल एनालिसिस में बिलकुल काम नहीं आते हैं ।
टेक्निकल एनालिसिस में काम आता वह है – लाइन चार्ट, बार चार्ट, कैंडलस्टिक चार्ट, हेईकिन अशी चार्ट, रेन्को चार्ट, पॉइंट-एंड-फिगर चार्ट। पर आज के इस पोस्ट में हम 3 basics चार्ट के बारेमे जानकारी देंगे।
आम चार्ट और टेक्निकल एनालिसिस चार्ट में फर्क यह है की, ज्यादातर इस्तेमाल होने वाले चार्ट में सिर्फ एक ही data points होता हैं, जबकि टेक्निकल एनालिसिस के चार्ट में …एक से टेक्निकल एनालिसिस क्या है? लेके चार तक का data points होता है। और वह है, Open, High, Low और Close ।
Technical Analysis चार्ट , एक ऐसे ग्राफ पर तैयार किए जाता हैं, जो X Axis पर Time को और Y Axis पर Price Value को Plot किया जाता है।
अब हम सभी प्रकार के चार्ट को विस्तार से जानेंगे ….
> 1) Line Chart लाइन चार्ट
यह एक simple सा और आसान चार्ट है। इसका उपयोग एक सामान्य view देने के लिए होता है।
इसमें केवल एक ही data points का उपयोग होता है। और उसीको जोड़कर एक चार्ट तैयार किया जाता है। बाएं से लेके दाएं तक एक ही लाइन से जुड़े होते हैं और हर दिन के सारे Closing Prices को जोड़ कर चार्ट बनाया जाता है।
लाइन चार्ट
चार्ट में प्रत्येक Closing Prices को एक बिंदु द्वारा दर्शाया जाता है। और सभी बिंदुओं को जोड़ा जाता है, एक ग्राफ को दर्शाने के लिए ।
लाइन चार्ट सरल होता है, वह उसकी बड़ी खासियत है। लेकिन यह कैंडलस्टिक चार्ट अथवा बार चार्ट की तुलना में कम जानकारी प्रदान करता है, वह उसकी कमजोरी भी है । कोई भी ट्रेडर इसको देख कर एक ट्रेंड का और बाजार को एक नजर में देखकर उसका अनुमान लगाने के लिए बेहतर है।
लाइन चार्ट की कमजोरी यह है कि, यह Closing कीमत पर आधारित होने के कारण , दूसरे data points जैसे Open, High, Low का उपयोग ही नहीं होता है। जो मार्केट के बारे में काफी information देता है ।
इसलिए Traders लाइन चार्ट का इस्तेमाल बहुत ही कम ही करते है । सिर्फ Dow theory में use होता है, जहा सिर्फ closing price की जरुरत होती है ।
> 2) Bar Chart बार चार्ट
Stock chart में सबसे लोकप्रिय में से एक है और candlestick के आने से पहले यह सबसे ज्यादा use होती थी।
लाइन चार्ट के मुकाबले में Bar Chart बार चार्ट, कुछ ज्यादा डाटा और अधिक जानकारी प्रदान करते है। जैसे की Open, High, Low और Close चारों को इसमें दिखाये जाते है ।
बार चार्ट
Bar Chart बार चार्ट में मुख्य तिन अंग होते है …
1. केंद्रीय रेखा – रेखा के सबसे ऊपर वाला का हिस्सा, High price को दर्शाता है जबकि रेखा के नीचे वाला हिस्सा, Low price को दर्शाता है।
2. बाँया tick मार्क – बाईं ओर एक छोटा सा टिक मार्क, उस अवधि में, यह एक खुलने यानि Open price को दिखता टेक्निकल एनालिसिस क्या है? है।
3. दाहिना tick मार्क – दाहिने ओर एक छोटा सा टिक मार्क, उस अवधि में, यह एक बंध यानि Close price को दिखता है।
बार चार्ट में यदि Closing price, अगर opening price से ऊपर है, तो वह rising bar कहेलाता है और उसका कलर चार्ट में काले (या हरे) रंग का दर्शाया जाता है।
और यदि Closing price, अगर opening price से निचे है, तो वह falling bar कहेलाता है और उसका कलर चार्ट में लाल रंग द्वारा दर्शाया जाता है।
बार चार्ट से वजे से traders को पैटर्न खोजने में काफी आसानी होती है क्योकि इनमे Open, High, Low और Close सब आसानी से दर्शाये होते है।
> 3) Candlestick कैंडलस्टिक चार्ट
सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला और लोकप्रिय चार्ट है । इसे Japanese Candlestick भी कहते है और इसकी उत्पत्ति जापान में हुई थी। और इसका इस्तेमाल 17वीं सदी में जापान में हुआ करता था।
होम्मा Homma नाम के एक चावल के trader ने , चावल के कीमतों की एनालिसिस करने के लिए इसका इस्तेमाल किया था ।
बाद में , स्टीव निशन Steve Nison नाम के व्यक्ति ने पुरी दुनिया को इसका उपयोग और तरीका बताया, उनकी book “Japanese Candlestick Charting Techniques” के जरिये।
कैंडलस्टिक चार्ट, OHLC बार चार्ट की तरह same जानकारी देते है, जैसे Open, High, Low और Close. और कैंडलस्टिक चार्टिंग एक ऐसा tools है जो मार्केट टेक्निकल एनालिसिस क्या है? की sentiments और मार्केट की weakness को आसानी से दिखाती है। यह एक मूल्यवान Trading टूल्स है ।
कैंडलस्टिक चार्ट को , दर्शाने के लिए , price के Open और Close कीमतों को एक Rectangle की तहर दिखाई जाती हैं।
चार्ट में यदि Closing price, अगर opening price से ऊपर है, तो वह bullish candle कहेलाता है और उसका कलर चार्ट में हरे रंग या सफ़ेद से दर्शाया जाता है।
और यदि Closing price, अगर Opening price से निचे है, तो वह bearish Candle कहेलाता है और उसका कलर चार्ट में लाल या काला रंग से दर्शाया जाता है।
कैंडलस्टिक चार्ट
Bar Chart की ही तरह Candlestick Chart-कैंडलस्टिक चार्ट में भी मुख्य तिन अंग होते है….
1. केन्द्रीय बॉडी या real body – यह एक महत्वपूर्ण टेक्निकल एनालिसिस क्या है? हिस्सा है ,जो कि Rectangle की तहर दीखता है और Opening price और Closing price को जोड़ता है और इनके बिच का अंतर को दर्शाता है ।
2. Upper shadow या Wick – यह पतली रेखा जो High Price को Close Price से जोडती है।
3. Lower shadow या Wick – यह पतली रेखा जो Low Price को Close Price से जोडती है।
Shadow या Wick – यह एक पतली रेखाएं होती है जो real body के ऊपर और निचे दिखाई देती है।
यह है कैंडलस्टिक चार्ट की बेसिक्स जानकारी।
कैंडलस्टिक चार्ट में काफी patterns प्रचलित है, जो single , double या triple candle से बनती है, जिससे आप यह पता कर सकते है की trend reversal कब हो सकता है?।
मारुबोजु , हैमर , डोजी , मोर्निंग स्टार , एन्गुल्फ़ ….. पैटर्न्स आदि।
इसके बारे में हम विस्तार से एक नए पोस्ट में बतायेंगे।
हेईकिन अशी चार्ट, रेन्को चार्ट, पॉइंट-एंड-फिगर चार्ट .. यह एक एडवांस्ड चार्ट का स्वरुप है … जिसके बारे में हम विस्तार से एक नए पोस्ट में बतायेंगे
मित्रों , यह था आज का हमारा आर्टिकल।
आपने आज यहाँ क्या सिखा?
उम्मीद है की आपको मेरा यह आर्टिकल, Types of charts in technical analysis टेक्निकल एनालिसिस चार्ट्स के प्रकार पसंद आई होगी. इसे पढ़ने के बाद, आप आसानी से आपका अलग अलग चार्ट यानि के, लाइन चार्ट, बार चार्ट, कैंडलस्टिक चार्ट के बारे में जानकारी प्राप्त हुई होगी।
यदि आपको इस article को लेकर कोई भी और जानकारी चाहिए हैं, या कोई तरह का doubt हो तो, आप नीचे हमे comments लिख सकते हैं ।
यदि आपको यह post, पसंद आया , या कुछ नया सीखने को मिला तो Please इस post को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter और दुसरे Social media sites पर share करना न भूलिए ।
Shraddha Aftab News: कई डेटिंग प्लेटफॉर्म्स मौजूद हैं, जिन पर आफताब एक्टिव था, कत्ल के बाद किस-किस से मिला? अब तलाश रही पुलिस
Shraddha Aftab News: कई डेटिंग प्लेटफॉर्म्स मौजूद हैं, जिन पर आफताब एक्टिव था, कत्ल के बाद किस-किस से मिला? अब तलाश रही पुलिस
Shraddha Aftab News: कई डेटिंग प्लेटफॉर्म्स मौजूद हैं, जिन पर आफताब एक्टिव था, कत्ल के बाद किस-किस से मिला? अब तलाश रही पुलिस
Shraddha Aftab News:श्रद्धा वॉल्कर के कत्ल मामले में हर दिन एक नया खुलासा हो रहा है.
मामले में आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ने अपना गुनाह कबूल लिया है.
उसने पुलिस को पूरी कहानी सुनाई कि कैसे श्रद्धा वॉल्कर का कत्ल किया
और फिर उसकी लाश को ठिकाने लगाया. ये पूरी घटना किसी फिल्म की पटकथा सी लगती है.
इस मामले में एक डेटिंग ऐप Bumble का नाम सामने आया था.
पुलिस के मुताबिक, श्रद्धा और आफताब की मुलाकात Bumble डेटिंग ऐप पर हुई थी.
कई डेटिंग ऐप्स पर एक्टिव था आफताब
मगर एक ये मात्र डेटिंग ऐप नहीं है, जिस पर आफताब एक्टिव था, बल्कि ऐसे कई डेटिंग प्लेटफॉर्म्स मौजूद हैं,
जिन पर आफताब एक्टिव था. दिल्ली पुलिस को संदेह है कि
श्रद्धा वॉल्कर की हत्या के वक्त भी आफताब दूसरी लड़कियों के संपर्क में आया था.
पुलिस इसी कड़ी को सुलझाने में लगी हुई है, जिससे श्रद्धा की हत्या की सही वजह का पता लगाया जा सके.
इस मामले में पुलिस किसी टेक्निकल एनालिसिस क्या है? एक एंगल से बंधकर केस को नहीं देखना चाहती.
बल्कि उन सभी पहलुओं को टटोलने की कोशिश की जा रही है,
जहां से श्रद्धा की हत्या की वजह पता लगाई जा सके. इसके लिए पुलिस साइकोलॉजिस्ट की भी मदद ले रही है.
आफताब के फ्लैट पर कौन आया था?
चूंकि श्रद्धा और आफताब के बीच किन वजहों को लेकर लड़ाई हो रही थी,
ये सब अभी तक सामने नहीं आ पाया है. दिल्ली पुलिस इस मामले में
टेक्निकल एनालिसिस की भी मदद ले रही है. जिससे यह पता लगाया जा सके कि श्रद्धा की मौत के बाद
आफताब किन लड़कियों से मिला था और उसके फ्लैट पर कौन-कौन आया था.
इस मामले में आफताब ने अपना गुनाह कबूल लिया है, लेकिन इसके बाद भी पुलिस के पास
उसे खिलाफ सबूत कम हैं. पुलिस से पूछताछ में आफताब ने बताया
कि 18 मई की रात उसके और श्रद्धा के बीच झगड़ा हुआ था. झगड़े पहले भी होते थे,
डिजिटल स्किल्स से बनाएं बेहतर करियर : सोशल मीडिया के जमाने में ट्रेंडी, मिलती है मनचाही सैलरी
डिजिटल स्किल्स की नॉलेज आपके करियर को ऊंचाईयों तक ले जा सकता है। इस फील्ड में पैसे ही पैसे हैं। ये स्किल्स समय की डिमांड है और कभी बी नौकरी की कमी नहीं होने देते। हर फील्ड में डिजिटल स्किल्स आपको सफलता दिला सकते हैं।
करियर डेस्क : डिजिटल युग में करियर (Career) में तेजी से ग्रोथ चाहते हैं तो डिजिटल स्किल्स (Digital Skills) काफी काम आ सकता है। डिजिटल स्किल्स दो तरह की होती है। कुछ कठिन और कुछ काफी सिंपल होती हैं। दोनों तरह की स्किल्स जानने वालों के लिए बेहतरीन मौके मिलते हैं। तकनीकी बैकग्राउंड से आने वाले युवाओं के पास इस तरह की स्किल्स होती हैं लेकिन जो नए हैं, उन्हें इससे अवेयर होने की जरूरत है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे ही कोर्स के बारें में जो काफी ट्रेंडी हैं और आपके करियर के लिहाज से शानदार हो सकते हैं। इनकी जानकारी बेहतर पैकेज वाली मनचाही जॉब (Job) दिलाती है।
डिजिटल मार्केटिंग
आज के जमाने में हर कोई डिजिटल मार्केटिंग के बारें में जानता है। किसी भी कंपनी के प्रोडक्ट्स और सर्विस को प्रमोट करने के लिए डिजिटल मार्केटिंग काफी काम आती है। इसलिए यह स्किल ट्रेंडी मानी जाती है और इसकी जानकारी रखने वालों के पास बेशुमार मौके होते हैं।
प्रोग्रामिंग
वेब और ऐप डेवलपमेंट जैसे स्किल्स आपको मनचाही सैलरी ऑफर करा सकते हैं। किसी भी डिजिटल या फिर टेक्निकल स्टार्ट अप की शुरुआत कोडिंग से होती है। यही कारण है कि हर किसी को प्रोग्रामिंग की जानकारी रखनी चाहिए। इससे वेब और एप डेवलपमेंट में काफी मदद मिलती है और आपका करियर शानदार हो सकता है।
डिजिटल बिजनेस एनालिसिस
यह किसी भी बिजनेस को फ्यूचर में कितने ग्रोथ तक ले जाना है। इसकी वैल्यू बढ़ेगी भी या नहीं। इसमें क्या-क्या बदलाव की आवश्यकता होगी। इन भी को ध्यान में रखते हुए आगे कदम उठाना डिजिटल बिजनेस एनालिसिस होता है। बिजनेस एनालिसिस समय की डिमांड है और यह काफी ग्रोथ वाला करियर है।
डिजिटल प्रोजेक्ट मैनेजमेंट
डिजिटल प्रोडक्ट्स और सर्विस को बनाने का काम मैनेजमेंट से ही मैनेज होता है। इस काम की समझ रखने वाले हर फील्ड में बेहतर कमाई कर सकते हैं। यहां आपके फ्यूचर को ग्रोथ तो मिलेगी ही, शानदार सैलरी भी ऑफर होगी।
डिजिटल डिजाइन और डेटा विजुअलाइजेशन
अगर आपको डिजिटल डिजाइन और डेटा विजुअलाइजेशन जैसे स्किल्स आते हैं तो आप मनचाहा पैकेज पा सकते हैं। टेक्निकल एनालिसिस क्या है? वेबसाइट और डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए यह काफी महत्वपूर्ण है। अच्छे काम की समझ रखने वाले का करियर काफी आगे तक जाता है।
तकनीकी विश्लेषण क्या है वर्णन करें, ( What is meant by technical analysis? )
टेक्निकल एनालिसिस वह है जब किसी स्टॉक कि पिछला मूल्य ( past price ) क़ो देखकर यह अनुमान लगाना कि भविष्य (future ) मे उसका कीमत (price) क्या होगा.इसमें यह देखा जाता है कि भविष्य मे शेयर ऊपर जायेगा या निचे.
टेक्निकल एनालिसिस मे close price, open price, high, low, support, resistance, demand, supply, past price आदि का भी एनालिसिस किया जाता है.
टेक्निकल एनालिसिस क्या है?
Technical Analysis of Stocks | Technical Analysis by SIDDHARTH BHANUSHALI in Hindi
- Post author: admin
- Post published: October 16, 2021
- Post टेक्निकल एनालिसिस क्या है? category: Stock Market
- Post comments: 0 Comments
सभी ट्रेडर किसी भी मार्किट में इन्वेस्ट या ट्रेड करने के लिए Technical analysis का प्रयोग करते है ताकि वो स्टॉक प्राइस का पता कर सके की अब वो किस दिशा में जाने वाली है।
बेसिकली technical analysis of stocks हर निवेशक स्टॉक का विश्लेषण करने का सबसे अच्छा तरीका है ताकि वे शेयर बाजार की गतिविधियों को जान सकें और स्टॉक की कीमत का अनुमान (Prediction)लगा सकें।
यह Technical analysis Siddharth Bhanushali Sir के द्वारा प्रदत है।
Technical analysis Basics | By Siddharth Bhanushali
Table of Contents
तकनीकी विश्लेषण क्या है? What is Technical Analysis?
Technical Analysis एक तरीका है जो व्यापारियों द्वारा किसी स्टॉक की पास्ट के प्राइस गतिविधि का विश्लेषण करके स्टॉक की भविष्य की कीमत दिशा की भविष्यवाणी करने के लिए उपयोग किया जाता है। तकनीकी विश्लेषकों द्वारा चार्ट पैटर्न और आंकड़ों का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
दूसरे शब्दों में
तकनीकी विश्लेषण को पिछले मूल्य की गति की जांच के आधार पर भविष्य की कीमत की भविष्यवाणी करने की कला और विज्ञान के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।
1 Art & Science
2 To Predict The Future Price Movement
3 To know Future by Examining Past
तकनीकी विश्लेषण मूल रूप से कला और विज्ञान का मिश्रण है। जिसमें कला और विज्ञान के महत्वपूर्ण विषेशता शामिल हैं जो बाजार को एक शैक्षिक दृष्टिकोण प्रदान करते हैं।
तकनीकी विश्लेषण का यह मिश्रण आपको वास्तविक समझ देगा कि बाजार कैसे व्यवहार टेक्निकल एनालिसिस क्या है? करता है।
बाजार की संभावना क्या है और साथ ही तकनीकी विश्लेषण के इस मिश्रण का उपयोग बाजार की स्थितियों में सांख्यिकीय रूप से मान्य पैटर्न को पकड़ कर और उसके पास्ट के प्राइस मूवमेंट की जाँच करके, उसके प्राइस की दिशा को प्रिडिक्ट किया जा सकता है की प्राइस किस दिशा में जा सकता है।
किसी भी स्टॉक और उसके झुकाव (trend) का पता करने के लिए टेक्निकल एनालिसिस में हमे चार्ट पर price और volume को डालना (put) होता है। बाकि सब price और volume से लिया जाता है।ये दोनों ही हमे raw form में मिलते है।