ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या है

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या है? यह कैसे काम करती है?
क्रिप्टोकरेंसी के पीछे की तकनीक को ब्लॉकचेन कहा जाता है। ब्लॉकचैन एक विकेन्द्रीकृत (decentralized) digital Leger है जो केवल एक के बजाय कई कंप्यूटरों में लेन देन रिकॉर्ड करता है। यह नेटवर्क को अधिक सुरक्षित और कुशल बनाता है। जानकारी को क्रिप्टोग्राफी के माध्यम से सुरक्षित किया जाता है और इसका उपयोग financial लेन देन, अनुबंधों और चिकित्सा रिकॉर्ड जैसी सूचनाओं को store करने के लिए किया जा सकता है।
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ब्लॉकचेन क्या है? ब्लॉकचेन कैसे काम करती है?
blockchain kya hai? एक ब्लॉकचेन सूचना को विकेन्द्रीकृत (decentralized) तरीके से store करने की एक तकनीक है। विकेन्द्रीकृत (decentralized) का अर्थ है कि संपूर्ण डेटा और सूचना को नियंत्रित करने के लिए कोई केंद्रीय(central authority) प्राधिकरण नहीं होगा। उदाहरण के लिए आरबीआई (भारतीय रिजर्व बैंक) को लें: –
हमारा भारतीय रुपया, ₹500 का नोट, RBI द्वारा मुद्रित किया जाता है। आरबीआई गारंटी देता है कि इसका मूल्य ₹500 है। ना तो ₹501 और ना ही ₹502। नोट पर यहां तक लिखा है कि आरबीआई इसकी गारंटी देता है। तो आरबीआई मूल रूप से दुनिया भर में सभी भारतीय रुपये के नोटों को नियंत्रित करने वाला एक केंद्रीय प्राधिकरण है। आरबीआई चाहे तो नोटों के मूल्य में बदलाव कर सकता है, या नोट का उत्पादन बढ़ा सकता है या घटा सकता है। लेकिन दूसरी ओर, बिटकॉइन जैसी digital currency विकेंद्रीकृत हैं। Bitcoin को नियंत्रित करने वाली कोई केंद्रीय एजेंसी या प्राधिकरण नहीं हैं! यह संभव है क्योंकि बिटकॉइन ब्लॉकचेन पर आधारित है। और ब्लॉकचेन वह तकनीक है जो वास्तव में बिटकॉइन को विकेंद्रीकृत करती है।
history of blockchain in hindi? | ब्लॉकचेन का इतिहास
इस तकनीक को मूल रूप से 1991 में शोधकर्ताओं के एक समूह द्वारा वर्णित किया गया था और मूल रूप से डिजिटल दस्तावेजों को टाइमस्टैम्प (तारीख और समय रिकॉर्ड) करने के लिए अभिप्रेत था ताकि उन्हें बैकडेट करना या उनके साथ छेड़छाड़ करना संभव न हो। लगभग एक नोटरी की तरह। हालाँकि, यह ज्यादातर अप्रयुक्त हो गया जब तक कि इसे 2009 में सतोशी नाकामोटो द्वारा डिजिटल क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन बनाने के लिए अनुकूलित नहीं किया गया।
ब्लॉकचैन में ब्लॉक का क्या अर्थ है और ब्लॉकचैन के प्रत्येक ब्लॉक में क्या होता है?
जानकारी store करने के कई तरीके हो सकते हैं। कागज़ पर कुछ लिखना सूचनाओं को save करने का एक तरीका है। कंप्यूटर पर एक्सेल फाइल पर कुछ लिखना सूचनाओं को स्टोर करने का एक तरीका है। एक्सेल फाइल पर, आपकी जानकारी एक टेबल के रूप में संचारित होती है। आप टेबल जानते हैं। इसी तरह, एक ब्लॉकचेन में, सूचना को ब्लॉक के रूप में store किया जाता है।
प्रत्येक ब्लॉक तीन मुख्य चीजों से बना है:-
- Data – कोई भी डेटा या जानकारी जिसे आप ब्लॉक में स्टोर करते हैं।
- Hash- प्रत्येक ब्लॉक का अपना फिंगरप्रिंट होता है जिसे हैश कहा जाता है। यह अन्य ब्लॉकों के बीच एक ब्लॉक को विशिष्ट रूप से पहचानने का तरीका है। प्रत्येक ब्लॉक का अपना हैश होता है।
- Previous block hash- इनमें से प्रत्येक ब्लॉक इससे पहले ब्लॉक के हैश को स्टोर करता है। इस तरह सभी ब्लॉक आपस में जुड़े हुए हैं। और इसकी सबसे अनोखी बात यह है कि अगर आप किसी भी ब्लॉक में डेटा बदलना चाहते हैं, अगर आप डेटा के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश करते हैं, तो ब्लॉक का फिंगरप्रिंट या हैश बदल जाएगा।
और अगर एक ब्लॉक का हैश बदल जाता है, तो अगले ब्लॉक का हैश भी बदल जाएगा। और अगला और अंततः पूरा ब्लॉकचेन नष्ट हो जाएगा। इस कारण से, ब्लॉकचेन में डेटा को बदलना या उसके साथ छेड़छाड़ करना लगभग असंभव है। क्योंकि एक बार एक ब्लॉक ब्लॉकचेन का हिस्सा बन जाता है, उसके बाद इसे बदला नहीं जा सकता है।
नोड्स या माइनर कौन हैं? वे क्या करते है?
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ब्लॉकचेन के सुरक्षित होने का दूसरा प्रमुख कारण विकेंद्रीकरण है। आपको केवल एक कंप्यूटर में संग्रहीत ब्लॉकचेन नहीं मिलेगा। ब्लॉकचेन को कंप्यूटर के नेटवर्क में स्टोर किया जाता है। ब्लॉकचेन के प्रतिभागियों से संबंधित दुनिया भर के सभी कंप्यूटरों में इस ब्लॉकचेन की एक प्रति होगी। एक केंद्रीय प्राधिकरण के बजाय, इसे सामूहिक रूप से कंप्यूटरों के नेटवर्क द्वारा प्रबंधित और चलाया जाता है। वे लोग जो अपने कंप्यूटर के माध्यम से ब्लॉकचेन से जुड़े हुए हैं और जो ब्लॉकचेन को अपने कंप्यूटर पर चलने देते हैं, उन्हें नोड्स के रूप में जाना जाता है।
उनमें से कुछ नोड माइनर हैं। जब भी ब्लॉकचेन में नया डेटा जोड़ा जाता है, तो इसे सत्यापित करना माइनर का काम होता है। डेटा जोड़ने वाले व्यक्ति ने ऐसा ठीक से किया है या नहीं। या फिर यह छेड़छाड़ का प्रयास है। सभी माइनर इसे verify और रिकॉर्ड करते हैं। इस नेटवर्क से जुड़ा कोई भी कंप्यूटर ब्लॉकचेन में जोड़े गए डेटा को देख सकता है। किसी तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं है। किसी केंद्रीय प्राधिकरण की कोई आवश्यकता नहीं है। आप भी, अपने कंप्यूटर को नेटवर्क से कनेक्ट कर सकते हैं और इसे सत्यापित कर सकते हैं।
जब एक रिकॉर्ड ब्लॉक चैन में होता है उसे कौन एक्सेस करता है?
आपको आश्चर्य हो सकता है कि यदि हर कोई ब्लॉकचेन में जानकारी देख सकता है, और ब्लॉकचैन की प्रति नेटवर्क के प्रत्येक कंप्यूटर में मौजूद होगी, तो आपके द्वारा डाली गई कोई भी जानकारी निजी नहीं रह जाएगी और किसी के द्वारा देखी जा सकती है तो क्या होगा आपकी गोपनीयता? ब्लॉकचेन में जानकारी न केवल सुरक्षित है बल्कि गोपनीयता भी सुरक्षित है। ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि नेटवर्क में प्रत्येक कंप्यूटर की अपनी Private Key और एक Public Address होता है।
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उन्हें ईमेल पता और ईमेल पासवर्ड के रूप में सोचें। जब आप अपने ईमेल खाते में लॉग इन करते हैं, तो आप अपनी ईमेल आईडी और पासवर्ड दर्ज करते हैं और केवल आप ही अपने खाते में लॉग इन कर सकते हैं। ब्लॉकचेन के साथ भी ऐसा ही है। लेकिन जब आप अपनी ईमेल आईडी दूसरों के साथ share करते हैं तो आप अपना Public Address share करते हैं, अपनी Private Key नहीं। और अपने ईमेल पासवर्ड को अपनी Private Key समझें। इस तरह आपकी गोपनीयता बनी रहती है।
निष्कर्ष
ब्लॉकचेन एक ऐसी तकनीक है जिसमें यह बदलने की क्षमता है कि हम डेटा को कैसे ट्रांसफर, स्टोर और उपयोग करते हैं। यह एक ऐसी तकनीक है जिसमें यह बदलने की क्षमता है कि हम दुनिया के साथ कैसे बातचीत करते हैं। ब्लॉकचेन एक विकेन्द्रीकृत खाता बही है जो दो पक्षों के बीच लेनदेन को रिकॉर्ड करता है। यह क्रिप्टोकरेंसी के पीछे की तकनीक है, और इसका उपयोग कई अन्य उद्योगों में किया जा रहा है। ब्लॉकचेन डेटा को सुरक्षित करने और इसे बदलने या हटाए जाने से बचाने का एक तरीका है। ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करने के कई फायदे हैं हालाँकि, कुछ कमियाँ हैं। ब्लॉकचेन तकनीक व्यापक रूप से उपलब्ध नहीं है, और यह अभी भी अपनी प्रारंभिक अवस्था में है। यह भी अभी तक व्यापक रूप से स्वीकार नहीं किया गया है। बहुत से लोग अभी भी प्रौद्योगिकी और इसकी सीमाओं के बारे में संशय में हैं।
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या है? What is Blockchain Technology in Hindi
दोस्तों आज का युग टेक्नोलॉजी का युग है और टेक्नोलॉजी हमारे जीवन में अब एक अहम कगार पर है। कुछ समय से भारत में डिजिटल करेंसी (Digital Currency) पर बहुत जोर–शोर से ध्यान दिया जा रहा है क्योंकि कुछ ही समय पहले भारत की Finance Minister ने यह घोषणा की है कि अब भारत में डिजिटल करेंसी को वैलिड कर दिया जाएगा अब आप सोच रहें होंगे कि मैं तो यहां ब्लॉकचैन के बारे में जानने आया था लेकिन यहां तो Crypto currency की जानकारी है तो रुकये जनाब आगे सब जानकारी मिलने वाली है। डिजिटल करेंसी का नाम इसलिए लिया क्योंकि ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology) भी इसी से रिलेटेड है। हम इस आर्टिकल में जानेंगे कि ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology) क्या है और ये किस तरह से काम करती है? What is Blockchain Technology & How It's Works?
ब्लॉकचेन टेक्नालॉजी क्या है? What is Blockchain Technology in Hindi?
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology) एक ऐसा प्लेटफॉर्म (Platform) है, जहां ना सिर्फ डिजिटल करेंसी, बल्कि किसी भी चीज को डिजिटल रूप में बदलकर उसका रिकॉर्ड रखा जा सकता है। अगर आसान भाषा में समझें तो ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology) एक डिजिटल बहीखाता (Ledger account) होता है इस पर जो भी ट्रांजेक्शन होते हैं वो Chain से जुडे होते हैं और वो हर कंप्यूटर पर दिखाई देते हैं इसे ब्लॉकचेन (Blockchain) इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि ये डेटा को Groups में कलेक्ट करता है और इन Groups को ब्लॉक भी कहा जाता है हर ब्लॉक में Limited स्टोरेज Capacity होती है इसलिए जब कोई ब्लॉक भर जाता है तो वो पहले भरे हुए ब्लॉक से जाकर जुड जाता है इसी प्रकार एक डेटा की पूरी Chain बन जाती है इसलिए इस टेक्नालॉजी को ब्लॉकचेन टेक्नालॉजी (Blockchain Technology) कहा जाता है। इसे क्रिप्टोकरेंसी (Crypto Currency) की Backbone यानि कि रीड की हड्डी भी कहा जाता है अब आप यह सोच रहे होंगे Blockchain के बारे में तो मैने जान लिया लेकिन ये ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या है Crypto currency क्या होता है तो दोस्तों इसे भी चलिए जान लेते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी क्या होता है? What is Crypto Currency in Hindi?
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एक वर्चुअल करेंसी ( होती है जिस तरह आधार कार्ड के असली नंबर के जगह एक VID यानि वर्चुअल ID का प्रयोग किया जाता है। जिसे सन् 2009 ई० में लॉन्च किया गया था और पहली क्रिप्टोकरेंसी ‘बिटकॉइन’ थी। क्रिप्टोकरेंसी असली नोट या सिक्कों के जैसी नहीं होती है इसका मतलब ये कि इसको आप 100रूपये–50 रूपए नोट की तरह अपने हाथ में नहीं ले सकते हैं और न ही अपनी जेब में रख सकते है अगर हाथ ही में नही आयेगा तो जेब में कैसे रखोगे😂। लेकिन ये आपके डिजिटल वॉलेट (Digital Wallet) में सुरक्षित रहती है इसलिए इसे ऑनलाइन करेंसी भी कहा जा सकता है या फिर कह भी सकते हैं आनलाइन करंस। अब दोस्तों मैं आपको जानकारी के लिए डिजिटल वॉलेट के बारे में बताने वाला हूं जो नीचे दिया गया है:
डिजिटल वॉलेट क्या है? What is Digital Wallet?
डिजिटल बटुआ यानि Wallet वह युक्ति या सॉफ्टवेयर है जिसके द्वारा व्यक्ति इलेक्ट्रॉनिक तरीके से पैसे का लेन-देन कर सकता है। e-wallet को आप इलेक्ट्रॉनिक वॉलेट या डिजिटल वॉलेट के नाम से भी जानते हैं। यह एक तरीके से इलेक्ट्रॉनिक बटुआ होता है। ज्यादातर इसका इस्तेमाल ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के लिए किया जाता है। जी हां दोस्तों आपने सही समझा यह डिजिटल वॉलेट e–wallet होता है जिस तरह की mail को Digitally भेजने के लिए Email या Gmail का इस्तेमाल किया जाता है ठीक उसी प्रकार। तो दोस्तों इतना तो हमने जान लिया कि कौन–सी चीज़ का परिभाषा क्या होता है तो अब यह भी जान लेते हैं कि ब्लॉकचैन कैसे काम करता है।
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी काम कैसे करती है? How Blockchain Technology Works?
ये ऐसे ब्लॉक की Chain होती है जिसमें डेटा होता है हर ब्लॉक के पास पिछले ब्लॉक का Cryptographic Hash होता है यह Hash हर ट्रांजेक्शन पर Generate होता है और यह नंबर और Letters की एक String yani डोरी या फिर तार के समान होती है, Hash एक ऐसा कनेक्शन होता है जो नंबर और Letters के इनपुट को एक Fixed Length के Encrypted आउटपुट में बदल देता है, ये Hash केवल ट्रांजेक्शन पर ही निर्भर नहीं करता है बल्कि चेन में उससे पहले बने Hash पर भी निर्भर रहता है।
अगर Transaction में हल्का भी बदलाव किया जाता है तो उससे एक नया Hash बन जाता है इसका मतलब यह कि अगर ब्लॉकचेन के डेटा के साथ कोई भी गरबरी (छेड़–छाड़) की जाती है तो उसकी सारी सेटिंग ऑटोमेटिकली बदल जाती है और इससे रिकॉर्ड में हुई हेराफेरी का पता लगाया जा सकता है इसलिए ये एक काफी Secure 🔐 ऑप्शन है, ब्लॉकचेन (Blockchain) बहुत सारे कंप्यूटरों पर स्प्रेड होती है इसका मतलब यह होता है की यह बहुत ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या है सारे कंप्यूटरों पर फैली हुई होती है और हर कंप्यूटर के पास ब्लॉकचेन (Blockchain) की कॉपी होती है और इन कंप्यूटरों को Nodes (ग्रंथि) कहा जाता है। इन Nodes को Check करके यह पता लगाते हैं कि ट्रांजेक्शन में कोई बदलाव तो नहीं न हुआ है अगर किसी ट्रांजेक्शन को Nodes Approve कर देते हैं तो उस ट्रांजेक्शन को Block में लिखा जाता है यह Nodes ब्लॉकचेन (Blockchain) का Infrastructure Form (आधारभूत फॉर्म) करते हैं यह ब्लॉकचेन (Blockchain) डेटा को स्टोर, स्प्रेड और Preserve यानि सुरक्षित करते हैं। एक Full Node कंप्यूटर जैसी डिवाइस होती है इसे हम आसान सी भाषा में मैनेजर कह सकते है क्योंकि इसके पास सब कुछ की इतिहास होती है। जिसके पास ब्लॉकचेन (Blockchain) ट्रांजेक्शन की History की पूरी जानकारी होती है, ब्लॉकचेन (Blockchain) अपने आप को हर मिनट नही बल्कि प्रत्येक दस मिनट पर अपडेट करता है।
बिटकॉइन के लिए ब्लॉकचेन कैसे जरूरी है? How Blockchain Important for Bitcoin?
बिटकॉइन के लिए ब्लॉकचेन एक Specific Time यानि विशिष्ट समय का डेटाबेस है जो हर बिटकॉइन ट्रांजेक्शन को स्टोर रखता है बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में ब्लॉकचेन (Blockchain) इस करेंसी के ऑप्शन को कंप्यूटर की स्क्रीन पर स्प्रेड करता है जिससे इस करेंसी को बिना किसी Central Authority के Operate करना Possible हो जाता है, इसके इस्तेमाल से रिस्क बहुत कम हो जाता है। इसलिए इस टेक्नालॉजी को Secure 🔐 माना जाता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
इस पोस्ट में हमने जाना कि Blockchain टेक्नालॉजी क्या होता है और यह कैसे काम करता है तो दोस्तों मिलते हैं अगले पोस्ट में।
ब्लॉकचेन क्या है और किसने बनाया है
आखिर ब्लॉकचेन क्या है – What is Blockchain Technology in Hindi फिलहाल Bitcoin बहुत समय तक सुर्ख़ियों में रहा है. लोगों में Bitcoin को लेकर बहुत उम्मीद पैदा हुई है क्योंकि Bitcoin की कीमत दिनबदिन बढती जा रही है. लेकिन क्या आप जानना चाहते हैं की Bitcoin के पीछे की technology क्या है? यदि हाँ तब आपको ये पोस्ट ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या है? जरुर पसदं आएगी.
Bitcoin का सम्बन्ध ब्लॉकचेन से है इसलिए आपको ब्लॉकचेन के विषय में जानना होगा. ब्लॉकचेन कैसे काम करता है अब इस सवाल का जवाब जानने के लिए आपको ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के बारे में जानना जरूरी है.
ब्लॉकचेन तकनीक हमारे IT Industry को उस प्रकार से बदलने वाला है जिस प्रकार Linux एक दशक से modern application development का मूल रहा है ठीक वैसे ही ब्लॉकचेन भी आने वाले समय में एक बहुत ही बेहतरीन जरिया बनने वाला है Information sharing करने का और जो की lower cost होगा और बड़ी आसानी से इसे Implement किया जा सकता है.
लेकिन ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को लेकर लोगों में काफी प्रचार उत्पन्न हुआ. क्योंकि उन्हें लगा की ये हमारे भविष्य के technology को पूरी तरह से बदल सकता है. ये बात काफी हद तक सही भी है लेकिन ऐसे बोलने से तो बात समझ में नहीं आएगा बल्कि हमें ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को समझना होगा इसके अलग-अलग पहलुओं पर विचार करना होगा फिर जाकर हम ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को बेहतर बोल सकते हैं.
ये बात तो सही है की ब्लॉकचेन को अपनाने की गति बहुत ही धीमी है. लेकिन Technology experts का मानना है आने वाले समय में ये गति धीरे-धीरे तेज होने वाली है. जो की हमारे लिए एक अच्छी खबर है. भविष्य में ये टेक्नोलॉजी पुरे दुनिया को बदलने वाली है. यह सब कैसे संभव है इसे जानने के लिए इस पोस्ट को आपको पूरा पढ़ना होगा तभी आप ब्लॉकचेन के बारे में सोच विचार कर सकते हैं.
ब्लॉकचेन क्या है – What is Blockchain in Hindi
ब्लॉकचेन तकनीक एक ऐसी तकनीक है जिसमें क्रेता, विक्रेता के मध्य सीधा ही पैसे का Transfer किया जाता है. इस ट्रांजेक्शन में किसी भी Middlemen की आवश्यकता नहीं होती है. वर्तमान में दो लोगों के मध्य पैसों का स्थानान्तरण तीसरे पक्ष के माध्यम से ही होता है. जैसे Bank, PayPal, money transfer आदि और हमें इन लेनदेन के लिए सेवा शुल्क अधिक देना होता है.
जबकि ब्लॉकचेन में तीसरे पक्ष की आवश्यकता नहीं होती है. ब्लॉकचेन तकनीक में किये गये ट्रांजेक्शन में बहुत कम समय लगता है इसके अलावा ब्लॉकचेन पूर्ण रुप से सुरक्षित है. 2008-09 में Bitcoin टेक्नोलॉजी द्वारा लाॅन्च की गई यह तकनीक बेहद जटिल है इसे हैक करना मुश्किल समझा जाता है और यह कभी भी हुए सभी डिजिटल ट्रांजेक्शन का ब्योरा रखती है.
साइबर क्राइम और हैकिंग को रोकने के लिए ब्लॉकचेन तकनीक को Full-proof सिस्टम के तौर पर जाना जाता है. ब्लॉकचेन वितरित डाटाबेस होती है इसमें लगातार कई रिकार्ड्स को संधारित किया जाता है. जिन्हें ब्लॉक कहते हैं जिसमे प्रत्येक ब्लॉक अपने पूर्व के ब्लॉक से लिंक रहता है.
इस तकीनीकी में हजारों कंप्यूटर पर Encrypted अथवा गुप्त रूप से डाटा सुरक्षित रहता है. इसे पब्लिक लेजर भी कहते हैं. इसे हैक करने के लिए सभी हजारो कंप्यूटर में एक साथ साइबर अटैक करना होगा. जो की नामुमकिन है ब्लॉकचेन डिजिटल करेंसी Bitcoin पर आधारित है.
Bitcoin मुद्रा विकेंद्रित क्रिप्टो करेंसी होती है. जिसे कभी भी कहीं भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसे सातोशी नाकामोतो ने खोजा था. यह मुद्रा तेजी से लोकप्रिय हो रही है. सन 2005 में जहाँ एक Bitcoin की कीमत 5रु थी वहीं आज की तारीख में एक Bitcoin की कीमत लगभग 7 लाख रुपये है.
Bitcoin पर किसी व्यक्ति, सरकार या कम्पनी का स्वामित्व नहीं होता है. इस कारण कभी किसी तरह की बेईमानी होती है. तो उस पर कोई कार्यवाही भी नहीं हो सकती क्योकि यह सरकार के कण्ट्रोल में नहीं है और सुरक्षित होने के कारण ड्रग्स स्मगलिंग आदि आपराधिक कार्यों में इसका दुरूपयोग बढ़ रहा है.
हालांकि भारत में इसका उपयोग गैरकानूनी है. भारत मैं हैकिंग रोकने और साइबर सिक्योरिटरी को बढ़ावा देने के लिए ब्लॉकचेन तकनीक लागू करने वाला आंध्र प्रदेश पहला राज्य है और हो भी क्यों ना क्योंकि इंटरनेट की दुनिया में राज करने वाला गूगल का ऑफिस यहीं स्थित है.
ब्लॉकचेन की परिभाषा – Blockchain Definition In Hindi
वैसे ब्लॉकचेन के बारे में आपने जान ही लिया है अगर इसकी शॉट परिभाषा देखी जाए तो – “एक सिस्टम जिसमें Bitcoin या किसी अन्य क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में किए गए लेनदेन का रिकॉर्ड कई कंप्यूटरों में बनाए रखा जाता है जो कि Peer-to-peer network से जुड़े होते हैं ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी कहलाती है”
ब्लॉकचेन किसने बनाया है
ब्लॉकचेन तकनीक का पहला दर्ज उल्लेख एक दस्तावेज, या व्हाइटपेपर में आया था. 2008 में बिटकॉइन के रहस्यमय संस्थापक या संस्थापकों द्वारा प्रकाशित किया गया था. जिसे केवल सातोशी नाकामोटो के रूप में जाना जाता है.
5 अप्रैल 1975 को जन्मे जापान के रहने वाले एक व्यक्ति के शुरुआती पत्रों में दावा करने वाले नाकामोटो के दावे के साथ इस निर्विवाद रूप से शानदार कोडर की असली पहचान की अटकलें आज भी जारी हैं.
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Conclusion
दोस्तों वैसे देखा जाए तो आने वाले टाइम में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी एक बेहद उपयोगी टेक्नोलॉजी होगी जो कि हमारे कामों को आसान बनाएगी क्योंकि ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी बहुत ही सिक्योर है.
तो किसी भी यूजर को इसे यूज करने में दिक्कत नहीं होगी यानी कि किसी भी यूजर को हैकिंग का खतरा नहीं रहेगा. ब्लॉकचेन की इस जानकारी के बारे में अगर आपके मन में कोई सवाल उठ रहा है तो आप पूछ सकते हैं.
दोस्तों मुझे उम्मीद है कि आपको ब्लॉकचेन क्या है – What is Blockchain Technology in Hindi यह पोस्ट जरूर पसंद आई होगी अगर आपको इंटरनेट की यह जानकारी कुछ काम की लगी तो इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर कीजिएगा
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जानें अखिर क्या है ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी, जिस पर चलेगा RBI का 'डिजिटल रुपया'
पब्लिक प्रोविडेंट फंड के तहत आप SIP की तरह हर महीने निवेश कर सकते हैं। जिसे किसी भी पोस्ट ऑफिस की ब्रॉन्च में शुरू किया जा सकता है। ये स्कीम 15 साल मेच्योरिटी पीरियड होने के चलते यह लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या है देती है। इसमें निवेश करने पर रिटर्न की गारंटी मिलती है। बता दें, अभी इस पर 7.1% सालाना के हिसाब से ब्याज मिल रहा है। इसमें आपको हर महीने 12500 रुपये निवेश करना होगा।
दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ई-मार्केटप्लेस बना GEM पोर्टल
GeM पोर्टल पर अभी तक 3.38 लाख करोड़ रुपये की खरीद की जा चुकी है। बता दें, सरकार के इस पोर्टल पर सिर्फ वस्तु ही नहीं बल्कि सेवाओं की भी खरीद और बिक्री की जाती है। GeM पर अभी कुल प्रोडक्ट्स की संख्या 29,99,780 है और यहां सेलर्स और सर्विस प्रोवाइडर्स की कुल संख्या 55,01,170 है। विशेषज्ञों के मुताबिक मौजूदा वित्त वर्ष में GeM पर होने वाले कुल बिजनेस की वैल्यू 1.5 लाख करोड़ रुपये के करीब पहुंच सकती है।
पिछले 8 सालों में 80 अरब डॉलर तक पहुंची भारत की जैव अर्थव्यवस्था
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले आठ साल में भारत की जैव अर्थव्यवस्था आठ गुना बढ़ी है। उन्होंने कहा कि 2014 में 10 अरब डॉलर से बढ़कर यह 2022 में 80 अरब डॉलर तक पहुंच गई है। इसके अलावा इस क्षेत्र में निवेश 2014 में 10 करोड़ रुपये से बढ़कर 2022 में 4200 करोड़ रुपये हो गया है। उनका कहना था कि 400 गुना की इस वृद्धि से 25,000 से अधिक उच्च कुशल रोजगार सृजित हुए है।
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