बाजार सूत्रों के पदों

बाजार सूत्रों के पदों
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यदि किस गुणोत्तर श्रेढ़ी का प्रथम पद a है तथा सावर अनुपात r है 2n और पदों का योग उस श्रेढ़ी के n पदों के बराबर है जिसका प्रथम पद b तथा सार्व अनुपात `r^(2)` है , तब पहली श्रेढ़ी के पर्थ दो पदों का योग होगा -
Updated On: 27-06-2022
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दक्षिण में आपका स्वागत आजमगढ़ उत्तर सैनी के प्रश्न हल करें हमारा प्रश्न यदि किसी गुणोत्तर श्रेणी का पहला पति है तथा सरवान बाजार वक्त उसके 10 पदों का योग उसके उत्तर श्रेणी के पदों के योग के बराबर है जिसका पहला पति तथा बाजार सूत्रों के पदों सर्वेंट पदार उसका डाटा पहले 2 पदों का योग का मान ज्ञात करो तो आई एम कमाल करते हैं हमें क्या दिया किसी को तरसेगी का पहला पति तथा सरवन बता रहे हैं तो उसके 1 पदों का योग क्या होता है हमें जानते हैं क्या किसी कोटा सिटी का प्रथम पद पहला पदक अरे हो पहला पति तथा सर्व अनुपात समानुपात क्या हो सरवन पत्रकार हूं तो शिर्डी के एंड पदों का सूत्र होता है आसन बराबर होता है ए ब्रैकेट में आकर गाते एंड -1 भागे हार -1 होता है शिर्डी के अनुभवों का योग उड़ता सेटिंग्स अभी करी है क्या लेगी cdk2 एंड पदों का योग जो है वह दूसरी श्रेणी के नीतू सिडीकेट 1 पदों का योग क्या हो जाएगा एंड के स्थान पर क्या कर देंगे कर देंगे
खंड -1 भाग्य आर -1 यह सिडीकेट 1 पदों का ही हो जाएगा आप हम आते हैं दूसरी साड़ी पर दूसरी सीडी का प्रथम पद क्या कह रहा है दूसरी शिर्डी का बाजार सूत्रों के पदों दूसरी गुणोत्तर श्रेणी का प्रथम पद कह रहा है दूसरी गुणोत्तर श्रेणी का प्रथम पद है दूसरी कुर्ता सीढ़ी का प्रथम पद क्या है दी है प्रथम प्रथम पद भी है तथा सरवन पर क्या है तथा उसका शव अनुपात और है आज उसको अरे सरवन सरवन पद उसका आज इस कारण टू शिरडी के अन्य पदों का योग क्या हो जाएगा उसे डीजे एंड पदों का योग हो जाएगा ऐसे ना सामने मालिया संडास हो जाएगा बी आर स्क्वायर की घाटी एंड -1 भाग्य आज उसका -1 होगा यानी स्कोरकार्ड सही टाइप ही खत्म हो जाएगा अभी आर के खातिर टू एंड -1 भाग्य आज उसका रिमाइंडर
यह कह रहे हैं कि पहली सीढ़ी के 20 पदों का योग 1 बराबर एंड डेकेयर दुखियों के बराबर है तो हमें श्रेणी की पहली सीढ़ी के प्रथम पता था दूसरा पद के योग्यता नानी हमें क्या दिया है कि h2 एंड बराबर क्या है और हम से शिरडी का पहला पत्र दूसरों पर पूछा है तो हम क्या करेंगे s21 यानी हमें क्या है स्टूडेंट के आकार की घाटी एंड माइनस का 1 भाग ए आर - 1 = बिहार की घाटी 10 - 1 / ए आर स्क्वायर माइनस वन समिति सिंह इसमें और उस पर मैंने तुमको क्या लिख सकते हैं आजकल के मायने भी सकते हैं आज - 1 प्लस 1 इक्वल टू माइनस वन भागे हार -1 गुड आर प्लस वन ऑफर क्या है आते 2 - 1 = - 1 - 1
और मैंने सेंड कर जाएगा और आर्ट एंड -1 से आठ 1 - 1 कट जाएगा इधर क्या जाएगा और प्लेसमेंट को धर्म के साथ में खड़ा कर देंगे तो क्या हो जाएगा A1 प्लस का आज बराबर क्या बजे का बिस्कुट साइडिंग से देखी थी क्या है ए प्लस का ए आर एच डी का पहली प्रथम श्रेणी का पहला पति दूसरों से बराबर दिया नियम को क्या पूछा था की पहली सीढ़ी का प्रथम पद दूसरी पद को युग क्या हुआ संदीप पर यूपी के बराबर आ रहा है तुम्हारे कौन सा विकल्प सही हो गया तुम्हारा दिखते हैं मराए विकल्प सही होगा तो आशा करते आपको समझ में आ गया होगा धन्यवाद
विदेशी बाजारों में नरमी से कुछ खाद्य तेलों के भाव टूटे
बाजार से जुड़े सूत्रों ने बताया कि किसानों द्वारा कम भाव में बिकवाली नहीं करने से सोयाबीन दाना के भाव सुधार के साथ बंद हुए। वहीं विदेशी बाजारों में मंदी के चलते कुछ खाद्य तेलों के भाव मामूली गिरावट के साथ बंद हुए।
इसके अलावा मांग कम होने से सरसों तेल-तिलहन के भाव में नरमी आई है।
बाजार सूत्रों ने बताया कि बृहस्पतिवार को मलेशिया एक्सचेंज दो प्रतिशत तक टूटा। वहीं शिकॉगो एक्सचेंज भी 0.6 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है।
सूत्रों ने कहा कि सरकार को खाद्य तेलों की आपूर्ति श्रृंखला को बनाये रखने के लिए आयात की सीमा को पूरी तरह खत्म कर देना चाहिये या पांच प्रतिशत का आयात शुल्क लगा देना चाहिये। शुल्कमुक्त आयात के बाद ‘शार्ट सप्लाई’ (कम आपूर्ति) की वजह से इन तेलों के दाम पांच-छह रुपये प्रति किलो के प्रीमियम के साथ बिक रहे हैं। इस फैसले से आयात बढ़ने के बाद उपभोक्ताओं को भी सस्ते में खाद्य तेल उपलब्ध होगा।
सूत्रों का कहना है कि आयात की बाजार सूत्रों के पदों सीमा से न तो किसानों, उपभोक्ताओं और न ही उद्योग का कोई फायदा हो रहा है। सरकार को सभी खाद्य तेलों पर आयात सीमा खत्म कर देनी चाहिए या सभी पर एक समान कर लगा देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आयात की बाजार सूत्रों के पदों कोटा व्यवस्था खत्म कर देनी चाहिए। इससे सरकार को राजस्व की प्राप्ति होगी, किसानों की फसल बाजार में खपेगी और आयात बढ़ने की वजह से खाद्य तेल भी सस्ते होंगे। इससे उपभोक्ताओं को भी राहत मिलेगी।
बृहस्पतिवार को तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:
सरसों तिलहन -6,775-6,800 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली -7,070-7,135 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 16,600 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली रिफाइंड तेल 2,695-2,955 रुपये प्रति टिन ।
सरसों तेल दादरी- 13,950 रुपये प्रति क्विंटल।
सरसों पक्की घानी- 2,165-2,295 रुपये प्रति टिन।
सरसों कच्ची घानी- 2,235-2,350 रुपये प्रति टिन।
तिल तेल मिल डिलिवरी – 18,500-20,000 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,350 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 13,100 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 11,800 रुपये प्रति क्विंटल।
सीपीओ एक्स-कांडला- 8,400 रुपये प्रति क्विंटल।
बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 12,700 रुपये प्रति क्विंटल।
पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 10,100 रुपये प्रति क्विंटल।
पामोलिन एक्स- कांडला- 9,100 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।
सोयाबीन दाना – 5,150-5,200 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन लूज 4,900-4,950 रुपये प्रति क्विंटल।
मक्का खल (सरिस्का) 4,010 रुपये प्रति क्विंटल।
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Good news! खाद्य तेलों की कीमतों में आएगी गिरावट, ये है बड़ी वजह
आम आदमी के लिए एक अच्छी खबर है। खाने का तेल बहुत जल्द सस्ता होने वाला है। वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि इंडोनेशिया ने निर्यात को बढ़ावा देने और हाई इन्वेंट्री को कम करने के लिए 31 अगस्त तक सभी पाम तेल प्रोडक्ट्स के लिए अपने निर्यात शुल्क को खत्म कर दिया है। बता दें कि इंडोनेशिया दुनिया का सबसे बड़ा पाम तेल निर्यातक है और इस फैसले से पाम तेल की कीमतों में और गिरावट आ सकती है। आपको बता दें कि अप्रैल के अंत से एक साल में इसके दाम में लगभग 50% की गिरावट आई है।
तेल तिलहन बाजार सूत्रों के पदों के दाम टूटे
इधर, देशी बाजारों में खाद्य तेलों के भाव टूटने के बीच देशभर के तेल-तिलहन बाजारों में बीते सप्ताह सरसों, सोयाबीन तेल-तिलहन और पामोलीन तेल कीमतों में गिरावट दर्ज हुई। वहीं मूंगफली और कच्चे पामतेल (सीपीओ) के भाव में सुधार देखने को मिला। बाकी तेल-तिलहनों के भाव अपरिवर्तित रहे। बाजार सूत्रों ने बताया कि विदेशों में खाद्य तेलों का बाजार काफी टूटा है जो गिरावट का मुख्य कारण है।
इस गिरावट की वजह से देश में आयातकों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है क्योंकि उन्होंने जिस भाव पर सौदे खरीदे थे अब उसे कम भाव पर बेचना पड़ रहा है। उन्होंने जिस सीपीओ का आयात 2,040 डॉलर प्रति टन के भाव पर किया था उसकी अगस्त खेप का मौजूदा भाव घटकर लगभग 1,000 डॉलर प्रति टन रह गया है। यानी थोक में सीपीओ (सारे खर्च व शुल्क सहित) 86.50 रुपये किलो होगा।
कितना हुआ दाम
सूत्रों ने कहा कि सोयाबीन में आई गिरावट के कारण पामोलीन तेल के भाव भी टूट गये। सीपीओ के कारोबार में सिर्फ भाव ही है कोई सौदे नहीं हो रहे क्योंकि आयातकों के खरीद भाव के मुकाबले दाम आधे से भी कम चल रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि पिछले सप्ताहांत के मुकाबले बीते सप्ताह सरसों दाने का भाव 125 रुपये की गिरावट के साथ 7,170-7,220 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सरसों दादरी तेल समीक्षाधीन सप्ताहांत में 250 रुपये की गिरावट के साथ 14,400 रुपये क्विंटल पर बंद हुआ।
वहीं सरसों पक्की घानी और कच्ची बाजार सूत्रों के पदों बाजार सूत्रों के पदों घानी तेल की कीमतें भी क्रमश: 35-35 रुपये घटकर क्रमश: 2,280-2,360 रुपये और 2,320-2,425 रुपये टिन (बाजार सूत्रों के पदों 15 किलो) पर बंद हुईं। समीक्षाधीन सप्ताह में कच्चे पाम तेल (सीपीओ) का भाव 50 रुपये बढ़कर 10,950 रुपये क्विंटल हो गया। जबकि पामोलीन दिल्ली का भाव 400 रुपये टूटकर 12,400 रुपये और पामोलीन कांडला का भाव 250 रुपये टूटकर 11,300 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।
Edible Oil Price: 15 से 20 रुपये लीटर ज्यादा महंगा बिक रहा सोयाबीन ऑइल, जानें तेल-तिलहन के ताजा मंडी भाव
Edible Oil Price: लगभग देशों में सूरजमुखी और सोयाबीन के दाम बराबर चल रहे है। तो भारत के खुदरा बाजार में सूरजमुखी तेल आयात भाव के मुकाबले 40से50 रुपये लीटर ज्यादा और सोयाबीन तेल 15से20 रुपये लीटर ज्यादा कीमत पर इन दिनों बेचा जा रहा है। बाजार सूत्रों ने बताया कि देश भर के तेल संगठनों को सरकार को इस मामले से अवगत भी करवाना चाहिए। और तेल संगठनों की खामोशी का लाभ बहुराष्ट्रीय या बड़ी कंपनियों को भी मिलता है। जानकारी के लिए बता दें विदेशी बाजारों में तेजी के रुख और डॉलर के और मजबूत होने के कारण दिल्ली तेलसेतिलहन बाजार में सूरजमुखी, सोयाबीन, सीपीओ और पामोलीन तेल के साथसेसाथ सरसों तेलसेतिलहन कीमतों में भी हल्की तेजी आई, जबकि सामान्य कारोबार के बीच मूंगफली तेलसेतिलहन और बिनौला तेल के भाव पूर्वस्तर पर ही बंद हुए।
बाजार सूत्रों ने बताया कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान जैसी जगहों के आयातक पहले से बहुत ही परेशान थे, जिन्हें लगभग 2,150 डॉलर प्रति टन के भाव आयातित तेल को आधे से भी कम दाम में तब बेचना पड़ा बाजार सूत्रों के पदों जब इसके आयात का दाम करीब 900 डॉलर प्रति टन तक रह गया। इसके साथ डॉलर के मजबूत होने के बाद आयातकों को ज्यादा रुपये का भुगतान भी करना पड़ रहा है। आयातक इस दोहरी मार से भी त्रस्त हैं।
सूत्रों ने बताया कि सरकार के शुल्कमुक्त खाद्य तेलों के आयात का कोटा निर्धारित करने के फैसले के बाद बाकी आयातकों ने नये सौदे खरीदने से हाथ अब खींच लिया। निर्धारित कोटा से अलग आयात करने पर इन आयातकों को आयात शुल्क अदा बाजार सूत्रों के पदों करने के बाद उनका महंगा तेल बाजार में खपना बिल्कुल आसान भी नहीं रह जायेगा क्योंकि बाजार भाव सस्ते आयातित तेलों के हिसाब से भी तय होने लगेगा। ऐसे में नये सौदे नहीं होने से बाजार में भारी शॉर्ट सप्लाई की स्थिति भी बन गई है जिससे तेल कीमतों में भी मजबूती आई है।
पहले से कहीं अधिक कीमत चुकानी पड़ रही बाजार सूत्रों के पदों
सरकार ने सूरजमुखी और सोयाबीन के शुल्क मुक्त आयात का कोटा इस मकसद से तय किया था कि उपभोक्ताओं को ये तेल लगभग 5.50 रुपये लीटर तक सस्ता भी मिलें पर कोटा निर्धारित करने के बाद बाकी खाद्य तेल आयात बाजार सूत्रों के पदों लगभग रुक जाने से उपभोक्ताओं को खाद्य तेलों के लिए पहले से कहीं ज्यादा कीमत भी चुकानी पड़ रही है। इस कदम से न तो तेल उद्योग, न किसान और न ही उपभोक्ताओं को कोई लाभ है। सरकार को अपने इस फैसले पर फिर से विचार करना चाहिये। सूत्रों ने बताया कहा कि दिवाली के मौके पर गुजरात में सप्ताह भर बाजार के बंद रहने की वजह से लिवाल भी नदारद हैं, जिस कारण मूंगफली तेलसेतिलहन कीमतें पूर्वस्तर तक बनी रहीं। बाजार बंद होने से बिनौला तेल के भाव भी पूर्वस्तर पर ही बंद हुए। सुधार के आम रुख के बीच सरसों तेलसेतिलहन कीमतों में भी सुधार देखा गया है। सूत्रों ने कहा कि 'शॉर्ट सप्लाई' की स्थिति के बीच सीपीओ और पामोलीन तेलसेतिलहन कीमतों में सुधार देखने को भी मिला। उन्होंने कहा कि विदेशों में सोयाबीन तेल खली की निर्यात मांग बढ़ने के कारण सोयाबीन तेलसेतिलहन कीमतों में भी सुधार आया।
देश के विभिन्न बाजारों में तेल व तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे: