चढ़ाव के दौर में निफ्टी वायदा

चढ़ाव के दौर में निफ्टी वायदा
अंतिम एक घंटे में कारोबारी में मजबूती की वजह से शुक्रवार को निफ्टी बढ़त के साथ बंद हुआ। बैंक ऑफ अमेरिका, सिटीगु्रप और जनरल इलेक्ट्रिक के दूसरी तिमाही के राजस्व के अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहने की वजह से डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल शुक्रवार को 2.52 फीसदी गिर कर बंद हुआ है। एसजीएक्स निफ्टी भी वैश्विक रुझानों की वजह से 44 अंक की गिरावट के साथ 5,355 पर बंद हुआ। इससे संकेत मिलता है कि सोमवार को निफ्टी लगभग इसी स्तर पर खुल सकता है।
हालांकि निफ्टी में किसी बड़ी गिरावट के आसार नजर नहीं आ रहे हैं, क्योंकि डेरिवेटिव कारोबारियों ने अभी भी अपनी पोजीशन को लिक्वीडेट करना शुरू नहीं किया है। पिछले कुछ दिनों से विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की ओर से मुनाफावसूली देखी जा रही है। निफ्टी जुलाई वायदा शुक्रवार को 4 अंक बढ़ कर बंद हुआ और इसके ओपन इंटरेस्ट में 817,850 शेयर जुड़े।
ब्लूमबर्ग से प्राप्त डाटा के अनुसार कारोबार में तेजी की वजह से निफ्टी में अंतिम 45 मिनट में अच्छी बढ़त देखी गई। टाइम-प्राइस अपॉच्र्युनिटी डाटा के अनुसार निफ्टी को 5,362 पर मजबूत समर्थन मिला। अंतिम घंटे में आई तेजी से निफ्टी के लिए 5424 के स्तर का संकेत मिलता है। हालांकि लगभग सभी कारोबारियों द्वारा मुनाफावसूली और कमजोर वॉल्यूम से सोमवार को धीमी शुरुआत होने का संकेत माना जा रहा है।
भाषा के अनुसार कंपनियों के शानदार तिमाही नतीजों की उम्मीद में इस सप्ताह शेयर बाजार में तेजी का रुख रहने की संभावना है। हालांकि वैश्विक रुख से बाजार में कुछ उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। एसएमसी ग्लोबल के उपाध्यक्ष राजेश जैन ने बताया, वैश्विक कमजोर रुख को देखते हुए सोमवार को बाजार गिरावट के साथ खुलने की संभावना चढ़ाव के दौर में निफ्टी वायदा है, लेकिन बाद में इसमें सुधार आएगा।
विदेशी संस्थागत निवेशकों के सतत पूंजी प्रवाह के कारण 17 जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान देश भर के प्रमुख शेयर बाजारों में तेजी का दौर रहा और सेंसेक्स बढ़त के साथ बंद हुआ। बंबई स्टॉक एक्सचेंज में समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान तेजी का दौर कायम रहा तथा कंपनियों की उम्मीद से बेहतर नतीजों के सामने आने के बाद और विदेशी निधियों के पूंजी अंत:प्रवाह के कारण सूचकांक में लगभग 122 अंकों की तेजी देखने को मिली।
बाजार नियामक सेबी द्वारा स्टॉक के वायदा कारोबार में निपटान के समय वास्तविक डिलीवरी करने के फैसले के कारण कारोबारी धारणा मजबूत हो गई जिससे पांच कारोबारी सत्रों में से तीन सत्रों में तेजी देखने को मिली। बिक्री के लिहाज से ट्रक बनाने वाली भारत की सबसे बड़ी कंपनी टाटा मोटर्स सर्वाधिक लाभ में रहने वाला दूसरा सेंसेक्स आधारित शेयर था जो 7.92 प्रतिशत मजबूत होकर 831.6 रुपये प्रति शेयर हो गया।
इसके वैश्विक स्तर पर वाहनों की बिक्री जून 2009 के मुकाबले जून 2010 में 46 प्रतिशत बढ़कर 91,608 इकाई हो गई। जून को समाप्त तिमाही में टीसीएस ने उम्मीद से कहीं बेहतर 24.25 प्रतिशत का शुद्ध मुनाफा होने की खबर दी है।
शेयर बाजार में गिरावट का दौर थमा: सेंसेक्स 230 पॉइंट उछलकर 52,574 पर बंद, निफ्टी 63 अंक की मजबूती के साथ 15,746 पर रहा, निफ्टी के PSU बैंकिंग में 4% से ज्यादा का उछाल
घरेलू शेयर बाजार में दो दिन से आ रही गिरावट का दौर थम गया। बीएसई सेंसेक्स 230 पॉइंट यानी 0.44% के उछाल के साथ 52,574 पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी 0.4% यानी 63 पॉइंट की मजबूती के साथ 15,746 पर रहा। निफ्टी के 50 शेयरों में से 36 बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि सेंसेक्स के 30 में से 22 शेयरों में मजबूती रही।
PSU बैंक इंडेक्स में 4% का तेज उछाल आया
बड़े शेयरों में रिकवरी के बीच छोटे और मझोले शेयरों में भी जमकर खरीदारी हुई। निफ्टी का मिड कैप इंडेक्स 0.79% चढ़ा, स्मॉल कैप इंडेक्स में 0.65% की मजबूती आई। जानकारों के मुताबिक, डिसइनवेस्टमेंट को लेकर सरकारी बैंकों के डिस्क्लोजर से PSU बैंक इंडेक्स में 4% का तेज उछाल आया। निफ्टी के ऑटो (-0.41%) और IT (-0.28%) इंडेक्स में कमजोरी रही।
शॉर्ट कवरिंग तेजड़ियों के दमखम के बारे में बताती है
सोमवार को सेंसेक्स बहुत कमजोरी के साथ पिछले बंद स्तर से लगभग 600 पॉइंट नीचे 51,887 पॉइंट पर खुला था। निफ्टी ने भी लगभग 150 पॉइंट की कमजोर शुरुआत दी थी। लेकिन समय के साथ बाजार में तेजी का जोर बढ़ता चला गया। हालांकि, बीच में 15,600 पॉइंट के पास कंसॉलिडेशन का दौर चला। बाजार में हो रही शॉर्ट कवरिंग तेजड़ियों के दमखम के बारे में बताती है।
US मॉनेटरी पॉलिसी में सख्ती दिखाने के एलान का असर
गौरतलब है कि अमेरिकी फेड रिजर्व के एक शीर्ष अधिकारी जिम बलार्ड ने दो दिन पहले कहा था कि इंटरेस्ट रेट में पहली बढ़ोतरी 2022 के अंत तक हो सकती है। उनके बयान पर दुनिया भर के शेयर बाजारों में भारी बिकवाली का दौर चला।
निफ्टी के टॉप 5 गेनर्स और लूजर्स
निफ्टी के टॉप 5 गेनर्स शेयरों में अडाणी पोर्ट्स (5.29%), NTPC (3.92%), टाइटन (1.84%), SBI (1.66%) और HDFC लाइफ (1.35%) रहे। सबसे ज्यादा गिरने वाले निफ्टी शेयरों में UPL (-4.43%), विप्रो (-1.39%), हिंडाल्को (-1.01%), टाटा मोटर्स (-0.92%) और मारुति (-0.85%) रहे।
निफ्टी ने 160 पॉइंट की बेहद कमजोर शुरुआत दी
हफ्ते के पहले कारोबारी दिन निफ्टी ने 160 पॉइंट की बेहद कमजोर शुरुआत दी। बेंचमार्क इंडेक्स को 15,500 के पास मजबूत सपोर्ट मिला। निचले स्तरों से हुई रिकवरी में निफ्टी 15,765 की तरफ बढ़ता नजर आया। लगातार तीन दिन तक मुनाफावसूली होने के बाद आज पूरे दिन खरीदारी का दौर चला और अहम सपोर्ट लेवल पर तेजड़िए सक्रिय रहे।
16,000 को छूने की कोशिश करेगा निफ्टी
मोतीलाल ओसवाल के (हेड-टेक्निकल & डेरिवेटिव्स रीसर्च) चंदन तापड़िया के मुताबिक, अगर निफ्टी 15,700 से ऊपर बना रहता है तो 15,900 की तरफ बढ़ता नजर आएगा। यह लेवल पार करने के बाद निफ्टी 16,000 को छूने की कोशिश करेगा। अगर बाजार में गिरावट का दौर चला तो निफ्टी को पहले 15600, फिर 15550 के पास सपोर्ट मिलेगा।
इंडिया VIX में 1.76% का इजाफा
वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिया VIX में 1.76% का इजाफा हुआ। कम वोलैटिलिटी बाजार में तेजी बने रहने की निशानी होती है लेकिन VIX में हल्की सी उछाल उतार-चढ़ाव बढ़ने का संकेत होता है। वायदा बाजार के सौदे इस हफ्ते निफ्टी के 15,500 से 16,000 पॉइंट के दायरे में रहने का संकेत दे रहे हैं।
NTPC, NMDC, HUL, टाइटन, SBI में मजबूती
GMR इंफ्रा, NTPC, NMDC, पिरामल एंटरप्राइजेज, UBL, MFSL, DLF, टोरंट पावर, टाटा पावर, BEL, HUL, टाइटन, SBI, बजाज फिनसर्व, बाटा इंडिया, बंधन बैंक, गुजरात गैस, पिडिलाइट इंडस्ट्रीज, सन टीवी नेटवर्क, रिलायंस इंडस्ट्रीज और ग्रासिम में मजबूती का रुझान रहा। ग्रासिम, UPL, PVR, SRF और कोलगेट पामोलिव में बिकवाली हुई।
ट्रेडर्स को तेजी के सौदों में बने रहना चाहिए
इनवेस्ट19 के फाउंडर और CEO कौशलेंद्र सिंह सेंगर के मुताबिक, 160 पॉइंट यानी 1.15% के गैप के बाद निफ्टी में हायर हाई का पैटर्न बनता देखना सुखद रहा। उनका कहना है कि निफ्टी कभी भी 16,000 का लेवल पार कर सकता है। इसलिए ट्रेडर्स को 15,450 के पास स्टॉप लॉस लगाकर तेजी के सौदों में बने रहना चाहिए।
वित्तीय नतीजे
आज इन कंपनियों के तिमाही नतीजे आने वाले हैं: भारत डायनेमिक्स, इंफोएज, MM फोर्जिंग्स, ऑयल इंडिया और VST टिलर्स।
कंपनी | मार्च 2021 | मार्च 2020 | दिसंबर 2020 | डिविडेंड |
इंफोएज | 66.60 करोड़ | 41.60 करोड़ | 69.80 करोड़ | |
भारत डायनेमिक्स | 260 करोड़ | 310 करोड़ | 49.20 करोड़ | 0.65 रुपए |
HBL पावर | 10.16 करोड़ | 9.35 करोड़ | 8.10 करोड़ | |
रिको ऑटो | 10.50 करोड़ | -4.10 करोड़ | 4.4 करोड़ | 0.20 रुपए |
एशिया में बिकवाली, चीन में मजबूती
जापान का निक्केई इंडेक्स 3.39% धराशायी हो गया। हांगकांग के हैंगसेंग में 0.96% की गिरावट आई। कोरिया का कोस्पी 0.83% कमजोर हुआ। चीन के शंघाई कंपोजिट में 0.12% की मजबूती आई। ऑस्ट्रेलिया का ऑल ऑर्डिनरी 1.82% गिरकर बंद हुआ।
FII और DII डेटा
NSE पर मौजूद प्रोविजनल डेटा के मुताबिक, शुक्रवार 18 जून को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने शुद्ध रूप से 2,680 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे थे। यानी उन्होंने जितने रुपए के शेयर बेचे थे, उससे इतने ज्यादा रुपए के शेयर खरीदे थे। घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने शुद्ध रूप से 446 करोड़ रुपए के शेयरों की खरीदारी की थी।
ग्लोबल शेयर मार्केट में आई थी तेज गिरावट
शुक्रवार को अमेरिकी बाजार तेज गिरावट के साथ बंद हुए थे। डाउ जोंस 1.58% की गिरावट के साथ 33,290 पर बंद हुआ था। नैस्डैक 0.92% की कमजोरी के साथ 14,030 पर रहा था। S&P 500 इंडेक्स 1.31% की गिरावट के साथ 4,222 पर बंद हुआ था। ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के शेयर बाजार भी गिरावट के साथ बंद हुए थे।
शेयर बाजार : एफएंडओ परिपक्वता से उतार-चढ़ाव संभव
देश के शेयर बाजारों में अगले सप्ताह एफएंडओ सौदों की परिपक्वता के कारण उतार-चढ़ाव देखी जा सकती है।
Published: July 26, 2015 9:56 AM IST
मुंबई: देश के शेयर बाजारों में अगले सप्ताह वायदा एवं विकल्प (एफएंडओ) सौदों की परिपक्वता के कारण उतार-चढ़ाव देखी जा सकती है। जुलाई महीने के एफएंडओ सौदे गुरुवार 30 जुलाई को परिपक्व होंगे। यह भी पढ़े:सेंसेक्स, निफ्टी में 1 फीसदी से अधिक गिरावट
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अगले सप्ताह निवेशकों की नजर कंपनियों द्वारा पेश किए जाने वाले तिमाही परिणामों, संसद के मानसून सत्र के घटनाक्रमों, मानसून की प्रगति, विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) और घरेलू संस्थागत निवेश (डीआईआई) के आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के रुझान, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और तेल की कीमतों पर भी बनी रहेगी।
मौजूदा कारोबारी साल की प्रथम तिमाही (अप्रैल-जून) के कारोबारी परिणाम जारी करने का दौर जारी है। अगस्त के दूसरे सप्ताह तक शेयर बाजारों में सूचीबद्ध कंपनियों के परिणाम आते रहेंगे। इस दौरान निवेशक परिणाम के साथ कंपनी प्रबंधन द्वारा की जाने वाली आगामी तिमाहियों की आय की भविष्यवाणी में निवेश के अवसर ढूढेंगे।
सोमवार को अंबुजा सीमेंट और जस्ट डायल, मंगलवार को एचडीएफसी और स्पाइसजेट, बुधवार को यस बैंक, डाबर इंडिया और जेएसडब्ल्यू स्टील, गुरुवार को आईडीएफसी और आईटीसी तथा शुक्रवार को एलएंडटी, आईसीआईसीआई बैंक और सुजलॉन एनर्जी अपनी तिमाही परिणामों की घोषणा करेंगी।
राजनीतिक मोर्चे पर संसद के मानसून सत्र की गतिविधियों पर निवेशकों की नजर रहेगी। गत सप्ताह शुरू हुआ मानसून सत्र 13 अगस्त, 2015 तक चलेगा। भ्रष्टाचार के मुद्दे के कारण संसद के प्रथम सप्ताह में सुधार की दिशा में कोई उल्लेखनीय प्रगति नहीं हो सकी। राज्यसभा की चयन समिति ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक पर अपनी रिपोर्ट बुधवार 22 जुलाई को सदन के पटल पर रख दी। यह विधेयक लोकसभा में पहले पारित हो चुका है। राज्यसभा में हालांकि सत्ता पक्ष को बहुमत हासिल नहीं है।
आगामी सप्ताह में बाजार की चाल मानसून की प्रगति पर भी निर्भर करेगी। जून-सितंबर के दौरान मानसूनी बारिश देश की अर्थव्यवस्था के लिए संजीवनी के समान होती है, क्योंकि देश की खेती मुख्यत: बारिश पर ही निर्भर करती है।
मानसूनी बारिश की स्थिति पर भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा मुख्य दरों में कटौती करने या न करने की संभावना निर्भर करती है। रिजर्व बैंक चार अगस्त को अगली मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा करेगा। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 23 जुलाई को जारी रपट में कहा है कि देशभर में मानसूनी बारिश दीर्घावधि औसत से सात फीसदी कम रही है। क्षेत्रवार तौर पर पश्चिमोत्तर भारत को छोड़ कर देश के अन्य हिस्सों में भी यह औसत से कम रही है। पश्चिमोत्तर हिस्से में यह हालांकि औसत से छह फीसदी अधिक रही है।
आगामी सप्ताह निवेशकों की निगाह तेल विपणन कंपनियों पर भी रहेगी, जो तेल मूल्यों की समीक्षा करेगी। तेल विपणन कंपनियां हर महीने के मध्य और आखिर में गत दो सप्ताह के आयाति तेल मूल्यों के आधार पर यह समीक्षा करती है। तेल कंपनियां हर महीने के आखिर में गत एक महीने के आयात मूल्य के आधार पर विमान ईंधन मूल्य की भी समीक्षा करती हैं।
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अमेरिकी चुनाव का असर: भारतीय शेयर बाजार में जोरदार तेजी, सेंसेक्स ने लगाई 503 अंकों की छलांग
एक्सपर्ट्स की मानें तो अभी शेयर बाजार (Share Market) में उतार चढ़ाव का दौर जारी रहेगा. ऐसे में निवेशकों को सावधानी पूर्वक इंवेस्टमेंट करनी चाहिए.
नॉमिनी बनाने की प्रक्रिया बेहद आसान होती है. आप डीमैट अकाउंट खोलते वक्त ही किसी को नॉमिनी बना सकते हैं. अगर आपने अकाउंट खोलते वक्त किसी को नॉमिनी नहीं बनाया है तो बाद में फॉर्म भर कर इसे अपडेट करा सकते हैं. अगर विकल्प मौजूद है तो खाता खोलते वक्त ही नॉमिनी का नाम भर देना चाहिए.
Updated on: Nov 03, 2020 | 4:57 PM
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले वैश्विक बाजारों का रुख सकारात्मक नजर आया. मंगलवार को बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स (Sensex) 503.55 अंक उछाल के साथ 40,261.13 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) का निफ्टी 144.35 अंक की बढ़त के साथ 11,813.50 अंक पर कारोबार कर रहा था. मंगलवार को शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स 400 से अधिक अंक चढ़ गया था.
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में छह प्रतिशत से अधिक वृद्धि के साथ आईसीआईसीआई बैंक सबसे आगे रहा. इसके अलावा स्टेट बैंक, एचडीएफसी, पावर ग्रिड, सन फार्मा, इंडसइंड बैंक, टाइटन, बजाज आटो और एचडीएफसी बैंक में भी लाभ रहा. इसके विपरीत एनटीपीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, नेस्ले इंडिया, एचसीएल टेक और इन्फोसिस के शेयरों में गिरावट रही.
हाजिर मांग के कारण कच्चा तेल की कीमतों में तेजी
मजबूत हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को बढ़ाया जिससे वायदा बाजार में कच्चा तेल की कीमत मंगलवार को 38 रुपये की तेजी के साथ 2,769 रुपये प्रति बैरल हो गयी. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में नवंबर महीने की डिलिवरी वाले कच्चा तेल अनुबंध की कीमत 38 रुपये यानी 1.39 प्रतिशत की तेजी के साथ 2,769 रुपये प्रति बैरल हो गयी. इसमें 3,043 लॉट के लिये कारोबार हुआ.
मिनटों में निवेशकों को हुआ 1 लाख करोड़ से ज्यादा का फायदा
मंगलवार को शेयर बाजार में तेजी से निवेशकों को जोरदार चढ़ाव के दौर में निफ्टी वायदा फायदा हुआ. कुछ ही मिनटों के कारोबार में निवेशकों को 1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का फायदा हुआ. सोमवार को बीएसई पर लिस्टेड कुल कंपनियों का मार्केट कैप 1,57,18,574.96 करोड़ रुपए था, जो आज 1,31,336.77 करोड़ रुपए बढ़कर 1,58,49,911.73 करोड़ रुपए हो गया.
सोमवार को 144 अंक चढ़कर बंद हुआ था सेंसेक्स
उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार के बाद घरेलू शेयर बाजार सोमवार को आखिरकार बढ़त के साथ बंद हुआ. सेंसेक्स बीते सत्र से करीब 144 अंक चढ़कर 39,758 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 27 अंकों की बढ़त के साथ 11,669 पर ठहरा. बैंकिंग और वित्तीय सेक्टर के शेयरों में लिवाली से बाजार को सपोर्ट मिला. सेंसेक्स पिछले सत्र से 143.51 अंकों यानी 0.36 फीसदी की तेजी के साथ 39,757.58 पर बंद हुआ और निफ्टी भी 26.75 अंकों यानी 0.23 फीसदी की बढ़त के साथ 11,669.15 पर ठहरा.
बाजार में जारी रहेगा उतार चढ़ाव का दौर
बता दें बाजार में चल रहे रहे उतार चढ़ाव की वजह कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी, अमेरिका में राहत पैकेज में देरी और अमेरिका-चीन के बीच चल रहे तनाव को माना जा रहा है. ज्यादातर इंवेस्टर्स इस बात से परेशान हैं कि COVID-19 के मामलों में तेजी की वजह से कहीं सरकार दोबारा लॉकडाउन की घोषणा न कर दे. एक्सपर्ट्स चढ़ाव के दौर में निफ्टी वायदा की मानें तो अभी बाजार में उतार चढ़ाव का दौर जारी रहेगा. ऐसे में निवेशकों को सावधानी पूर्वक इंवेस्टमेंट करनी चाहिए.
Stock Market News: मामूली बढ़त के साथ बंद हुए सेंसेक्स और निफ्टी, सन फार्मा का शेयर 3 फीसदी से ज्यादा चढ़ा
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (BSE Sensex) 55.550.30 अंक पर बंद हुआ जो एक दिन पहले की तुलना में 85.91 अंक यानी 0.15 प्रतिशत की बढ़त दर्शाता है। सेंसेक्स की कंपनियों में सन फार्मा, डॉ रेड्डीज, पावरग्रिड, आईटीसी और टाइटन लाभ में रहीं। बाजार में इस समय अल्पावधि एवं मध्यम-अवधि के लिए अनिश्चितता बनी हुई है।
हाइलाइट्स
- अमेरिका में फेड रिजर्व के कदम पर भी नजरें
- नेस्ले, MSI, टाटा स्टील, NTPC, अल्ट्राटेक सीमेंट, एक्सिस बैंक को नुकसान
- अल्पावधि एवं मध्यम-अवधि के लिए अनिश्चितता
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
जूलियस बायर के कार्यकारी निदेशक मिलिंद मुछला ने कहा कि भारतीय शेयर बाजार वैश्विक बाजारों के रुझान पर चल रहे हैं और इसी वजह से उठापटक देखी जा रही है। उन्होंने कहा, "भू-राजनीतिक मोर्चों पर आने वाली खबरों से बाजार में उतार-चढ़ाव आ रहे हैं।" मुछला ने कहा कि बाजार में इस समय अल्पावधि एवं मध्यम-अवधि के लिए अनिश्चितता बनी हुई है। यूक्रेन पर रूस के हमले से पैदा हुए तनाव के साथ अमेरिका में फेड रिजर्व के कदम पर भी नजरें टिकी हुई हैं।
वैश्विक बाजारो का हाल
एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग और टोक्यो के सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए जबकि शंघाई बाजार में थोड़ी तेजी दर्ज की गई। अमेरिका में शेयर बाजार गुरुवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.93 प्रतिशत की बढ़त के साथ 111.4 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। विदेशी संस्थागत निवेशकों का भारतीय बाजारों में बिकवाली का सिलसिला जारी है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को विदेशी निवेशकों ने 1,981.15 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिक्री की।
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