निवेश रणनीति

ऑनलाइन ब्रोकर्स

ऑनलाइन ब्रोकर्स

शेयर मार्केट में अकाउंट कैसे खोलें

शेयर मार्केट के फायदे

शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए निम्न औपचारिकताओं को पूर्ण करना होता है:

स्टॉक ब्रोकर के साथ पंजीकरण

भारत ऑनलाइन ब्रोकर्स में ट्रेडिंग के लिए मुख्यतः दो प्लेटफार्म बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) एवं एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) उपलब्ध है। परंतु निवेशक सीधे तौर पर उपलब्ध प्लेटफार्म पर ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं। ट्रेडिंग आरंभ करने से पूर्व निवेशकों को स्टॉक ब्रोकर्स के साथ पंजीकरण करना अनिवार्य होता है। स्टॉक ब्रोकर्स निवेशक के प्रतिनिधि के रूप में सभी प्रकार की खरीद-फरोख्त करते हैं। स्टॉक ब्रोकर्स मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं:

डिस्काउंट ब्रोकर्स: डिस्काउंट ब्रोकर्स जैसे कि जीरोधा, एंजल ब्रोकिंग का उपयोग निवेशकों द्वारा उस स्थिति में किया जाता है जब वे स्वयं ट्रेडिंग करना चाहते हैं जिसके कारण स्टॉक ब्रोकर्स निवेशकों पर बहुत कम ट्रांजैक्शन शुल्क एवं वार्षिक मेंटेनेंस शुल्क लागू करते हैं।

फुल सर्विस ब्रोकर्स: फुल सर्विस ब्रोकर्स अपने अनुभव एवं विश्लेषण के आधार पर निवेशकों को संपूर्ण सेवाएं प्रदान करते हैं। उदाहरण के तौर पर उचित स्टॉक उचित समय पर चुनाव करना एवं चुने गए स्टॉक में निवेश की जाने वाली राशि को सुनिश्चित करना। फुल सर्विस ब्रोकर निवेशकों को और भी सेवाएं प्रदान करते हैं उदाहरण के तौर पर टैक्स संबंधी सुझाव, एस्टेट प्लैनिंग, कंस्ट्रक्शन, इनिशियल पब्लिक आफरिंग आदि। फुल सर्विस ब्रोकर निवेशकों के पोर्टफोलियो में निरंतर सुधार भी करते रहते हैं। इसी कारण फुल सर्विस ब्रोकर्स निवेशकों पर सामान्य से अधिक शुल्क लागू करते हैं।

आवेदन: उचित स्टॉक ब्रोकर के चुनाव के बाद निवेशक द्वारा स्टॉक ब्रोकर को संपूर्ण व्यक्तिगत जानकारी प्रदान की जाती है जिसके आधार पर निवेशक की सरकारी विनियमन के अंतर्गत जांच की जाती है एवं पंजीकरण किया जाता है। आज के समय में ट्रेडिंग अकाउंट ऑनलाइन सिर्फ 15 मिनट में ही खो जाते हैं और उसके बाद आप अपनी ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।

ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करना

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग आरंभ करने के लिए स्टॉक ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करना अनिवार्य है। ट्रेडिंग अकाउंट निवेशक द्वारा की गई सभी प्रकार की खरीद-फरोख्त को दर्शाता है। ट्रेडिंग अकाउंट निवेशक के बैंक अकाउंट एवं डीमैट अकाउंट के मध्य संपर्क स्थापित करता है।

ट्रेडिंग अकाउंट के उपयोग द्वारा स्टॉक्स खरीदे जाने पर संबंधित राशि बैंक अकाउंट से डेबिट हो जाती है एवं इसके विपरीत स्टॉक्स के बेचे जाने पर जाने पर संबंधित राशि बैंक अकाउंट में क्रेडिट हो जाती है।

ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करने के लिए केवाईसी फॉर्म के साथ निम्न दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • वर्तमान बैंक अकाउंट से संबंधित कैंसल्ड चेक
  • आय प्रमाण पत्र
  • निवास प्रमाण पत्र
  • पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ

डीमैट अकाउंट ओपन करना

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग आरंभ करने के लिए स्टॉक ब्रोकर के साथ डिमैट अकाउंट ओपन करना भी अनिवार्य है। डिमैट अकाउंट निवेशक द्वारा संग्रहित सभी प्रकार की सिक्योरिटी को दर्शाता है। डीमैट अकाउंट का उपयोग निवेशक द्वारा खरीदे गई सभी प्रकार की सिक्योरिटी को संग्रहित करने के लिए किया जाता है।

ट्रेडिंग अकाउंट के उपयोग द्वारा शेयर खरीदे जाने पर संबंधित शेयर की संख्या डिमैट अकाउंट में क्रेडिट हो जाती है एवं इसके विपरीत शेयर के बेचे जाने पर संबंधित शेयर की संख्या डीमैट अकाउंट से डेबिट हो जाती है।

डिमैट अकाउंट ओपन करने के लिए केवाईसी फॉर्म के साथ निम्न दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • आय प्रमाण पत्र
  • निवास प्रमाण पत्र
  • पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ

बैंक अकाउंट लिंक करना

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग आरंभ करने के लिए बैंक अकाउंट का ट्रेडिंग अकाउंट के साथ लिंक होना अनिवार्य है। ट्रेडिंग अकाउंट का बैंक अकाउंट के साथ लिंक होना स्टॉक मार्केट में होने वाली खरीद-फरोख्त को सहज बनाता है।

ट्रेडिंग अकाउंट एवं डिमैट अकाउंट के सक्रिय होने एवं ट्रेडिंग अकाउंट एवं बैंक अकाउंट लिंक होने के बाद निवेशक ट्रेडिंग आरंभ कर सकते हैं। स्टॉक मार्केट में निवेश एक लाभप्रद विकल्प है एवं इसके पोर्टफोलियो को विविधीकरण प्रदान कर इसे अधिक लाभप्रद बनाया जा सकता है।

ध्यान दें बैंक अकाउंट लिंक करने के लिए आपको कुछ अलग से नहीं करना पड़ता है। ट्रेडिंग अकाउंट खोलते वक्त आपका बैंक अकाउंट खुद ब खुद आपके ट्रेडिंग अकाउंट के साथ लिंक कर दिया जाता है।

अमेरिका की तरह क्या भारत में भी खत्म हो सकती है ब्रोकरेज फीस? जानिए जेरोधा के Nithin Kamath ने क्या दिया जवाब

अमेरिका में ब्रोकर्स कई ऐसे तरीकों से भी कमा सकते हैं, जिनकी सेबी यहां अनुमति नहीं देता है.

अमेरिका में ब्रोकर्स कई ऐसे तरीकों से भी कमा सकते हैं, जिनकी सेबी यहां अनुमति नहीं देता है.

Zero Brokerage Fee In India? : भारत में कम होने की जगह भविष्य में ब्रोकरेज फीस और बढ़ सकती है. अमेरिका में ब्रोकर्स कई . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : February 10, 2022, 11:33 IST

नई दिल्ली. अमेरिका में शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते समय किसी तरह के ब्रोकरेज फीस (Brokerage Fees) का भुगतान नहीं करना पड़ता है. हालांकि, भारत में शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते समय ब्रोकरेज फीस सहित तमाम तरह के दूसरे चार्जेज और फीस का भुगतान करना जरूरी है. इस बीच, लोग सोशल मीडिया पर अक्सर ब्रोकरेज फीस को घटाए जाने या उसे शून्य करने की मांग करते रहते हैं. अमेरिका की तरह क्या भारत में भी ऐसा संभव है?

देश की सबसे बड़ी ऑनलाइन ब्रोकिंग फर्म जेरोधा (Zerodha) के सीईओ एवं को-फाउंडर नितिन कामत (Nithin Kamath) ने इस संबंध में जवाब दिया है. ट्वीट की एक सीरीज में उन्होंने कई ऑनलाइन ब्रोकर्स यूजर्स के इस सवाल के जवाब में कहा कि कई लोग मुझसे पूछते हैं कि क्या ब्रोकरेज फीस अमेरिका की तरह शून्य हो सकती है? क्यों नहीं कोई एक मंथली ब्रोकरेज प्लान लाया जाता है, जिसके तहत यूजर्स को अनलिमिटेड ट्रेडिंग की सुविधा दी जाए?

भारत बढ़ सकती है फीस

नितिन कामत ने कहा कि भारत में कम होने की जगह भविष्य में ब्रोकरेज संबंधी चार्जेज और बढ़ सकते हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका में ब्रोकर्स कई ऐसे तरीकों से भी कमाते हैं, जिनकी सेबी (SEBI) यहां अनुमति नहीं देता है. वहां, ब्रोकर्स को ऑर्डर फ्लो के लिए पेमेंट मिलता है, क्योंकि वे कस्टमर्स ऑर्डर को बेचते हैं. यहां ऐसा नहीं करना संभव नहीं है. इसके अलावा, अमेरिका में ब्रोकर्स सिक्योरिटी लेडिंग के जरिए कमाते हैं. भारत के विपरीत वहां स्टॉक को स्ट्रीट या ब्रोकर्स के नाम से रखा जाता है और वे उन्हें उधार देकर पैसे कमा सकते हैं.

वर्किंग कैपिटल के लिए कर सकते हैं इस्तेमाल

कामत का कहना है कि अमेरिका में ब्रोकर्स को फ्लोटिंग आय मिलती है. भारत में हर तिमाही के अंत में सेटलमेंट के तहत कस्टमर्स के डीमैट खाते में निष्क्रिय राशि वापस भेज दी जाती है, जबकि लेकिन अमेरिका में फंड ब्रोकर्स के पास बने रहते हैं. वे न केवल इस पर ब्याज कमाते हैं, बल्कि इसका इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल के लिए भी करते हैं.

भारत सबसे अच्छा रेगुलेटेड मार्केट

उन्होंने ट्वीट में कहा कि उनका मानना है कि अमेरिका की तरह भारत में ब्रोकरेज फीस कभी जीरो नहीं हो सकती है. हालांकि, निवेशकों की सुरक्षा के लिहाज से भारत अब तक दुनिया का सबसे अच्छा रेगुलेटेड मार्केट है. यहां निवेश पर अन्य देशों के मुकाबले जोखिम काफी कम रहता है. निवेशकों का पैसा डूबने का खतरा कम होता है.

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शेयर बाजार में कैरियर की अपार संभावनाएं

शेयर बाजार में Broker sub broker या शेयर बाजार की ब्रोकर्स कंपनियों में नौकरी करके अच्छा कैरियर बनाया जा सकता है यदि आप शेयर मार्केट में अपना कैरियर बनाना चाह रहे हैं तो यह सही कदम हो सकता है भारतीय शेयर बाजार में कैरियर की अपार संभावनाएं हैं शेयर बाजार में नौकरी या स्वतंत्र एजेंट के
रूप में कार्य कर सकते हैं शेयर बाजार में नौकरी के लिए पहले आपको कुछ कोर्स करने पड़ेंगे हैं इसलिए आपकी योग्यता 12वीं कॉमर्स अर्थशास्त्र वित्त विषय के साथ आवश्यक है शेयर बाजार के ऊंचे पदों पर पहुंचने के लिए आपकी योग्यता ग्रेजुएशन होना आवश्यक है शेयर बाजार में नौकरी के लिए शेयर बाजार के नियमों की जानकारी होना आवश्यक है.

  1. ब्रोकर बनके शेयर मार्केट में कैरियर
  2. सब ब्रोकर बनके शेयर मार्केट में कैरियर
  3. ट्रेडिंग करके शेयर मार्केट में कैरियर
  4. ब्रोकर कंपनियों में नौकरियां
  5. Stock exchanges jobs
  • चार्टर्ड फाइनेंशियल अकाउंट एनालिस्ट इक्विटी रिसर्च
  • BSE सर्टिफिकेशन ऑन करेंसी फ्यूचर
  • BSE सर्टिफिकेशन आफ सेंट्रल डिपॉजिटरी
  • BSE सर्टिफिकेशन ऑन डेरिवेटिव्स एक्सचेंज
  • BSE सर्टिफिकेशन ऑन सिक्योरिटी मार्केट्स
  • NSE सर्टिफिकेट इन फाइनेंसियल मार्केट्स
  • पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा कैपिटल मार्केट एंड फाइनेंसियल सर्विस
  • पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन फंडामेंटल आफ कैपिटल मार्केट डेवलपमेंट

शेयर बाजार में आप अकाउंटेंट कैपिटल मार्केट स्पेशलिस्ट अर्थशास्त्री इक्विटी विश्लेषक वित्त प्रबंधक वित्त सलाहकार वित्तीय योजना कर या स्वतंत्र एजेंट के रूप में ब्रोकर्स कंपनियों में मैचुअल फंड की कंपनियों में नौकरी कर सकते हैं जिनकी मंथली सैलेरी 30000से ₹40000 कम से कम हो सकती है

भारतीय स्टॉक एक्सचेंज के ब्रोकर कैसे बने
भारतीय स्टॉक एक्सचेंज में ब्रोकर बनने के लिए आपको सेबी में रजिस्ट्रेशन कराना पड़ेगा और ऑनलाइन आपका पोर्टल होना चाहिए जिससे आप अपने ग्राहकों को शेयर खरीदने और बेचने के लिए आमंत्रित कर सके यह प्रक्रिया काफी महंगी हो सकती है

दूसरा सरल और आसान तरीका सब ब्रोकर बनने का स्टॉक एक्सचेंज में पहले से लिस्टेड ब्रोकर्स कंपनियों के सब ब्रोकर बनकर आप अपनी आमदनी और अपना कैरियर बना सकते हैं इसके लिए आपको स्टॉक एक्सचेंज में रजिस्टर्ड कंपनियों से संपर्क करना होगा

सब ब्रोकर के कार्य
सब ब्रोकर के यह कार्य होते हैं कि कंपनी के बिजनेस को बढ़ाने के लिए नए ग्राहकों को ढूंढना उनके अकाउंट खोलना ट्रेडिंग सिखाना ट्रेडिंग के बारे में जागरूक करना जितने ही ग्राहक आप कंपनी को खोल के देंगे उसी हिसाब से आपको कमीशन मिलेगा सब ब्रोकर बन कर भी आप अच्छी खासी इनकम कर सकते हैं

यदि आपके पास ग्रेजुएशन 12 वीं या संबंधित विषय के साथ योग्यता नहीं है फिर भी आप शेयर मार्केट से कमाई कर सकते हैं आप स्वयं ट्रेडिंग करें आपको ट्रेडिंग करने के लिए ना शेयर बाजार का कोई कोर्स करना पड़ेगा और ना ही किसी कंपनी के साथ जुड़कर कार्य करना पड़ेगा यह कार्य सिर्फ आपका ही होगा और नफा नुकसान भी आपका ही होगा शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए आपको मार्केट का अनुभव होना भी जरूरी है प्रोफेशनल ट्रेडर शेयर मार्केट से अच्छी कमाई कर रहे हैं जिन की मंथली इनकम लाखों में है
शेयर बाजार में कैरियर

Jobs in share market
शेयर मार्केट की ब्रोकर्स कंपनियां अपने एम्पलाई को ट्रेडिंग में सपोर्ट कॉल ऑन ट्रेड या टेक्निकल फाल्ट और कंपनी का प्रचार प्रसार कस्टमर की सहायता करने के लिए जॉब पर रखती हैं स्टॉक एक्सचेंज का सदस्य बनने का के लिए आपको संबंधित कोर्स के साथ ग्रेजुएशन की डिग्री और किसी ब्रोकरेज कंपनी का 6 महीने का प्रशिक्षण कोर्स होना अनिवार्य होता है

शेयर बाजार में कैरियर

भारतीय स्टॉक मार्केट में रजिस्टर कुछ कंपनियां जो जॉब दे सकती हैं शेयर बाजार की ब्रोकरेज कंपनियों में नौकरी के लिए कैसे करें आवेदन
5paisa.com पर जाकर आप carrier ऑप्शन का चुनाव करें

https://www.5paisa.com/careers jobdetails?
लिंक पर क्लिक करके 5 Paisa शेयर बाजार की ब्रोकर्स कंपनी में जॉब के

लिए अप्लाई कर सकते हैं

यदि आप शेयर बाजार की ब्रोकरेज कंपनी का sub broker बनना है ऑनलाइन ब्रोकर्स तो आप एंजल ब्रोकिंग की वेबसाइट पर जाकर सब ब्रोकर के लिए आवेदन कर दें और भी ऑनलाइन आपको शेयर बाजार के ब्रोकरेज कंपनियों के नाम और पते मिल जाएंगे जिन पर आप जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं

शेयर बाजार में कैरियर

शेयर मार्केट कैसे कार्य करता है
शेयर मार्केट में सभी कंपनियों के शेयर ग्राहकों के लिए खरीदने और बेचने के लिए लिस्टेड है शेयर मार्केट में ऑनलाइन शेयरों की खरीदारी और बिक्री की जाती ऑनलाइन ब्रोकर्स है बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज भारत के दो महत्वपूर्ण स्टॉक एक्सचेंज है BSE का सूचकांक सेंसेक्स है और NSE का सूचकांक निफ्टी फिफ्टी है
और सभी ग्राहक ब्रोकर के माध्यम से भारतीय स्टॉक एक्सचेंज में खरीद और बिक्री करते हैं
भारतीय शेयर बाजार का पूरा संचालन सेबी की देखरेख में होता है सभी प्रकार की ब्रोकर्स कंपनियां सभी प्रकार की शेयर लिस्टेड कंपनियां सेबी की देखरेख में कार्य करती हैं
उपयुक्त तरीकों से आप शेयर बाजार में कैरियर बना सकते हैं

शेयर मार्केट के बारे में संपूर्ण जानकारी
ऑनलाइन गोल्ड कैसे खरीदें

शेयर बाज़ार में कैसे करें निवेश

क्या आप अपनी पूंजी का कुछ हिस्सा शेयर बाज़ार में लगाना चाहते हैं? क्या आप FD से ज़्यादा कामना चाहते हैं और रिस्क लेने के इच्छुक हैं?

अगर इन सब का जवाब हाँ है और आपको यह नही मालूम की शेयर बाज़ार में निवेश कैसे करें, तो यह लेख आपके लिए है|

शेयर बाज़ार में सही तरीके से निवेश किया जाए तो आप एक साल में 15% से 20% तक भी कमा सकते हैं| परंतु अगर अपने कुछ ग़लत शेयर चुन लिए, तो आप का पैसा डूब भी सकता है, वैसे यह बहुत कम होता है|

कुछ उदाहरण पेश करते हुए बताना चाहूँगा, लंबे समय का निवेश करने की सोच रखने वाले लोग इसमे बहुत बढ़िया पैसा बना सकते हैं| इंट्रा-डे निवेश भी किया जा सकता है परंतु उसके लिए बहुत ध्यान से शेयर के दाम को लगातार देखते रहना पड़ता है, और इसमें लालच ना ही किया जाए तो अच्छा रहता है|

इस बार के लेख में कुछ उदाहरण दूँगा की किस तरह लोगों ने पैसे बनाए और किस तरह लोगों ने पैसे डूबाए|

कुछ शेयर जो अच्छा ख़ासा मुनाफ़ा दे गये पिछले वर्ष- ADANI 300%, HDFC AMC 133%, गुजरात गॅस- 94%, Mannapuram Finance 88%, Relaxo Footwears 70% एवम बहुत सी कंपनीज़|

वहीं गिरने वालों में, जहाँ कुछ बुरी खबरों ने इन शेयर के दामों को औंधे मुँह गिरा फेंका- JetAirways- 85% गिरा, YesBank 73% गिरा, India Bull Housing Finance 61% गिरा, IIFL 71% एवम कई और|

निवेश के तरीके

इंट्राडे:

जैसा कि नाम से पता चलता है, इसमें निवेशक जिस दिन कोई शेयर खरीदता है उसी दिन बेच देता है| इसमे जल्दी फ़ायदा और कम फ़ायदा सोच के निवेश किया जाता है और इसमें नज़रें गढ़ा के शेयर के दाम को देखा जाता है, कि कब मेरा आवश्यक दाम आए और कब उसको बेच सकूँ, यह भी देखा जाता है कि ट्रेड उल्टा ना पद जाए, मतलब कहीं लेने के देने ना पड़ जाएँ| इस तरह का निवेश उन लोगों के लिए सही है जो इस पे रोज़ अच्छे से ध्यान दे सकें|

डिलीवेरी या लंबे समय का निवेश::

इस तरह के निवेश में खरीददार शेयर खरीदते समय यह सोचता है कि मैं कितने समय तक यह शेयर रख सकता हूँ की मैं मुनाफ़ा कमा सकूँ| अगर मैं यह शेयर कुछ महीने या साल तक रखूँगा तो इसमे अच्छा मुनाफ़ा हो सकता है| शुरुआत में निवेशकों को इसी तरह के ट्रेड का सुझाव दिया जाता है|

कैसे करें शुरुआत?

आपको ट्रेडिंग करने के लिए एक डिमेट अकाउंट की ज़रूरत पड़ेगी| यह डिमेट अकाउंट आप अपने शहर में किसी भी ब्रोकर द्वारा भी खुलवा सकते हैं अथवा आप कुछ ऑनलाइन ब्रोकर्स से भी खुलवा सकते हैं|

कुच्छ ऑनलाइन ब्रोकर्स:

Zerodha पे आप को साल का 300 रुपये देना पड़ता है अकाउंट खोलने के लिए| इसमे आपको कम ब्रोकरेज चार्जस मिलते हैं और यह आजकल बहुत प्रसिद्ध है|

Upstox आपको पहले साल बिल्कुल फ्री अकाउंट दे रहा है, और आपको अकाउंट खोलने पे यह कूपन “UPXJAN300” लगाने पे और रेफरल id में 617361 डालने पे 300 का फ्लिपकार्ट का कूपन भी भेज रहा है| इसमे सबसे कम चार्जस हैं बिल्कुल Zerodha की तरह|

अगले लेख में मैं ट्रेडिंग के कुछ टिप्स पेश करूँगा और मार्केट में किस किस तरह से ट्रेडिंग किया जा सकता है, इन चीज़ों से वाकिफ़ करवाऊँगा|

एक रोचक तथ्य: अमेरिका के ईरान में हमले के साथ ही तेल व सोने इत्यादि के भाव बढ़ने से, क्रूड आयिल का एक ऐसा अनोखा ट्रेड था कि यदि किसी ने गुरुवार को 3000 उस ट्रेड में लगाया होता, तो शुक्रवार को उसका दाम 50000 हो जाता| या कहो की 30000 लगाया होता तो 5 lakh!

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