निवेश रणनीति

फैलाव स्थिति

फैलाव स्थिति
प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य की स्थिति, कोविड बचाव के उपायों और जन स्वास्थ्य के बारे में चर्चा के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक आयोजित होनी चाहिए। उन्होंने कोविड प्रबंधन करते समय ग़ैर कोविड स्वास्थ्य सेवाओं को जारी रखने पर भी बल दिया।

एचटेट परीक्षा को लेकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते उपायुक्त उत्तम सिंह।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में कोविड स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता की

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में कोविड स्थिति की समीक्षा के लिए कल एक उच्च स्तरीय वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी सुविधाओं की वर्तमान तैयारी, टीकाकरण अभियान की स्थिति और कोविड के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के फैलाव तथा जन स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव की समीक्षा की गई।

प्रधानमंत्री ने कोविड प्रबंधन में स्वास्थ्यकर्मियों की अनवरत सेवा के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को मिशन मोड पर एहतियाती डोज लगाये जाने की सलाह दी। प्रधानमंत्री ने जिला स्तर पर स्वास्थ्य संबंधी पर्याप्त बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करने पर जोर दिया।

अपर्याप्त गर्भाशय ग्रीवा क्या है और इसका इलाज कैसे किया जा सकता है?

अपर्याप्त गर्भाशय ग्रीवा क्या है और इसका इलाज कैसे किया जा सकता है?

गर्भाशय ग्रीवा प्रजनन प्रणाली का हिस्सा है. यह महिला के गर्भाशय का निचला भाग है, और यह योनि को गर्भाशय से जोड़ता है. यह आमतौर पर बंद और तंग होता है, लेकिन गर्भावस्था और प्रसव के अवसरों के दौरान फैलता है. गर्भाशय ग्रीष्मकाल और प्रसव के दौरान अंततः नर्म होने के लिए जाना जाता है. यदि गर्भाशय बहुत जल्दी खुलने लगते हैं, तो इस स्थिति को अपर्याप्त गर्भाशय या अक्षम अक्षम गर्भाशय के रूप में जाना जाता है. इस शर्त फैलाव स्थिति के बारे में जानने के लिए आपको यहां सब कुछ चाहिए.

परिभाषा और लक्षण: एक अक्षम या अपर्याप्त गर्भाशय वह है जो बहुत जल्दी खुलता है और सामान्य वितरण का समर्थन नहीं करता है. इस स्थिति में इंगित होने वाले लक्षणों में पेल्विक क्षेत्र में दबाव, पीठ में दर्द, योनि से हल्के रक्तस्राव, पेट में हल्के ऐंठन और योनि निर्वहन के गंध और रंग में परिवर्तन शामिल हो सकता है. गर्भवती महिला आमतौर पर, इस तरह के लक्षण और फैलाव स्थिति फैलाव स्थिति परिवर्तन किसी की गर्भावस्था के शुरुआती चरणों में नहीं देखे जाते हैं. अधिकतर, गर्भावस्था के चौथे या पांचवें महीने के बाद लक्षणों का अनुभव होता है. दूसरे तिमाही में जब बढ़ते भ्रूण के कारण क्षेत्र पर अधिक दबाव होता है.

उड्डयन मंत्रालय ने भारत आ रहे विदेशी यात्रियों के लिए लागू किए नए नियम, जानिए क्या हुआ बदलाव

Delhi Airport

Delhi Airport

gnttv.com

  • नई दिल्ली,
  • 22 नवंबर 2022,
  • (Updated 22 नवंबर 2022, 8:31 AM IST)

जरूरी था फॉर्म भरना

सरकार ने कोरोना महामारी के समय ट्रेवल से लेकर हर जगह कई तरह की पाबंदियां लगाई थीं. लेकिन जैसे-जैसे महामारी नर्म पड़ी कई प्रतिबंध हटा दिए गए. इसके लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को यात्रा से पहले कोविड वैक्सीनेशन के लिए एक सेल्फ-डेक्लेरेशन फॉर्म भरना होता था. सरकार ने इसके लिए एयर सुविधा पोर्टल बनाया था. लेकिन अब महामारी का खतरा कम होने की वजह से अब विदेश से भारत आ रहे यात्रियों को इस फॉर्म को भरने की जरूरत नहीं पड़ेगी. यह फैसला आधी रात से लागू हो जाएगा.

नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक नोटिस में फैलाव स्थिति कहा गया है, "कोविड-19 के फैलाव में निरंतर गिरावट फैलाव स्थिति और वैश्विक स्तर पर और साथ ही भारत में कोविड-19 टीकाकरण कवरेज में महत्वपूर्ण प्रगति के को देखते हुए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने अंतर्राष्ट्रीय आगमन के लिए संशोधित दिशानिर्देश जारी किया है.उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय के संशोधित दिशानिर्देशों के तहत, ऑनलाइन एयर सुविधा पोर्टल पर स्व-घोषणा पत्र जमा करना बंद कर दिया गया है. हालांकि, इसमें एक वैधानिक चेतावनी भी जोड़ी गई है जिसमें कहा गया कि कोविड की स्थिति को देखते हुए जरूरत पड़ने पर नियम की समीक्षा की जा सकती फैलाव स्थिति है.

पीरपैंती में तेजी से हो रहा पानी का फैलाव

पीरपैंती में तेजी से हो रहा पानी का फैलाव

पीरपैंती निज प्रतिनिधि

गंगा के जल स्तर में तेजी से वृद्धि होने से दियारा क्षेत्र में पानी का फैलाव तेजी से होने से संभावित बाढ़ की आशंका से लोग चिंतित हो गए हैं। दियारा वासियों ने बताया की बुधवार को पानी गांव के चारों फैलाव स्थिति ओर खेत बहियार में तेजी से फैलने लगा है। हालांकि अभी घर, सड़क आदि डूबने की नौबत नहीं आई है। लेकिन लोग सुरक्षित स्थान की तलाशी तैयारी में जुट गए हैं। रानी दियारा और टपुआ दियारा में जल स्तर काफी तेजी से बढ़ने से जगह जगह कटाव भी हो रहा है। बाबूपुर और बाखरपुर दियारा, गोबिंदपुर, अठनिया आदि में भी पानी का फैलाव तेजी से हो रहा है।

ब्रेन ट्यूमर के फैलाव को लेकर अब मिलेगी सटीक जानकारी, डीआरडीओ की तैयार की एमडीएम किट

अभी तक ट्यूमर के फैलाव का पता लगाने के लिए विभिन्न दवाओं या अन्य फैलाव स्थिति प्रक्रियाओं का प्रयोग किया जाता है। वह काफी महंगी और जटिल होती हैं। ट्यूमर का सटीक तरीके से पता नहीं चल पाता है। अब इस समस्या का हल डीआरडीओ ने खोज लिया है।

वैभव शर्मा, हिसार। फैलाव स्थिति ब्रेन ट्यूमर होने पर अक्सर चिकित्सकों को ट्यूमर कितने क्षेत्र में है इसकी जानकारी सटीक नहीं मिल पती है। अभी तक ट्यूमर के फैलाव का पता लगाने के लिए विभिन्न दवाओं या अन्य प्रक्रियाओं का प्रयोग किया जाता है। वह काफी महंगी और जटिल होती हैं। मगर इसके बावजूद भी कई बार देखा गया है कि ट्यूमर का सटीक तरीके से पता नहीं चल पाता है। अब इस समस्या का हल रक्षा अनुसंधान तथा विकास संगठन (डीआरडीओ) के नाभिकीय औषधि तथा संबद्ध विज्ञान संस्थान (इनमास) ने खोज लिया है।

युवक ने खेत में पेड़ से फंदा लगा रखा था।

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